शाश्वत सिंह/ झांसी : झांसी मेडिकल कॉलेज अग्निकांड में लीपापोती लगातार जारी है. पहले पीड़ित बच्चों को लापरवाही के चलते अपनी जान से हाथ धोना पड़ा. तो अब जिंदा बच गए बच्चों के तीमारदारों को बदइंतजामी का दंश झेलना पड़ रहा है. अग्निकांड में सुरक्षित निकले बच्चों का इलाज मेडिकल कॉलेज के वार्ड नंबर 5 में चल रहा है. तीन दिन तक अपने बच्चों के लिए परेशान माता पिता को पूरी रात जमीन पर सोना पड़ा था.
जांच अधिकारी के आने से पहले दिए पलंग
18 नवंबर की सुबह जब स्वास्थ्य शिक्षा विभाग की निदेशक किंजल सिंह जांच करने मेडिकल कॉलेज पहुंचने वाली थी, तो उससे 1 घंटे पहले सभी तीमारदारों को पलंग मुहैया करा दिया गया. तीमारदारों ने लोकल 18 को बताया कि उन्हें लगभग 1 घंटे पहले हमें पलंग दिया गया है. इससे पहले उन्हें पूरी रात जमीन पर गुजारनी पड़ी. कृपाराम ने बताया कि उन्हें 1 घंटे पहले पलंग दिया गया है.
रात भर जमीन पर सोए तीमारदार
एक महिला ने बताया कि रात भर जमीन सोने के बाद उन्हें सुबह पलंग दिया गया. किशन कुमार नाम के एक तीमारदार ने बताया कि 40 मिनट पहले पलंग दिया गया है. गौरतलब है कि स्वास्थ्य विभाग की टीम मेडिकल कॉलेज अग्निकांड की जांच करने पहुंची है. मृत बच्चों की संख्या 12 पहुंच गई है.
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FIRST PUBLISHED :
November 19, 2024, 09:28 IST