Last Updated:February 04, 2025, 08:11 IST
एम्स दिल्ली के डॉक्टर दत्ता ने इंडिगो एयरलाइंस पर समय पर भोजन न देने और इमरजेंसी लाइट का जवाब न देने का आरोप लगाया. उन्होंने इसे "डरावना सपना" बताया और दोबारा इंडिगो से यात्रा न करने की बात कही.
नई दिल्ली. इंडिगो एयरलाइंस पर एम्स दिल्ली के एक डॉक्टर ने गंभीर आरोप लगाए हैं. डॉक्टर ने बेंगलुरु से दिल्ली की अपनी हालिया फ्लाइट को “डरावना सपना” बताते हुए कहा कि केबिन क्रू ने बार-बार यह बताने पर भी समय पर खाना नहीं दिया कि वे शुगर पेशेंट हैं और उनके लिए भोजन बहुत जरूरी है. डॉक्टर दत्ता ने आरोप लगाया कि इमरजेंसी लाइट जलाने पर भी किसी ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. ऐसे में अगर कोई मेडिकल इमरजेंसी हो जाए तो पेशेंट की जान पर बन सकती है. उन्होंने दोबारा कभी इंडिगो एयरलाइंस से यात्रा न करने की भी बात कही.
डॉ. दत्ता ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर अपने अनुभव को साझा करते हुए लिखा, “अब कभी इंडिगो से यात्रा नहीं करूंगा! मेरी हालिया फ्लाइट एक ऐसा दुःस्वप्न बन गई जिसे मैं किसी और के साथ होते नहीं देखना चाहता.” उन्होंने कहा कि एयरलाइन की सेवा में “दयनीय गिरावट” आई है. डॉ. दत्ता का दावा है कि उन्होंने बातचीत की रिकॉर्डिंग की है और इस मामले को राष्ट्रीय उपभोक्ता फोरम तक ले जाने की योजना बना रहे हैं.
NEVER flying Indigo again!
My caller formation from Bangalore to Delhi turned into a nightmare that I anticipation nary 1 other has to experience!
I americium not going to permission it here. @IndiGo6E needs to beryllium held accountable for the pathetic downfall successful its service!
Here’s what went down:
— Dr. Datta MD (AIIMS Delhi) (@DrDatta_AIIMS) February 2, 2025
समय पर नहीं मिला प्री-बुक किया भोजन
डॉ. दत्ता ने बताया कि उन्हें बॉर्डरलाइन हाई शुगर की समस्या है. इसी कारण उन्होंने फ्लाइट के लिए पहले से सैंडविच बुक किया था ताकि समय पर खाना मिल सके. फ्लाइट दोपहर 3:30 बजे टेक-ऑफ हुई, लेकिन भोजन समय पर नहीं परोसा गया. जब क्रू उनके पास पहुंचा तो बताया गया कि बेंगलुरु में किसी समस्या के कारण उनके भोजन में देरी हो सकती है. डॉ. दत्ता ने अपनी पोस्ट में लिखा, “करीब आधे घंटे इंतजार के बाद मैंने विनम्रता से पूछा कि क्या कोई समस्या है. एक क्रू मेंबर ने कहा कि कोई अन्य सहकर्मी भोजन परोसेगा, लेकिन इसके बाद भी कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली. मुझे नजरअंदाज किया जा रहा था.”
इमरजेंसी कॉल लाइट का भी नहीं मिला जवाब
स्थिति तब और बिगड़ गई जब उन्होंने आपातकालीन कॉल लाइट जलाने के बाद भी कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली. दत्ता ने कहा, “एक सहयात्री ने मुझे अपना सैंडविच ऑफर किया, लेकिन तब तक मैं काफी परेशान हो चुका था. मैंने कॉल लाइट ऑन की, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. सबसे ज्यादा हैरानी तब हुई जब पायलट ने घोषणा की कि विमान लैंडिंग के लिए उतर रहा है, लेकिन मेरे भोजन का कोई अता-पता नहीं था.”
भोजन मिलने तक हालत हो गई थी गंभीर
डॉ. दत्ता ने बताया कि आखिरकार शाम 5:40 बजे जब क्रू उनके पास आया, तब उन्होंने बताया कि वे प्री-डायबेटिक हैं और समय पर भोजन करना उनके लिए जरूरी है. “मुझे तब जाकर सैंडविच और ब्लैक कॉफी दी गई, जबकि मैंने ब्लैक टी मांगी थी. तब तक मेरी हालत इतनी बिगड़ चुकी थी कि बहस करने की ताकत भी नहीं बची थी.
डॉ. दत्ता ने बताया कि उन्हें सबसे ज्यादा झटका इस बात से लगा कि 30 मिनट तक कॉल लाइट का कोई जवाब नहीं दिया गया. “मेरे बगल की सीट खाली थी, और मैं सोच रहा था कि अगर मैं किसी गंभीर मेडिकल इमरजेंसी में होता तो क्या होता?” उन्होंने आरोप लगाया कि क्रू ने लापरवाही के लिए न तो माफी मांगी और न ही कोई स्पष्टीकरण दिया.
Location :
New Delhi,New Delhi,Delhi
First Published :
February 04, 2025, 08:11 IST