ग्वालियर के साइंस कॉलेज में बह रही सुरों की रसधार, 22 तक होंगे भव्य आयोजन

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Gwalior News: साइंस कॉलेज में स्थानीय संगीत कला को लेकर चार दिवसीय कार्यक्रम, ये रहेंगी खास प्रस्तुतियां 

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ग्वालियर

ग्वालियर के साइंस कॉलेज में स्थानीय संगीत एवं कला को लेकर चार दिवसीय कार्यक्रम 

ग्वालियर : जिले के साइंस कॉलेज में स्थानीय संगीत एवं भारतीय संगीत, कला को लेकर चार दिवसीय कार्यक्रम चल रहा है. 18 नवंबर से भारतीय संगीत एवं स्थानीय संगीत, स्थानीय चित्रकला जैसे सब्जेक्ट को लेकर विद्यार्थियों में प्रतियोगिता कराई जा रही है, जिसमें सभी विद्यार्थी पार्टिसिपेट कर रहे हैं और भारतीय कला एवं साहित्य को समझने का प्रयास कर रहे हैं. 22 नवंबर का कार्यक्रम समापन होगा.

प्रदेश स्तर तक विद्यार्थी कर सकेंगे पार्टिसिपेट
ग्वालियर के साइंस कॉलेज में चल रही है. इस प्रतियोगिता में भारतीय ज्ञान परंपरा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मध्य प्रदेश हायर एजुकेशन की तरफ से भारतीय लोकगीत एवं भारतीय लोक नृत्य को बढ़ावा देने के लिए यह प्रतियोगिता आयोजित कराई जा रही है. इस प्रतियोगिता में प्रतिभागी भारतीय लोकगीत जिन्हें स्थानीय रूप से गया जाता है एवं लोक नृत्य जिन्हें स्थानीय रूप से किया जाता है. उनके प्रचार प्रसार हेतु साइंस कॉलेज में यह प्रतियोगिता आयोजित कराई जा रही है, जिसमें प्रतिभागी स्थानीय गीत एवं स्थानीय नृत्य को सभी के सामने प्रस्तुत कर रहे हैं. विद्यार्थी इस प्रतियोगिता के माध्यम से भारतीय संगीत एवं भारतीय नृत्य कला को समझने का प्रयास कर रहे हैं ताकि भारतीय संस्कृति की समझ आने वाली पीढ़ि तक पहुंच सके. इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले प्रतिभागी इसके आगे जिला स्तर और संभागीय स्तर तक और उसके भी आएंगे राज्य स्तर तक पार्टिसिपेट कर पाएंगे.

राजस्थानी , बुंदेलखंडी और मारवाड़ी अन्य प्रकार के कला को विद्यार्थी कर रहे हैं प्रस्तुत
ग्वालियर के साइंस कॉलेज में चल रही इस प्रतियोगिता में छात्रों के माध्यम से राजस्थानी बुंदेलखंडी मारवाड़ी और अन्य प्रकार के लोक नृत्य और लोकगीतों को प्रस्तुत किया जा रहा है. इस कार्यक्रम को करने का प्रमुख उद्देश्य छात्रों को भारतीय ज्ञान परंपरा से परिचित कराना है और उन्हें यह बताना है हमारे यहां की स्थानीय भाषा और स्थानीय संगीत किस प्रकार से हैं. स्थानीय परंपराओं का प्रचार करने हेतु इस प्रतियोगिता को जिला स्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक कराया जा रहा है. यह कार्यक्रम चार दिनों तक चलना है जिसमें स्थानीय कला को लेकर आगामी दिनों में विद्यार्थियों द्वारा पोस्ट प्रस्तुत कर जाएंगे. इसके बाद में स्थानीय नृत्य को लेकर निबंध लिखे जाएंगे और भारतीय ज्ञान एवं कला को लेकर संगीत भी प्रस्तुत किया जाएगा, जिसमें कई सारे विद्यार्थी भाग लेने वाले हैं.

Tags: Gwalior news

FIRST PUBLISHED :

November 19, 2024, 21:05 IST

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