कभी राजा को दान में थी जमीन, अब बनकर तैयार है बीकानेर की सबसे बड़ी गोशाला

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Agency:News18 Rajasthan

Last Updated:February 07, 2025, 17:19 IST

Cattle Rearing: समाजसेवी और गौशाला के अध्यक्ष सत्यनारायण राठी ने बताया कि यह गौशाला 1914 में बनी थी. सेठ बंशी लाल जी राठी ने 5300 बीघा जमीन गोचर के रूप में उस समय महाराजा गंगा सिंह जी को रेवेन्यू का रुपए जमा कर...और पढ़ें

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भीनासर

भीनासर स्थित मुरली मनोहर गौशाला

हाइलाइट्स

  • बीकानेर की गौशाला में रहते हैं 4500 गोवंश
  • गौशाला में उपलब्ध हैं अत्याधुनिक सुविधाएं
  • 1914 में स्थापित की गई थी गौशाला

बीकानेर. बीकानेर जिले की सबसे बड़ी गौशाला एक या दो हजार गोवंश नहीं बल्कि साढ़े चार हजार से अधिक गोवंश रहती है. इनके लिए अलग से कमरे बने हुए हैं. साथ ही यहां गोवंश के लिए अत्याधुनिक तरीके की व्यवस्था की गई है. इस गौशाला को देखने और गोवंश की सेवा करने के लिए रोजाना लोग आते हैं.

गोशाला में 4500 गोवंश, 1914 में हुआ था निर्माण 
समाजसेवी और गौशाला के अध्यक्ष सत्यनारायण राठी ने बताया कि यह गौशाला 1914 में बनी थी. सेठ बंशी लाल जी राठी ने महाराजा गंगा सिंह जी को 5300 बीघा जमीन गोचर के रूप में रेवेन्यू जमा करवाकर गोशाला के रूप में रजिस्ट्री कर दी. वर्तमान में गोशाला में 4500 गोवंश है. यह राजस्थान की तीसरी सबसे बड़ी गौशाला है. यहां गायों को सुबह व शाम को सुखा और हरा चारा डाला जाता है. इसके अलावा यहां लापसी भी बनती है. कई लोग यहां गायों के लिए चारा भी आकर डालते है. साथ ही यहां 80 कर्मचारी कार्यरत है. जो गायों की सुबह व शाम को सेवा करते है. यहां गायों के लिए अत्याधुनिक सुविधा है. जहां गायों के लिए ऑटोमैटिक तरीके से पानी चालू और बंद हो जाता है.

नेत्रहीन और विकलांग गोवंश के लिए अलग व्यवस्था 
इस गोशाला में कई तरह की खास सुविधा है. यहां नेत्रहीन और विकलांग गोवंश के लिए अलग-अलग व्यवस्था की गई है तथा नवजात बछड़ों के लिए अलग व्यवस्था की गई है. साथ हीं गौशाला के लिए दो ट्यूबवेल बनाए गए हैं. गायों के लिए हरे चारे के 7 बड़े गोदाम, चारा के 4 बड़े भंडार, वस्तु भंडार के लिए 3 बड़े गोदाम बनाए गए हैं.

गायों के रहने के लिए 26 गौ सदन का निर्माण 
इसके साथ ही बायो गैस के लिए संयंत्र स्थापित किया गया है. हरे चारे और घास सेवन के लिए जमीन छोड़ी गई है. यहां गायों के रहने के लिए अलग-अलग करीब 26 गौ सदन बनाए गए हैं. साथ हीं गौ परिक्रमा का पथ भी बनाया गया है. इसके अलावा गोवंश के लिए अलग से अस्पताल भी बनाया गया है जहां रोजाना डॉक्टर गोवंश की जांच करते है.

Location :

Bikaner,Bikaner,Rajasthan

First Published :

February 07, 2025, 17:19 IST

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कभी राजा को दान में थी जमीन, अब बनकर तैयार है बीकानेर की सबसे बड़ी गोशाला

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