फर्रुखाबाद: शादी की तैयारियों हर कोई करता है, जिसमें सभी रस्में होती हैं. बारात भी आती है और मंगल गीतों के बीच धूमधाम से शादी भी होकर दुल्हन ससुराल भी जाती है, लेकिन अगर अगली सुबह दूल्हे को बिन दुल्हन के ही अकेले घर लौटना पड़े तो लोग हैरान हो जाएंगे. जी हां! ऐसा ही कुछ यूपी के इस जिले में हुआ. बारात में जयमाल की रस्म के बाद दुल्हन को पता चला कि दूल्हा सरकारी नहीं बल्कि प्राइवेट नौकरी करता है. इस पर दुल्हन ने शादी से इनकार कर दिया. इसके बाद इंतजार करके दोपहर को बिना दुल्हन के बारात लौट गई.
प्राइवेट नौकरी वाले से नहीं होगी शादी
इंजीनियर के साथ बेटी का रिश्ता तय करने के बाद गेस्ट हाउस में बारात का स्वागत हुआ. जिसमें वरमाला डाली गई तथा अन्य रस्में भी की गईं. वहीं, सुबह फेरों के वक्त दुल्हन ने दूल्हे की सरकारी नौकरी न होने के कारण शादी करने से मना कर दिया, तो दोनों पक्ष अवाक रह गए. फिर काफी देर तक दोनों पक्षों के बीच वार्ता चलती रही, लेकिन दुल्हन व उसके परिवारीजन तैयार नहीं हुए, तो समाज के कुछ लोगों ने बैठकर पंचायत कराई और दूल्हा बिना दुल्हन के ही घर लौट गया.
सुना पड़ा रहा मंडप
थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी ग्रामीण ने अपनी पुत्री का विवाह छत्तीसगढ़ के बलरामपुर निवासी इंजीनियर युवक से तय किया था. बिचौलिए ने बताया कि लड़का पक्ष कन्नौज में किराये पर रहता है. लड़का सरकारी इंजीनियर, उसके 6 प्लाट और 20 बीघा जमीन है. वहीं, रात ग्रामीण की पुत्री की बारात कस्बा के गंगा गली स्थित एक गेस्ट हाउस में आई. तब रात को बारात चढ़ने के साथ द्वारचार की रस्म हुई, बरातियों ने भोजन किया. इसके बाद देर रात जयमाला कार्यक्रम भी हो गया. इसी दौरान रात करीब पौने एक बजे दुल्हन को खबर लगी कि दूल्हा सरकारी नहीं बल्कि प्राइवेट नौकरी करता है, तो इस पर उसने शादी की रस्मों को पूरा करने से इनकार कर दिया.
बारात का धूमधाम से हुआ था स्वागत
वहीं, दुल्हन से शादी न करने की वजह पूछी गई, तो कहा कि उसे सरकारी जॉब वाला दूल्हा बताया गया था, वह प्राइवेट जॉब वाले से शादी नहीं करेगी. इतना सुनते ही दोनों पक्ष अवाक रह गए और दुल्हन को मनाने में जुट गए, लेकिन दुल्हन ने किसी की भी एक नहीं सुनी. इसी दौरान मामले को बढ़ता देखकर समाज के लोग एकत्र हो गए और दोनों पक्षों को शादी के लिए समझाकर तैयार करने लगे, लेकिन तभी दूल्हा ने अपनी पे स्लिप फोन पर मंगाकर दुल्हन पक्ष को दिखाई, जिसमें 1,20,000 रुपए प्रतिमाह वेतन लिखा हुआ था. उसके बावजूद भी दुल्हन अपनी जिद पर अड़ी रही और शादी करने से मना कर दिया. इसके बाद में समाज के लोगों ने फैसला किया कि दोनों पक्षों का जो भी खर्च हुआ है, वह आपस में लेनदेन कर लें. फिर आपसी लेनदेन के बाद दूल्हा बिना दुल्हन के ही वापस लौट गया.
सैलरी रसीद से भी नहीं बदला फैसला
सैलरी रसीद दिखाने के बावजूद दुल्हन ने लौटा दी बारात, जबकि 1.2 लाख थी तनख्वाह थी. दुल्हन बोली इस वजह से नहीं करूंगी शादी. कमालगंज में शादी के दौरान दुल्हन ने फेरों से पहले सरकारी नौकरी न होने पर शादी से इंकार कर दिया. दूल्हा सिविल इंजीनियर था और 1.2 लाख रुपए मासिक कमाता था, लेकिन दुल्हन ने सरकारी नौकरी की मांग पर अड़ी रही. पंचायत में दोनों पक्षों ने खर्च का निपटारा किया और दूल्हा बिना दुल्हन के लौट गया. थाने में कोई शिकायत दर्ज नहीं हुई.
यह हुआ बाद में फैसला
इसी दौरान वहां दोनों पक्षों के बीच बातचीत चलती रही. जब लड़की पक्ष शादी को तैयार न हुआ, तो दोपहर दूल्हा पक्ष की ओर से तिलकोत्सव में लिए गए दहेज के रुपए वापस किए गए. दूल्हा बिना दुल्हन के ही लौट गया.
Tags: Ajab Gajab, Farrukhabad news, Local18, UP news
FIRST PUBLISHED :
November 25, 2024, 06:33 IST