Last Updated:February 11, 2025, 19:25 IST
Maha Kumbh 2025: माघ पूर्णिमा 12 फरवरी को है. प्रयागराज में महाकुंभ मेले में माघी पूर्णिमा पर करोड़ों की भीड़ उमड़ने की संभावना है. स्टेशन पर भगदड़ की स्थिति है. लोकल 18 की टीम ने पटना जंक्शन का जायजा लिया. जहा...और पढ़ें
पटना जंक्शन की भीड़
हाइलाइट्स
- प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों में भारी भीड़ है.
- यात्रियों को सांस लेने में हो रही दिक्कत.
- ब्रह्मपुत्र मेल में यात्रियों को बाथरूम जाने में परेशानी.
पटना. माघ पूर्णिमा यानी 12 फरवरी को अमृत स्नान करने के लिए प्रयागराज जाने के लिए लोग बेताब हैं. ट्रेनों की तस्वीर इसकी गवाही देती है. प्रयागराज जाने वाली हर ट्रेन में पैर रखने की भी जगह नहीं है. ट्रेन हो या प्लेटफॉर्म, हर जगह सिर्फ लोग ही लोग दिखाई दे रहे हैं. महाकुंभ की भीड़ का जायजा लेने जब लोकल 18 की टीम पटना जंक्शन पहुंची तो वहां पैर रखने की भी जगह नहीं थी. सीढ़ियों से लेकर प्लेटफॉर्म तक हजारों लोगों की भीड़ दिखाई दे रही थी. आलम यह था कि प्लेटफॉर्म के फर्श की जगह सिर्फ लोगों के सिर दिखाई दे रहे थे.
लोगों ने लोकल 18 को बताया कि वो लोग सुबह से ट्रेन के इंतजार में हैं. सभी अमृत स्नान करने के लिए जाने वाले हैं. ब्रह्मपुत्र मेल में बैठे एक महिला यात्री ने कहा, “सिलीगुड़ी से आ रही हूं. रात को 11 बजे बैठी थी. अभी दोपहर दो बज रहा है. सीट से उठकर बाथरूम तक नहीं जा पा रही हूं. सांस लेने में दिक्कत जो रहा है. ऐसा लग रहा है कहीं मौत ना हो जाएं.”
भीड़ का आलम है, सबको कुंभ नहाने जाना है
11 जनवरी को सुबह से ही प्रयागराज जाने वाले पैसेंजर प्लेटफार्म नंबर चार पर इंतजार कर रहे थे. प्लेटफॉर्म पर ही लंच हो रहा था और वहीं पर पावर नैप (नींद) भी. सीढ़ियों से लेकर प्लेटफॉर्म तक सिर्फ लोग ही लोग दिखाई दे रहे थे. करीब दो बजे के आस पास गाड़ी संख्या 15658 ब्रह्मपुत्र मेल पटना जंक्शन के चार नंबर प्लेटफॉर्म पर पहुंची. यह ट्रेन कामाख्या से चलकर प्रयागराज होते हुए दिल्ली को जा रही थी.
लोग ट्रेन के रुकने के पहले ही घुसने के लिए बेताब होने लगे. ट्रेन में मौजूद लोगों ने गेट को बंद कर रखा था. कई लोग आपातकालीन खिड़की से घुसने में सफल हुए. स्लीपर और एसी बोगी के गेट बंद होने से लोगों में गुस्सा भी देखने को मिला. लोगों ने गुस्से में आकर बोला, “इनलोगों को किसने आदेश दिया गेट बंद करने का. जैसे वो जा रहा है वैसे हमलोग भी जाएंगे. गेट नहीं खोलेगा तो तोड़ देंगे.” हुआ भी कुछ ऐसा ही. लोगों ने शीशों को तोड़ते हुए अंदर दाखिल होने का प्रयास किया.
बेकाबू भीड़ और गैस चैंबर जैसा हाल
ट्रेन में अंदर बैठी सिलीगुड़ी से प्रयागराज जा रही एक महिला ने कहा,\”अंदर पैर रखने का भी जगह नहीं है. हमलोग कल रात 11 बजे से जैसे बैठे हैं वैसे ही बैठे हुए हैं. ना तो पैर सीधा करने का जगह है और ना हीं सोने का. पिछले 15 घंटों से बाथरूम तक नहीं गए हैं. बाथरूम में भी लोग घुसे हुए हैं. तीन लोगों की बैठने वाले सीट पर पांच – छह लोग बैठे हुए हैं. पूरा गैस भरा हुआ है. सांस लेने में भी दिक्कत हो रही है. ऐसा लग रहा है कहीं मौत ना हो जाएं.”
एक और महिला ने कहा, “ट्रेन के अंदर भी बहुत ज्यादा भीड़ है. इसके बावजूद भी लॉग घुसने की कोशिश कर रहे हैं. खड़े होने की भी जगह नहीं है. बहुत डर लग रहा है”.
ट्रेन खुल गई, प्लेटफॉर्म पर ही रह गए लोग
लगभग 15-20 मिनट तक रुकने प्लेटफॉर्म पर रुकने के बाद जैसे ही ट्रेन खुली लोगों ने बाथरूम और गेट के दरवाजे तोड़ना शुरू कर दिया. टगेट पर लटक कर, बाथरूम में बैठ कर, ट्रेन में बोरियों की तरह लदा कर लोग महाकुंभ में डुबकी लगाने आगे चल पड़े. इसके बावजूद भी प्लेटफॉर्म पर लोगों की भीड़ कम नहीं हुई. फिर से सभी प्लेटफॉर्म पर बैठ गए और अगले ट्रेन का इंतजार करने लगे.
Location :
Patna,Patna,Bihar
First Published :
February 11, 2025, 19:25 IST