Last Updated:February 02, 2025, 19:50 IST
NVIDIA की AI चिप्स की मार्केट हिस्सेदारी 80-85% है, लेकिन चीन की कंपनियों और अल्फाबेट की चुनौती बढ़ रही है. डीपसीक के बाजार में आने से NVIDIA के शेयरों में 17% गिरावट आई. NVIDIA अपनी स्थिति बनाए रखने के लिए तकन...और पढ़ें
हाइलाइट्स
- NVIDIA की AI चिप्स की मार्केट हिस्सेदारी 80-85% है.
- चीन की कंपनियां AI क्षेत्र में NVIDIA को चुनौती दे रही हैं.
- NVIDIA ने अपनी AI तकनीक को लगातार बेहतर किया है.
नई दिल्ली. जब चीन का डीपसीक बाजार में आया तो चैट जीपीटी के बाद अगर किसी को सबसे बड़ा झटका लगा तो वह भी चिप मेकर NVIDIA. एनवीडिया के शेयरों में सोमवार को 17 फीसदी की भारी-भरकम गिरावट देखने को मिली. लेकिन एनवीडिया के शेयरों में इतनी गिरावट का कारण क्या था. ये तो एक चिप मेकर है. इसका कोई जेनेरेटिव एआई मॉडल नहीं है. जो लोग एआई इंडस्ट्री को जानते हैं वो एनवीडिया का महत्व समझते हैं जो लोग नहीं जानते उन्हें बता दें कि एनवीडिया वो चिप बनाता है जिस पर ये सारे एआई मॉडल खड़े हो रहे हैं. यानी एनवीडिया की ये चिप्स (ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट्स- GPU) एआई, मशीन लर्निंग और डेटा एनालिटिक्स के लिए बहुत जरूरी हैं.
इसलिए इनका उपयोग दुनिया भर में किया जा रहा है. एक रिपोर्ट के अनुसार, एआई चिप्स की मार्केट में एनवीडिया की ताजा हिस्सेदारी 80-85 फीसदी है. हालांकि, पिछले कुछ सालों में इस क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा भी बढ़ी है, और अन्य कंपनियां भी NVIDIA की प्रमुखता को चुनौती देन की कोशिश कर रही हैं. गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट ने अपने टेन्सर प्रोसेसिंग यूनिट्स (TPUs) को पेश किया है, जो ए.आई. कार्यों के लिए काफी प्रभावी मानी जाती हैं. ये NVIDIA के GPUs से बेहतर प्रदर्शन कर सकती हैं. हालांकि, अल्फाबेट ने अभी तक अपने इस हार्डवेयर को बाहरी बाजार में बड़े पैमाने पर नहीं उतारा है, इसलिए इसका NVIDIA की बाजार हिस्सेदारी पर सीधा असर नहीं पड़ा है.
चीन ने रखा कदम
इसके अलावा, चीन की कंपनियां जैसे हुआवेई और दीपसीक भी ए.आई. के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति कर रही हैं. हुआवेई ने स्मार्टफोन के लिए उच्च गुणवत्ता वाले चिप्स विकसित किए हैं, और डीपसीक ने लागत प्रभावी तरीके से बड़े ए.आई. मॉडल तैयार किए हैं. डीपसीक ने तो यह मॉडल एनवीडिया के ही कई साल पुराने एआई चिप्स की मदद से किया जिसकी वजह से एनवीडिया की प्रतिष्ठा पर और सवालिया निशान खड़े हो गएय यह दिखाता है कि अब चीन की कंपनियां भी ए.आई. क्षेत्र में ताकतवर खिलाड़ी बन सकती हैं, जिससे NVIDIA को चुनौती मिल सकती है.
हालांकि, NVIDIA अपनी स्थिति बनाए रखने के लिए कई रणनीतियां अपना रहा है. कंपनी ने अपनी ए.आई. तकनीक को लगातार बेहतर किया है और अपने उत्पादों को नए वर्जन में अपडेट किया है. इसके अलावा, NVIDIA ने कंपनियों और शोध संस्थानों के साथ साझेदारी की है, जिससे उनकी तकनीक और भी लोकप्रिय हुई है. यह कदम कंपनी को वैश्विक प्रतिस्पर्धा में आगे बनाए रखने में मदद कर रहे हैं.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
February 02, 2025, 19:50 IST