Last Updated:February 03, 2025, 19:12 IST
Delhi Elections 2025: अरविंद केजरीवाल ने पूरे चुनाव प्रचार में एक बार भी कट्टर ईमानदार वाला शब्द अपने मुंह से नहीं निकाला. क्या दिल्ली चुनाव में केजरीवाल को शराब घोटाला और शीशमहल कांड ने उनके कट्टर ईमानदार वाली...और पढ़ें
हाइलाइट्स
- केजरीवाल ने इस बार 'कट्टर ईमानदार' शब्द नहीं बोला.
- शराब घोटाला और शीशमहल कांड ने छवि को नुकसान पहुंचाया.
- चुनाव प्रचार में फ्री स्कीम और बीजेपी का डर दिखाया.
Delhi Elections 2025: दिल्ली में चुनाव प्रचार का पहिया अब थम गया है. 5 फरवरी को दिल्ली चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे और 8 फरवरी को नतीजे आएंगे. दिल्ली चुनाव में इस बार भाजपा और कांग्रेस ने जहां पूरी ताकत झोंक दी. वहीं, आम आदमी पार्टी के संयोजक पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल दोनों पार्टियों के निशाने पर रहे. बीजेपी और कांग्रेस के स्टार प्राचरकों के निशाने पर ज्यादातर अरविंद केजरीवाल ही रहे. अरविंद केजरीवाल साल 2015 और 2020 की तरह इस चुनाव में भी वन मैन आर्मी बनकर मैदान में डटे रहे. केजरीवाल ने बेशक बीजेपी और कांग्रेस के चौतरफा हमले को झेलते हुए चुनाव प्रचार खत्म किया. लेकिन, केजरीवाल के मुंह से अक्सर बोला जाने वाला ‘कट्टर ईमानदार’ वाला शब्द इस बार के दिल्ली चुनाव से गायब रहा.
अरविंद केजरीवाल ने इस बार के चुनाव में भ्रष्टाचार पर भी कुछ नहीं बोला. केजरीवाल दिल्ली के पिछले दो विधानसभा चुनावों 2015 और 2020 किस तरह से लड़े थे, वह किसी से छुपा नहीं है. केजरीवाल पहले के चुनावों में जो एजेंडा या मुद्दा सेट करते थे, भारतीय जनता पार्टी उसके इर्द-गिर्द घूमती थी. लेकिन, इस चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस मुद्दा सेट करती थी और अरविंद केजरीवाल उसके पीछे भागने लगते. हालांकि, इस चुनाव में भी महिलाओं को 2100 रुपये हर महीने का देने वाला फॉर्म भराने का मामला हो या यमुना के पानी में जहर वाला मुद्दा, उन्होंने ही सेट किया था. लेकिन, इस बार जब बीजेपी और कांग्रेस ने उनको और उनके ही मुद्दे पर घेर लिया तो वह भाग गए.
कट्टर ईमानदार शब्द क्यों रहा गायब?
जानकारों की मानें तो केजरीवाल को इस चुनाव में 11 सालों के शासनकाल की एंटी इनकम्बेंसी का भी सामना करना पड़ रहा है. लेकिन, इस बार के चुनाव में विपक्षी पार्टियों के लिए अरविंद केजरीवाल ही सबसे बड़ा मुद्दा हैं. केजरीवाल के ऊपर ईमानदारी का जो आवरण चढ़ा था, उन्होंने इस चुनाव में खुद ही उतार दिया है. इससे बीजेपी और कांग्रेस को मौका मिल गया. केजरीवाल ने पूरे चुनाव प्रचार में एक बार भी कट्टर ईमानदार वाला शब्द अपने मुंह से इसलिए नहीं बोला कि अगर बोलेंगे तो घिर जाएंगे. क्योंकि, शराब घोटाला और शीशमहल कांड ने उनकी कट्टर ईमानदार वाली छवि को बड़ा डेंट मारा है. इसलिए पूरे चुनाव में अरविंद केजरीवाल ने एक भी बार कट्टर ईमानदार वाला शब्द अपने मुंह से नहीं बोला, जो अक्सर वह 2015 और 2020 के चुनाव में बोला करते थे.
क्या केजरीवाल भ्रष्टाचार वाले मुद्दे से ध्यान भटकाना चाहते थे?
अरविंद केजरीवाल अब फ्री वाले स्कीम पर बोल रहे हैं. बीजेपी के आने का डर लोगों को दिखा रहे हैं. ये भी बोल रहे हैं कि बनिया का बेटा हूं, हिसाब-किताब मुझे आता है. कभी बोलते हैं कि बनिया का बेटा हूं जादूगर हूं. केजरीवाल के मुंह से अक्सर बोला जाने वाला वाक्य कट्टर ईमानदार हूं जो भ्रष्टाचार करेगा जेल में डाल देंगे..जैसे शब्द इस चुनाव में उनके मुंह से गायब रहा.
केजरीवाल इसलिए चुनाव प्रचार के आखिर दिन ये सारी बातें बोल गए. बीजेपी कह रही है सारे मोहल्ला क्लिनिक बंद कर देंगे. मेरी सरकार आएगी तो हर वार्ड में तीन और मोहल्ला क्लिनिक बनवा दूंगा. स्कूल अच्छे हैं न अच्छी पढ़ाई है न मै इनको अच्छे कॉलेज में करा दूंगा फिर रोजगार भी दिलवाऊंगा. बीजेपी को वोट दे दिया तो बच्चों का भविष्य खराब हो जाएगा. गलत बटन दबाया तो फ्री बस यात्रा बंद हो जाएगी. सरकार बनते ही 2100 का इंतेजाम करेंगे. हर महिला के अकाउंट में 2100 आएगा. बुजुर्गों का फ्री ट्रीटमेंट प्राइवेट में होगा. छात्रों के लिए डीटीसी फ्री मेट्रो का किराया आधा करेंगे. किरायेदारों को फ्री बिजली पानी का बिल अब से जीरो आया करेगा. बच्चों को रोजगार का प्लान बनाया है सभी को रोजगार मिलेगा. बनिए का बेटा हूं जादूगर हूं पैसे का सारा इंतजाम कर दूंगा.
Location :
Delhi Cantonment,New Delhi,Delhi
First Published :
February 03, 2025, 19:12 IST