Last Updated:February 05, 2025, 16:11 IST
Sanctions connected Iran : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर ईरान के खिलाफ सख्त प्रतिबंध लगाने शुरू कर दिए हैं. उन्होंने ईरान के क्रूड निर्यात पर रोक लगा दी और कहा कि उसके परमाणु कार्यक्रम को रोकना अम...और पढ़ें
नई दिल्ली. डोनाल्ड ट्रंप जबसे अमेरिका के राष्ट्रपति बने हैं, पूरी दुनिया में उथल-पुथल मची हुई है. कोई उनके टैरिफ बढ़ाने से परेशान है तो कोई नए-नए प्रतिबंधों से. ताजा मामला ईरान से जुड़ा है, जिसके खिलाफ डोनाल्ड ट्रंप ने नया आदेश जारी किया है. इस आदेश के बाद ईरान की मुद्रा रियाल में रिकॉर्ड गिरावट देखी जा रही है. इसका असर देश की अर्थव्यवस्था पर भी दिखेगा.
डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार रात एक आदेश पर हस्ताक्षर किया था. इस आदेश के तहत ईरान के तेल निर्यात को रोकने और ईरान पर संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों को फिर से लागू करने का आह्वान किया गया है. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि वह उन प्रतिबंधों को लागू नहीं करना चाहते थे और ईरान के साथ एक समझौते पर पहुंचना चाहते थे.
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कहां पहुंच गई ईरान की मुद्रा
ट्रंप के इस आदेश के बाद ईरान की मुद्रा की विनिमय दर में तेज गिरावट आई है और यह अब तक के सबसे निचले स्तर 8,50,000 प्रति डॉलर पर आ गई है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ईरान पर दबाव को लेकर फिर से अभियान शुरू करने के आदेश के बाद ईरानी रियाल में गिरावट आई. ऐसा लगता है कि ईरानी अधिकारी संकेत दे रहे हैं कि वे ट्रंप के संदेश का इंतजार कर रहे हैं कि क्या वह तेहरान के तेजी से आगे बढ़ रहे परमाणु कार्यक्रम पर बातचीत करना चाहते हैं.
ईरान पर क्या होगा असर
ट्रंप के ताजा प्रतिबंधों से ईरान से रोके गए अरबों डॉलर और हथियार स्तर के यूरेनियम को समृद्ध करने के कार्यक्रम का भविष्य दांव पर है. दरअसल, अमेरिका के साथ ईरान का झमेला ही परमाणु हथियार बनाने को लेकर शुरू हुआ था. ट्रंप के पिछले शासनकाल में भी अमेरिका ने ईरान पर तगड़े प्रतिबंध लगाए थे. इस बार भी ईरान के तेल निर्यात पर अमेरिका ने प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी कर दिया है और उसकी मुद्रा में रिकॉर्ड गिरावट दिख रही है.
क्यों लगाया कड़ा प्रतिबंध
ट्रंप ने आदेश पर साइन करते समय कहा कि अमेरिका के पिछले राष्ट्रपति जो बाइडन ईरान के तेल निर्यात पर रोक लगाने में असमर्थ रहे. इससे जुटाए पैसों का इस्तेमाल ईरान अपने परमाणु हथियार बनाने में कर रहा है. साथ ही ईरान मिडिल ईस्ट में हथियारबंद आतंकियों को पैसा भी पहुंचा रहा है. अभी तक ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम के काफी करीब पहुंच चुका है. ईरान ने 60 फीसदी शुद्ध यूरेनियम तैयार कर लिया है और हथियार बनाने के लिए बस 90 फीसदी शुद्धता की जरूरत है. जाहिर है कि ईरान के इस परमाणु हथियार कार्यक्रम को रोकने के लिए उसकी कमाई पर लगाम कसना जरूरी है.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
February 05, 2025, 16:11 IST