हाइलाइट्स
हर सनातन घर में एक पूजास्थल होता है. पूजा स्थल और मंदिर दोनों में बहुत अंतर है.
How Many Idol Can Keep successful Pujaghar : हर सनातन घर में एक पूजास्थल होता है जहां पर हम अपने आराध्य की मूर्ति स्थापित करते हैं. इसके अलावा अन्य भगवान की प्रतिमा या तस्वीर भी उस पूजा स्थल पर रख कर उनकी पूजा आराधना करते हैं. घर के मंदिर में कितने भगवान की मूर्ति होना चाहिए इस बारे में एक भक्त ने प्रवचन देने वाले प्रसिद्ध प्रेमानंद जी महाराज के दरबार में सवाल किया जिसका जवाब देते हुए उन्होंने बताया कि घर में मूर्ति रखने के क्या नियम हैं?
पूजा स्थल और मंदिर में अंतर
प्रेमानंद जी महाराज के अनुसार पूजा स्थल और मंदिर दोनों में बहुत अंतर है. जहां मंदिर पूजा स्थल से कई गुना बड़ा होता है.
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कितने भगवान करें स्थापित
प्रेमानंद जी के अनुसार अगर घर में भगवान की स्थापना करना है तो एक ही देवी या देवता को स्थापित करें. घर में आप भगवान शिव, भगवान राम, भगवान कृष्ण या किसी अन्य देवी देवता को स्थापित कर सकते हैं.
मंदिर में मूर्ति स्थापना के नियम
प्रेमानंद जी महाराज के अनुसार अगर बात करें मंदिर में भगवान की स्थापना की तो वहां मुख्य देवी देवता के अलावा पंच परमेश्वर की मूर्ति स्थापित करना भी ज़रूरी है.
उदाहरण से समझें
वैदिक परंपरा के अनुसार अगर आप मंदिर में भोलेनाथ की मूर्ति की स्थापना करते हैं तो इनके अलावा पंच देवी देवता जैसे माता दुर्गा, भगवान गणेश, भगवान कार्तिकेय और नंदीकेश्वर की मूर्ति करनी ही पड़ेगी.
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वहीं अगर भगवान कृष्ण के मंदिर में राधा रानी का होना ज़रूर है. भगवान राम के साथ माता सीता, माता लक्ष्मी और हनुमान जी की स्थापना करना ज़रूरी है.
Tags: Dharma Aastha, Premanand Maharaj
FIRST PUBLISHED :
November 27, 2024, 14:42 IST