Last Updated:January 11, 2025, 15:29 IST
Explainer- बढ़ती उम्र को लेकर महिलाओं को हमेशा डराया गया है. सफेद बाल आते ही वह उसे रंगना चाहती हैं. कुछ लोग ऐसा भी कहते हैं कि महिलाएं कभी बूढ़ी नहीं होना चाहतीं. दरअसल, एजिंग बुरी नहीं है लेकिन सोसाइटी ने इसे बुरा बना दिया...और पढ़ें
कहते हैं कि महिलाओं से उनकी उम्र नहीं पूछनी चाहिए. अगर पूछ ली जाए तो वह उम्र कम ही बताती हैं क्योंकि माना जाता है कि महिलाएं बढ़ती उम्र से डरती हैं. दरअसल हमारा समाज उनकी बढ़ती उम्र को स्वीकार नहीं करता क्योंकि सोच है कि मेनोपॉज के बाद महिला ‘महिला’ जैसी नहीं रहती. लेकिन अब एजिंग ग्लैमरस बनने लगी है. एक जमाना था जब बॉलीवुड को एक्ट्रेस ग्रे हेयर या झुर्रियां दिखने पर ट्रोल किया जाता था. ऐश्वर्या राय और करीना कपूर इसकी शिकार हो चुकी हैं लेकिन जीनत अमान, शालिनी पासी और मलाइका अरोड़ा ने साबित कर दिया कि उम्र केवल नंबर है. महिला हर उम्र में खूबसूरत दिख सकती है.
उम्रदराज महिलाएं होती हैं ज्यादा स्मार्ट
मनोचिकित्सक मुस्कान कहती हैं कि एक 20 साल की उम्र की लड़की के मुकाबले 50 साल की महिला ज्यादा स्मार्ट होती है. उन्हें पता होता है कि किस इंसान से कैसे बात करनी है, कैसा व्यवहार करना है, किस तरह से इमोशंस को कंट्रोल करना है. वह दुनिया और लोगों को अच्छे से समझती हैं. महिलाओं की झुर्रियां और उनके सफेद बाल उनका अनुभव होता है जो उन्हें समझदार और स्मार्ट बनाता है.
मेनोपॉज में खुद का ध्यान रखना जरूरी
40 की उम्र के बाद से कभी भी प्री मेनोपॉज स्टेज शुरू हो सकती है. इसमें पीरियड्स अनियमित होने लगते हैं. अमेरिकन मेनोपॉज सोसाइटी के अनुसार शरीर में यह बदलाव 4 से 8 साल तक चल सकते हैं. जब 1 साल तक पीरियड्स नहीं आते तो इसे मेनोपॉज मान लिया जाता है. मेनोपॉज एक महिला के लिए बहुत मुश्किल वक्त होता था. इस समय शरीर में हॉर्मोन्स कम ज्यादा होते रहते हैं जिससे गुस्से, चिढ़चिढ़ापन, उदासी, कमर में दर्द और हॉट फ्लैशेज जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं. इस समय महिला को अपने लाइफस्टाइल को बदलने की जरूरत होती है. अच्छी डाइट, मेडिटेशन, नींद और एक्सरसाइज पर ध्यान देना जरूरी है.
सफेद बाल दिखने पर डरे नहीं, आजकल ग्रे हेयर फैशन में हैं (Image-Canva)
डाइट और एक्सरसाइज पर करें फोकस
बढ़ती उम्र में अक्सर मेनोपॉज के दौरान या बाद में वजन बढ़ जाता है. इस दौरान योग या एक्सरसाइज और डाइट पर ध्यान देना बेहद जरूरी है. वॉकिंग या जॉगिंग को अपने रूटीन में शामिल करें. हफ्ते में 5 दिन एक्सरसाइज करें. साइकिलिंग या स्विमिंग भी कर सकते हैं. इसके अलावा खूब सारा पानी पिएं ताकि डिहाइड्रेशन ना हो. बॉडी के वजन के हिसाब से पानी पिया जाए तो वजन कंट्रोल रहता है और स्किन भी रूखी बेजान नहीं होती जिससे झुर्रियां ज्यादा नहीं पड़तीं. तला-भूना और मीठा खाने से बचें. डाइट में अंडा, सीड्स, ड्राई फ्रूट्स, सब्जी, फल, बेरीज, हरी सब्जियां, टमाटर, शकरकंद और डार्क चॉकलेट को शामिल करें. इससे बॉडी एक्टिव रहेगी क्योंकि यह डाइट एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन और फाइबर से भरपूर है.
