Last Updated:February 03, 2025, 18:33 IST
ममता कुलकर्णी, जो कभी बोल्ड छवि के लिए जानी जाती थीं, अब आध्यात्मिक मार्ग पर हैं. महामंडलेश्वर बनने के बाद विवादों में घिरीं और 7 दिन में पद से हटा दी गईं. लेकिन अब एक नया विवाद उनके साथ जुड़ गया है.
हाइलाइट्स
- ममता कुलकर्णी का महामंडलेश्वर पद विवादों में घिरा.
- टीवी शो में मंत्रों के गलत उच्चारण पर ट्रोल हुईं.
- कुलकर्णी और त्रिपाठी दोनों को पद से हटाया गया.
कभी सिनेमा की दुनिया में अपनी बोल्ड छवि के लिए नाम कमाने वाली ममता कुलकर्णी अब आध्यात्म के मार्ग पर आगे बढ़ गई हैं. अपने महामंडलेश्वर पद पर मचे हंगामे के बीच ममता हाल ही में एक टीवी शो में अपनी सफाई देते हुए नजर आईं. लेकिन इस शो में आईं ममला अब अपने ही गाए मंत्रों में फंस गई हैं. इस महाकुंभ में आंसुओं से भीगते हुए ‘महामंडलेश्वर’ बनने और सिर्फ 7 दिन में ये पदवी छीने जाने तक, ममता कुलकर्णी के साथ बहुत कुछ हो गया है. कई संतों और साधुओं ने ममता को ये पद दिए जाने पर आपत्ति जताई. संतों ने यह सवाल उठाया कि क्या उन्होंने वास्तव में किसी प्रकार का तप किया है और क्या वे शास्त्रों का सही ज्ञान रखती हैं. पर अब वो इस टीवी शो के चलते इंटरनेट पर लोगों के निशाने पर आ गई हैं.
ममता कुलकर्णी को किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी ने ‘महामंडलेश्वर’ बनाया और 7 दिन में विवादों के बीच किन्नर अखाड़े के संस्थापक अजय दास ने बाहर कर दिया. टीवी शो ‘आप की अदालत’ में ममता कुलकर्णी से होस्ट ने कई कठिन सवाल पूछे. जब ममता से उनके आध्यात्मिकता को अपनाने के बारे में सवाल किया गया, तो उन्होंने फिल्मों में वापसी के बारे में कहा कि यह “पूरी तरह से असंभव” है. “अब मैं फिल्मों में काम करने की कल्पना भी नहीं कर सकती. अब यह बिल्कुल असंभव है.’
इस शो में ममता कुलकर्णी ने अपने वेदों के ज्ञान पर सवाल होते ही कुछ मंत्रों का उच्चारण करना शुरू कर दिया. शो में ममता कुलकर्णी के इस तेजी से मंत्रों का उच्चारण पर खूब तालियां बजीं. लेकिन अब सोशल मीडिया पर मंत्रों के गलत उच्चारण पर जमकर उन्हें ट्रोल कर रहे हैं.
रिपोर्ट्स की मानें तो ममता कुलकर्णी के इस निष्कासन की वजह किन्नर अखाड़ा के संस्थापक अजय दास और आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी के बीच गहरे विवाद से जुड़ी है. जहां अजय दास ने त्रिपाठी को उनके पद से हटाने की धमकी दी, लेकिन त्रिपाठी ने इस दावे को खारिज किया, यह कहते हुए कि दास के पास ऐसा अधिकार नहीं है. इस टकराव ने अखाड़े में और विवाद को जन्म दिया, जिसके परिणामस्वरूप त्रिपाठी और कुलकर्णी दोनों को उनके पदों से निष्कासित कर दिया गया.
आपको बता दें कि ममता कुलकर्णी 1990 के दशक की एक प्रमुख बॉलीवुड अभिनेत्री थीं. उन्होंने कई हिंदी फिल्मों में अभिनय किया और ‘करण अर्जुन’ (1995), ‘बाजी’ (1995), और ‘चाइना गेट’ (1998) जैसी फिल्मों में अपनी भूमिकाओं के लिए प्रसिद्ध हुईं. ममता कुलकर्णी 90 के दशक की सबसे बोल्ड अभिनेत्री रही हैं.
First Published :
February 03, 2025, 18:33 IST