Agency:News18 Madhya Pradesh
Last Updated:February 08, 2025, 10:32 IST
Agricuture News: मध्य प्रदेश में किसानों के लिए एक बड़ी राहत आई है. अब खेतों और किसानों को नकली खाद की मार नहीं झेलनी पड़ेगी और लाखों का पैदावरा बढ़ेगा. सरकार के इस फैसले से किसानों को लाभा मिलेगा.
![खेतों को नकली खाद से मिलेगा छूटकारा, मात्र 24 घंटे में गुणवत्ता का रिपोर्ट खेतों को नकली खाद से मिलेगा छूटकारा, मात्र 24 घंटे में गुणवत्ता का रिपोर्ट](https://images.news18.com/ibnkhabar/uploads/2025/02/HYP_4963482_cropped_07022025_200046_66dc0fa9c625bsoiltest07324_1.jpg?impolicy=website&width=640&height=480)
फाइल
हाइलाइट्स
- मध्य प्रदेश में 10 जिलों में उर्वरक जांच प्रयोगशालाएं खुलेंगी।
- 24 घंटे में खाद की गुणवत्ता रिपोर्ट मिलेगी।
- नकली खाद की बिक्री पर तेजी से रोक लगेगी।
खरगोन. किसानों को नकली खाद से बचाने के लिए सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. मध्य प्रदेश के खरगोन सहित 10 जिलों में उर्वरक जांच प्रयोगशालाएं खोली जाएंगी, जहां सिर्फ 24 घंटे में रिपोर्ट मिल जाएगी. अभी तक खाद के सैंपल जांच के लिए इंदौर, भोपाल, जबलपुर जैसे बड़े शहरों में भेजे जाते थे, जहां रिपोर्ट आने में 20 से 25 दिन लगते थे. इस देरी के कारण किसान उस खाद का उपयोग कर लेते थे, और अगर वह अमानक होती, तो फसल को भारी नुकसान होता. नई लैब्स खुलने से यह समस्या खत्म हो जाएगी, और नकली खाद बेचने वालों पर तुरंत कार्रवाई भी हो सकेगी.
प्रदेश सरकार ने जिन जिलों में उर्वरक परीक्षण प्रयोगशाला खोलने का निर्णय लिया है, उनमें खरगोन, खंडवा, बालाघाट, नरसिंहपुर, झाबुआ, मंदसौर, टीकमगढ़, छतरपुर, भिंड और सीधी जिले शामिल हैं. यहां पहले से मौजूद मिट्टी परीक्षण केंद्रों को अपग्रेड करके खाद की भी जांच शुरू की जाएगी. खरगोन में यह प्रयोगशाला सनावद रोड स्थित मिट्टी परीक्षण केंद्र में स्थापित की जाएगी, जिसके लिए शासन स्तर से गाइडलाइन जारी हो चुकी है. विभागीय अधिकारियों ने इसके लिए प्रस्ताव बनाकर भेज दिया है और डीपीआर तैयार करने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है.
जिले में हो सकेगी खाद की गुणवत्ता की जांच
किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग के संयुक्त संचालक आलोक मीणा ने बताया कि जिला स्तर पर जल्द ही मिट्टी परीक्षण केंद्रों को अपग्रेड कर वहां खाद की जांच भी की जाएगी. इससे जिले में ही खाद की गुणवत्ता की जांच हो सकेगी और नकली उर्वरकों की बिक्री पर तेजी से रोक लगाई जा सकेगी. इस सुविधा से किसानों को काफी फायदा मिलेगा. खेतों में गुणवत्ता युक्त खाद का छिड़काव होगा तो उपज भी अच्छी होगी.
जांच में 27 सैंपल मिले अमानक
विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, हर साल सरकार द्वारा कृषि विभाग को खाद की गुणवत्ता जांचने का लक्ष्य दिया जाता है. इस साल खरगोन में 925 सैंपल लेने का लक्ष्य रखा गया था, जिसमें खरीफ सीजन में 530 सैंपल और रबी सीजन में 409 सैंपल लिए गए. इनमें से खरीफ में 14 सैंपल और रबी में 13 सैंपल अमानक पाए गए. इससे यह साफ हो जाता है कि बाजार में नकली खाद की न सिर्फ बिक्री हो रही है बल्कि फसलों को भी नुकसान पहुंचा रही है.
Location :
Khargone,Madhya Pradesh
First Published :
February 08, 2025, 10:32 IST
खेतों को नकली खाद से मिलेगा छूटकारा, मात्र 24 घंटे में गुणवत्ता का रिपोर्ट