Last Updated:February 03, 2025, 19:26 IST
Pakistan: पाकिस्तान अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे को लेकर जश्न मना रहा था. पाकिस्तान की प्लानिंग थी की तालिबान के जरिए अफगानिस्तान में अपने प्रभव को बढ़ा देगा और बड़े भाई की भूमिका निभाएगा. लेकिन पाकिस्तान के...और पढ़ें
Pakistan : पाकिस्तान में लगातार सुरक्षाबलों पर हमले हो रहे हैं. इससे परेशान होकर पाकिस्तान ने बलूच विद्रोहियों और तहरीके तालिबान के खिलाफ जून 2024 में एक बडे ऑपरेशन के शुरू किया. इस ऑपरेशन का नाम दिया गया ‘अजम ए इस्तेकाम. यह ऑपरेशन अभी ठीक से शुरू भी नहीं हुआ था कि यह उलटा पड़ने लगा. पाकिस्तान का कोई प्रांत एसा नहीं जहा पर आए दिन हमले ना हो रहे हों. पाकिस्तानी सेना प्रमुख को आए दिन जनाजे में जाना पड़ रहा है. पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर को यह समझ नही आ रहा कि आखिर ऐसा हो क्यों रहा है? अब उन की शक की सुई उनके मित्र देशों की तरफ घूमने लगी है.
जनरल मुनीर की चेतावनी
जनरल असीम मुनीर ने फ्रेंएनेमी (frenemies) कह कर चेतावनी तो दी है. लेकिन यह साफ साफ कहने की हिम्मत नहीं जुटा सके. रिपोर्ट के मुताबिक थल सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर सैनिकों के जनाजे में शामिल होने के लिए क्वेटा पहुंचे थे. उन्होंने सेना कोर हेडक्वार्टर का दौरा भी किया और हालातों का जायजा भी लिया. इसी दौरान आर्मी चीफ जनरल मुनीर ने कहा कि पाकिस्तान के ऐसे मित्र देश हैं जो आतंकवादियों के जरिए उन पर हमले करा रहे हैं. जनरल साहब से यह चेतावनी भी दी कि उन्हें ढूंढा जाएगा और उनसे निपटा भी जाएगा. जानाकरों की माने तो उनका सीधा इशारा अफगानिस्तान और इरान की तरफ ही माना जा रहा है. पाकिस्तान ने TTP और बलूच विद्रोहियों के खिलाफ ही ऑपरेशन चलाया था. पाकिस्तान का आरोप है कि TTP को अफागानिस्तान की तरफ से मदद मिल रही है. TTP ने तो खैबर के इलाके में कई पाकिस्तानी चौकियों पर कब्जा भी किया था. पाकिस्तान ने अफगानिस्तान में एयर स्ट्राइक को अंजाम दिया. इरान के साथ भी पिछले साल की शुरुआत में भी एयर स्ट्राइक और मिसाइल अटैक भी हुए थे. इरान के सिस्तान प्रांत में बलूच विद्रोहियों को शह दी जा रही है. आर्मी चीफ ने ऐसे देशों को फ्रेंएनिमी का नया नाम दिया है.
एक रात में मारे गए 18 पाकिस्तानी सुरक्षाबल
दो दिन पहले ही एक रात में बलूचिस्तान के कलात इलाके में बलूच विद्रोहियों ने पाकिस्तानी सुरक्षाबलों पर बड़ा हमला किया. इस हमले में पाकिस्तानी सुरक्षा बलों को 18 सैनिक मारे गए. ISPR की तरफ से जारी जानकारी के मुताबिक इस घटना में पाक फौज ने 12 विद्रोहियों को मार गिराया है. इस तरह की घटना अब बलूचिस्तान में अब पाक फैज के साथ आम हो गई है. जैसे बलूच लोगो को पाकिस्तानी अगवा करते थे अब बलूच विद्रोही भी पाक सेना के और पुलिस के जवनो को अगवाह कह रहे है. बलूचिस्तान के साथ साथ खैबर के इलाके में भी पाक फौज की खैर नहीं है. बीते दिन ही चार पाकिस्तानी सैनिकों के मारे जाने की खबर आई थी. पिछला साल भी पाकीस्तानी सेना के अच्छा नहीं गुजरा था और इस साल की शुरुआत भी अच्छी नहीं हुई.
First Published :
February 03, 2025, 19:26 IST