Last Updated:January 24, 2025, 10:28 IST
RG Kar rape and execution case: आरजी कर रेप और मर्डर केस में उम्रकैद की सजा पाने वाले संजय रॉय से मिलने एक शख्स ने जेलर से मुलाकात की. इस मुलाकात के लिए संजय रॉय ने भी हामी भरी जिसके बाद बुधवार और गुरवार को दोनों ...और पढ़ें
कोलकाता. आरजी कर रेप और मर्डर केस में उम्रकैद की सजा पाने वाले संजय रॉय ने अपने केस को लेकर बातचीत शुरू कर दी है. इसके लिए संयज रॉय ने जेलर से खास दरखवस्त करके एक शख्स मुलाकात की मांग की. इस मामले में सीबीआई और राज्य सरकार ने कलकत्ता हाईकोर्ट में संजय रॉय की फांसी की मांग को लेकर याचिका दायर की है. वहीं आरजी कर बलात्कार और हत्या के दोषी संजय रॉय ने भी वकीलों से परामर्श करना शुरू कर दिया है. बुधवार और गुरुवार को संजय रॉय ने जेल में एक प्राइवेट वकील से मुलाकात की है. हालांकि, रॉय ने जेल अधिकारियों को संकेत दिया कि वह कलकत्ता हाईकोर्ट में राज्य कानूनी सहायता की मदद लेगा.
एक वरिष्ठ जेल अधिकारी ने कहा कि एक वकील ने रॉय से मिलने की अपील की. रॉय ने बुधवार को जेल में मुलाकात के समय उनसे मुलाकात की. संजय रॉय ने गुरुवार को फिर से उसी वकील और संभवतः एक वरिष्ठ वकील से मुलाकात की. इस वकील ने पहले कलकत्ता हाईकोर्ट में रॉय का केस लड़ने के लिए पेश हुए थे , लेकिन हाईकोर्ट ने वकील से रॉय से औपचारिक अनुमति लेने को कहा है. हाईकोर्ट ने 27 जनवरी को राज्य सरकार और सीबीआई की मृत्युदंड याचिका पर सुनवाई किए जाने की उम्मीद है. हालांकि, जेल सूत्रों ने संकेत दिया कि रॉय ने उन्हें बताया कि वे राज्य कानूनी सहायता की मदद लेना चाहता है. यहां तक कि इस संबंध में अदालतों से औपचारिक अपील भी की है.
रॉय ने जेलर से क्या कहा?
रॉय ने कथित तौर पर कहा कि वह अपना लिए वकील नहीं रख सकता है. सियालदाह ट्रायल कोर्ट में बहस करने वाले संजय रॉय की कानूनी सहायता टीम ने संकेत दिया कि वह अपील दायर कर सकते हैं. उन्होंने संकेत दिया कि अगर रॉय अपने लिए वकील रखने में असमर्थ हैं तो कलकत्ता हाईकोर्ट वकीलों को नामित करेगा. दक्षिण 24 परगना के लीगल एड डिफेंस काउंसिल सर्विस (LADCS) के प्रमुख सौरव बंद्योपाध्याय ने कहा कि हमारी भूमिका फैसले के दिन तक सीमित थी. किसी भी दोषी को अपील करने का अधिकार है और यह उचित प्रक्रिया के तहत किया जाएगा. वह व्यथित है और हाईकोर्ट में जाने की संभावना है.
जेल में क्या थी संजय रॉय की पहली मांग?
सेनजुति चक्रवर्ती ने कहा, जो वकील ने फैसले के दिन रॉय के लिए बहस की थी. मुकदमे के दौरान, रॉय ने खुद को निर्दोष बताया. 21 जनवरी के फैसले के बाद भी वह जेल में यही कहता रहता है, जिसमें उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है. प्रेसिडेंसी जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे रॉय ने मंगलवार को अपना पहला अनुरोध किया. उसने एक नोटबुक और एक पेन मांगा था. उसने यह नहीं बताया कि वह क्या लिखना चाहता है. अब चूंकि वह विचाराधीन कैदी नहीं है, इसलिए उसे ये सामान रखने की अनुमति दी गई है.
विचाराधीन कैदी से आजीवन कारावास की सजा पाने वाले कैदी में तब्दील होने के साथ ही रॉय को भी कुछ घंटों के लिए अपने बंद सेल से बाहर निकलने की अनुमति दी जा रही है. रॉय पिछले साल 23 अगस्त से प्रेसीडेंसी जेल में है. तब से, उसे हमेशा अपने सेल में बंद रखा गया है, सिवाय उन दिनों के जब उसे अदालत में पेश किया गया था या तो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश किया जाता है.
Location :
Kolkata,West Bengal
First Published :
January 24, 2025, 10:28 IST
कौन है वह? संजय रॉय ने जेल में किससे की मुलाकात, जेलर से की थी ये 'खास मांग'