Last Updated:February 05, 2025, 19:25 IST
NEET UG 2025 : पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदनीपुर जिले के शेख सरफराज और उनका पूरा परिवार दिहाड़ी मजदूरी करता था. सरफराज ने मजदूरी के साथ पढ़ाई करते हुए दो बार नीट यूजी पास की. उन्होंने एनडीए का पहला चरण भी पास कर ...और पढ़ें
हाइलाइट्स
- सरफराज ने मजदूरी करते हुए दो बार नीट यूजी पास की.
- एक्सीडेंट से आर्मी ऑफिसर बनने का सपना टूट गया था.
- सरफराज अब एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं.
NEET UG 2025 : नीट यूजी 2025 परीक्षा अगले कुछ महीने में होने वाली है. परीक्षा में शामिल होने जा रहे छात्रों ने तैयारी में पूरी जान लगा रखी है. आज आपको नीट यूजी परीक्षा पास करने वाले एक स्टूडेंट शेख सरफराज की कहानी बता रहे हैं, जिनका परिवार मजदूरी करता था. वह खुद भी मजदूरी किया करते थे. पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदनीपुर जिले के रहने वाले सरफराज ने नीट यूजी पास करके मिसाल कायम की.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, 21 वर्षीय शेख सरफराज नीट यूजी के लिए पढ़ने के साथ रोज सुबह 6 बजे से दोपहर 2 बजे तक ईंट भट्ठे पर मजदूरी किया करते थे. इससे वह प्रतिदिन 400 रुपये कमाते थे. जब वह अपने सपने के बारे में किसी को बताते थे, तो अक्सर लोग उनका मजाक उड़ाया करते थे. उन्होंने नीट यूजी 2024 में 720 में से 677 अंक हासिल करके ऐसे लोगों को करारा जवाब दिया.
सेना में आर्मी ऑफिसर बनना चाहते थे सरफराज
बचपन से ही सरफराज का सपना भारतीय सेना में ऑफिसर बनकर ऑलिव ग्रीन यूनिफॉर्म पहनने का था. उन्होंने साल 2022 में एनडीए परीक्षा का पहला चरण भी पास कर लिया. लेकिन इंटरव्यू से एक महीने पहले एक सड़क हादसे में वह घायल हो गए. जिससे अंतिम चरण के लिए जरूरी अर्हता प्राप्त करने की उम्मीदें बिखर गई.
कोविड महामारी में शुरू की नीट यूजी की तैयारी
सरफराज आर्मी ऑफिसर नहीं बन पाए, पर सपने देखना नहीं छोड़ा. कोरोना महामारी के दौरान सरकारी मदद से उन्होंने एक फोन खरीदा और यूट्यूब की मदद से नीट यूजी की तैयारी शुरू की. अब उनका सपना डॉक्टर बनने का था. साल 2023 में उन्होंने नीट यूजी पास की लेकिन कम रैंक की वजह से डेंटल कॉलेज में दाखिला मिला. लेकिन हॉस्टल की सुविधा न होने के चलते कॉलेज छोड़ना पड़ा, क्योंकि कमरे का महंगा किराया देना उनके बस की बात नहीं थी.
साल 2024 में दोबारा पास की नीट यूजी
सरफराज ने नए सिरे से नीट यूजी की तैयारी शुरू की और 2024 में अच्छी रैंक हासिल की. उन्होंने 720 में से 677 अंक हासिल किए. वह अपने कोचिंग संचालक से आर्थिक मदद के बाद नील रतन सरकार मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेने में सफल रहे.
एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे सरफराज डॉक्टर बनकर उन लोगों का फ्री में इलाज करना चाहते हैं, जो इसका खर्च नहीं उठा सकते. साथ ही वह गरीब बच्चों की पढ़ाई में मदद भी करना चाहते हैं.
Location :
New Delhi,New Delhi,Delhi
First Published :
February 05, 2025, 19:25 IST