पलामू: देश की बड़ी से बड़ी प्रतियोगी परीक्षाओं में इन दिनों बेटियों का दबदबा बढ़ता ही जा रहा है. हाल ही में 69th BPSC Result के परिणाम भी कुछ ऐसा ही इशारा कर रहे हैं. झारखंड के पलामू में रहने वाली एक बेटी ने भी दूसरे अटेम्प्ट में बीपीएससी क्लियर कर लिया है. उनको 107वीं रैंक मिली है. वहीं, ओबीसी कैटेगरी में 22वीं रैंक प्राप्त की है.
बीपीएससी 69 का रिजल्ट मंगलवार की रात जारी हुआ. इसके बाद कई अभ्यर्थियों की किस्मत खुल गई. पलामू की रहने वाली रिया वर्मा भी इस परीक्षा में सफल हुई हैं. बता दें कि पलामू जिला मुख्यालय मेदिनीनगर के रेड़मा आईटीआई, दुर्गा मंदिर के समीप रहने वाले रिटायर्ड प्राइवेट कर्मचारी योगेंद्र प्रसाद की 25 वर्षीय पुत्री रिया ने नाम रोशन कर दिया है.
सेल्फ स्टडी से सफलता
रिया वर्मा ने लोकल 18 को बताया कि यह उनके सपनों की उड़ान का पहला पड़ाव है. भविष्य में यूपीएससी क्रैक करना चाहती हैं. इसके लिए तैयारी जारी रखेंगी. सेल्फ स्टडी की बदौलत उन्होंने बीपीएससी 69 में सफलता पाई है. सेल्फ स्टडी में आप स्वतंत्र रहते हैं. इसमें कोई बंधन नहीं रहता कि ट्यूशन या क्लास जाना है. इसमें आप सुविधानुसार पढ़ाई कर सकते हैं. इसमें उन्हें सबसे ज्यादा मदद मॉक टेस्ट और सोशल मीडिया ने दी है. बता दें कि रिया वर्मा बीपीएससी 68 में भी शामिल हुई थी. उसमें कुछ नंबर कम होने की वजह से सफलता नहीं मिली थी.
पढ़ाई की स्ट्रेटजी
रिया ने बताया, उनकी पढ़ाई की स्ट्रेटजी बिलकुल साधारण थी. रोजाना 5-6 घंटा सेल्फ स्टडी करती थी. इसके लिए लाइब्रेरी जाया करती थी. प्री एग्जाम के लिए उन्होंने एनसीईआरटी बुक पढ़ी. इसके अलावा, उन्होंने लक्ष्मीकांत की किताब से पढ़ाई की. कहा, समय-समय पर वो अलग-अलग मॉक टेस्ट भी दिया करती थी. वहीं, मेंस एग्जाम के लिए सबसे ज्यादा मॉक टेस्ट दिए. इंटरव्यू के समय अलग-अलग इंस्टीट्यूट में मॉक इंटरव्यू भी दिए. जिसके बाद उन्हें ये सफलता मिली.
रिजल्ट बताते बताते भावुक
रिया ने कहा, जब रिजल्ट आया तो सबसे पहले मामा को कॉल की क्योंकि रिजल्ट आने से 10 मिनट पहले मामा का ही कॉल आया था. उनको बताते-बताते आंखों से आंसू निकलने लगे. घरवालों को पता चलते ही उनका भी कॉल आया. यहां तक पहुंचने के लिए कई लोगों का ताना भी सुनना पड़ता था. आज भी कई लोगों को भरोसा नहीं हो रहा होगा कि मेरा चयन हुआ है. हालांकि, मेरी फैमिली बेहद खुश है. मैं बहुत प्राउड महसूस कर रही हूं.
छोड़ दी थी सरकारी नौकरी
इस मुकाम पर आने से पहले रिया सरकारी नौकरी ठुकरा भी चुकी हैं. 2019 में असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट ऑफ जेल पद के लिए चयन हुआ था. लेकिन, मन लायक पद नहीं मिलने के कारण ज्वाइन नहीं किया. उन्होंने बताया, उन्हें सार्जेंट के पद की इच्छा थी, जिस कारण परीक्षा दी. हालांकि एज फैक्टर के कारण ये पद नहीं मिला, जिसका पता बाद में चला और ज्वाइन नहीं किया. बीपीएससी 69 में वित्त प्रशासनिक विभाग में चयन हुआ है. आगे यूपीएससी की भी तैयारी जारी रहेगी.
बचपन से था सपना
रिया ने बताया, बचपन से ही सिविल सर्विस में जाने का सपना था. इसमें घरवालों का पूरा सपोर्ट मिला है. खासतौर पर मेरा भाई अमित कुमार बंटी जो पलामू में पत्रकार है. उन्होंने पूरा सपोर्ट किया है. आर्थिक और मानसिक रूप से भैया का पूरा सपोर्ट मिला है, जिससे मुझे सफलता मिली है. मेरे घर से अबतक कोई प्रशासनिक सेवा में नहीं आया है. मैं अपने घर की पहली हूं, जिसका चयन सिविल सर्विस में हुआ है.
FIRST PUBLISHED :
November 28, 2024, 21:04 IST