चंडीगढ़: मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने राज्य के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए जमीनी स्तर पर बहुत काम किया है। मान सरकार ने राज्य के विभिन्न शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में 881 आम आदमी क्लीनिक खोले हैं। इन क्लीनिकों में से 316 शहरी और 565 ग्रामीण क्षेत्रों में हैं। मुख्यमंत्री का दृष्टिकोण यह सुनिश्चित करना है कि राज्य के लोगों को उनके घरों के 3-4 किमी के दायरे में मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं मिलें।
रिपोर्ट्स का कहना है कि पंजाबभर में 2.58 करोड़ से ज्यादा लोगों ने इन क्लीनिकों में इलाज कराया है। मुफ्त चिकित्सा उपचार के अलावा, ये क्लीनिक 80 प्रकार की मुफ्त दवाएं और 38 प्रकार के मुफ्त नैदानिक परीक्षण प्रदान करते हैं।
आम आदमी क्लीनिक की संख्या में हुई बढ़ोतरी
2024 की शुरुआत तक पंजाब में 677 आम आदमी क्लीनिक चालू थे। 2 मार्च को, सीएम मान ने पंजाब में अतिरिक्त 165 क्लीनिकों का उद्घाटन किया, जिससे आम आदमी क्लीनिक की कुल संख्या 842 हो गई। अब बढ़कर ये संख्या 881 हो चुकी है। ये क्लीनिक मुफ्त परामर्श, दवाएं और नैदानिक परीक्षण प्रदान करते हैं।
चूंकि 65% आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में रहती है, इसलिए मुख्यमंत्री ने शहरी क्षेत्रों की तुलना में इन क्षेत्रों में अतिरिक्त आम आदमी क्लीनिक की स्थापना को प्राथमिकता दी है। परिणामस्वरूप, लोगों को अब दवा और नियमित बीमारियों के इलाज या नैदानिक परीक्षणों के लिए लंबी कतारों में रहने की आवश्यकता नहीं है। इसके अलावा, आम आदमी क्लीनिक की स्थापना से पूरे राज्य में सार्वजनिक अस्पतालों पर दबाव काफी कम हो गया है।
पंजाब सरकार के लिए इतनी बड़ी मात्रा में राज्य के जन-जन तक स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ कराना आसान नहीं था लेकिन सरकार ने इसे करके दिखाया। महीनों तक, पंजाब सरकार को केंद्र से फंडिंग बाधाओं का सामना भी करना पड़ा लेकिन फिर भी सरकार ने हार नहीं मानी।
बता दें कि पंजाब में आम आदमी क्लीनिक, AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के संरक्षण वाली दिल्ली सरकार द्वारा खोले गए मोहल्ला क्लीनिकों की तर्ज पर खोले गए हैं। पंजाब सरकार ने आम आदमी के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को सुगम बनाया है।
पंजाबियों की जेब से 1200 करोड़ रुपए बचाए, इतने लाख की दवाएं मुफ्त
पंजाब सरकार की इस योजना से पंजाबियों की जेब से होने वाले चिकित्सा खर्च से 1200 करोड़ रुपए बचाए गए। पंजाब सरकार की इस योजना को अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला है। नैरोबी में आयोजित 85 देशों के प्रतिनिधियों द्वारा वैश्विक स्वास्थ्य आपूर्ति श्रृंखला शिखर सम्मेलन में पंजाब मोहल्ला क्लीनिक को पहला पुरस्कार मिला है।
नैदानिक परीक्षणों की बात करें तो 107 करोड़ रुपए के मूल्य के परीक्षण निःशुल्क किए गए हैं और 72 लाख डायग्नोस्टिक्स परीक्षण किए गए हैं। 450 करोड़ रुपये की दवाएं मुफ्त दी गईं हैं।
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