कपड़े सोच समझकर चुनें
बढ़ती उम्र में अक्सर महिलाएं सफेद, क्रीम जैसे हल्के रंग पहनती है जबकि ऐसा कोई रूल नहीं है. रंग हर उम्र के लोगों के लिए बने हैं. बढ़ती उम्र में भी ब्राइट शेड्स पहने जा सकते हैं. साड़ी के अलावा सूट में भी वेस्टर्न फ्यूजन किया जा सकता है. लेयरिंग का ध्यान रखें. मोनोक्रोमैटिक आउटफिट पर डार्क कलर के ड्रेस की लेयर, हाइट को लंबी और लुक को स्टाइलिश बनाती है. जींस के साथ टॉप पहनें और उसके ऊपर जैकेट कैरी करें या मैक्सी ड्रेस पर जैकेट पहन सकती हैं. मिनी की जगह मिडी या मैक्सी ड्रेस ही पहनें.इस ऐज में स्लीव्स वाली ही ड्रेस पहनें. दरअसल कट स्लीव टॉप या ड्रेस में बाजू का स्किन झूलती है जो अच्छी नहीं लगती. फुटवियर अपने कंफर्ट के हिसाब से चुनें. आउटफिट को चुनते वक्त ध्यान रखें कि वह बॉडीकॉन यानी स्किन फिट ना हो. बैगी जींस भी ना पहने. मेकअप को सिंपल ही रखें. हाथों में केवल 1 उंगली में ही अंगूठी पहने. ऐसा करना क्लासी लुक देता है.
बढ़ती उम्र में अपनी पसंद की हॉबी करें, इससे तनाव दूर रहेगा (Image-Canva)
प्रीमेच्योर एजिंग बढ़ रही है
स्किन एक्सपर्ट डॉ. रीना खरे कहती हैं कि पहले एजिंग 50 साल के आसपास दिखती थी लेकिन आजकल खराब लाइफस्टाइल, पॉल्यूशन, तनाव, स्मोकिंग, ड्रिंकिंग, मोबाइल का बढ़ता इस्तेमाल और कम नींद की वजह से 30 साल में ही झुर्रियां दिखने लगी हैं.बढ़ती उम्र पर कोई काबू नहीं पा सकता. लेकिन एजिंग को कुछ आदतों से टाला जरूर जा सकता है.इसके लिए रोज सनस्क्रीन लगाएं, खूब सारा पानी पीएं, डाइट में विटामिन और प्रोटीन को शामिल करें, मेडिटेशन करें, नींद पूरी लें और फेशियल योग करें. स्मोकिंग और ड्रिंकिंग से बचें.
बाजार ने एजिंग को बनाया ग्लैमरस
आजकल टीवी, इंटरनेट या अखबारों में एंटी एजिंग प्रोडक्ट खूब बिकने लगे हैं. इन प्रोडक्ट्स ने एजिंग को खौफ की तरह पेश किया है लेकिन एजिंग बदसूरत नहीं, बल्कि खूबसूरत है. कई ब्रांड्स ने अपने विज्ञापनों में युवा मॉडल की जगह बुजुर्ग मॉडल को फैशनेबल दिखाकर साबित कर दिया है कि एजिंग भी ग्लैमरस है. 70 के दशक की एक्ट्रेस जीनत अमान को एक जूलरी ब्रांड और फाइनेंशियल ऐप्लिकेशन ने अपना ब्रांड एंबेसेडर बनाकर यह साबित कर दिया कि महिला हर उम्र में खूबसूरत और स्मार्ट दिख सकती है. उसे ठप मानना बहुत बड़ी भूल होगी. इसी तरह मलाइका अरोड़ा करोड़ों महिलाओं की प्रेरणा बन गई हैं. 51 साल की उम्र में भी वह स्टाइल आइकन हैं और कोई उन्हें उनकी उम्र से जज नहीं कर सकता.