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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को दावा किया कि उनका राज्य वृद्धि और अवसर के केंद्र के रूप में उभरा है। यहां 1.72 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला गया है। टीएमसी की बंगाल सरकार के आठवें व्यापार शिखर सम्मेलन के समापन के अगले दिन ममता बनर्जी ने यह दावा किया। उन्होंने कहा कि दो दिन के बंगाल वैश्विक व्यापार शिखर सम्मेलन (बीजीबीएस)-2025 में 4,40,595 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों के साथ 212 समझौता ज्ञापन (एमओयू) और आशय पत्र (एलओआई) प्राप्त हुए।
ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर कहा, “कल, जब मैं बंगाल वैश्विक व्यापार सम्मेलन में खड़ी थी तब नीति-निर्माताओं, कॉरपोरेट दिग्गजों, उद्यमियों और वैश्विक दूरदर्शी लोगों से घिरी हुई थी। उस समय मैंने अपनी आंखों के सामने एक सपना साकार होते देखा।” उन्होंने कहा, “राज्य में 1.72 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला गया है और बंगाल वृद्धि और अवसरों का केंद्र बनकर उभरा है। मुझे यह बताते हुए गर्व हो रहा है कि इस साल के बीजीबीएस में 212 एमओयू और आशय पत्र प्राप्त हुए हैं, जिनमें कुल 4,40,595 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव शामिल हैं।”
गोपाल कृष्ण गोखले को किया याद
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2011 में पदभार संभालने के बाद उन्होंने बंगाल को समृद्धि के भविष्य की ओर ले जाने की शपथ ली थी। समाज सुधारक गोपाल कृष्ण गोखले के शब्दों को याद करते हुए बनर्जी ने पोस्ट में कहा, “मेरा मिशन स्पष्ट था: ऐसा बंगाल बनाना जहां हर निवासी गर्व से कह सके कि ‘बंगाल जो आज सोचता है, भारत कल सोचेगा।” उन्होंने कहा कि बीरभूम के देवचा पचामी में कोयला निकासी प्रक्रिया शुरू हो गई है, जिससे विशाल भंडार प्राप्त होगा जो बंगाल के औद्योगिक भविष्य को बढ़ावा देगा। (इनपुट- पीटीआई)
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