Mahakumbh Maghi Purnima Snan: महाकुंभ के पांचवे स्नान पर्व माघी पूर्णिमा पर बुधवार को दोपहर दो बजे तक 1.83 करोड़ से अधिक लोगों ने गंगा और संगम में डुबकी लगाई. सरकार ने इस दौरान, स्नान करने वाले श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा कराई. बुधवार तड़के से ही महिला, पुरुष, बुजुर्ग और बच्चों समेत श्रद्धालुओं का गंगा और संगम घाट की ओर आगमन जारी है.
मेला प्रशासन द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, बुधवार को दोपहर दो बजे तक 1.83 करोड़ से अधिक लोगों ने संगम और गंगा में स्नान किया. 13 जनवरी से अब तक 48 करोड़ से अधिक लोग यहां स्नान कर चुके हैं. सभी कल्पवासियों से यातायात नियमों का पालन करने और केवल अधिकृत पार्किंग का उपयोग करने का अनुरोध किया गया है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार सुबह चार बजे से ही लखनऊ में अपने आधिकारिक आवास में बने ‘वार रूम' से मेला क्षेत्र की निगरानी कर रहे हैं. उनके साथ पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार, प्रमुख सचिव (गृह) संजय प्रसाद और अन्य अधिकारी भी मौजूद हैं.
क्रिकेटर अनिल कुंबले ने आम श्रद्धालुओं की तरह अपनी पत्नी चेतना रामतीर्थ के साथ संगम में स्नान किया. बिना वीआईपी प्रोटोकॉल के वह पत्नी के साथ नाव से संगम गए और स्नान के साथ ही सूर्यदेव को अर्घ्य दिया.
महाकुंभ मेले में कल्पवास कर रहे करीब 10 लाख कल्पवासियों का संकल्प माघी पूर्णिमा स्नान के साथ आज पूरा हो जाएगा और वे अपने अपने घरों के लिए प्रस्थान करना शुरू करेंगे.
महाकुंभ मेले में कल्पवास कर रहे करीब 10 लाख कल्पवासियों का संकल्प माघी पूर्णिमा स्नान के साथ आज पूरा हो जाएगा और वे अपने अपने घरों के लिए प्रस्थान करना शुरू करेंगे.
गुरु एवं किन्नर अखाड़े के महामंडलेश्वर आर. मणिकंदन ने महाकुंभ के महत्व के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि महाकुंभ के दौरान मेला क्षेत्र में गुजारा गया एक-एक क्षण अमृत तुल्य है.
साधु-संतों, संन्यासियों और आम नागरिकों को मिल रही सुविधाओं को लेकर हर्ष जताते हुए गुरु मणिकंदन ने कहा कि सीएम योगी का प्रयास अतुलनीय है. उनके अनुसार, एक सच्चा सनातनी और सनातन धर्म का मर्मज्ञ ही इस प्रकार वृहद आयोजन को सुप्रबंधित और सुप्रतिष्ठित बना सकता है.
मणिकंदन अघोर तंत्राचार्य होने के साथ ही काशी के मणिकर्णिका घाट में होने वाली मसान होली (चिताभस्म से खेली जाने वाली होली) में भी नरमुंडों की माला धारण करने में अग्रणी भूमिका में रहते हैं.
रघुवंश संकल्प सेवा संघ तथा अयोध्या के राम-वैदेही मंदिर के प्रमुख स्वामी दिलीप दास त्यागी ने बताया कि यह परम सौभाग्य का क्षण है कि माघ पूर्णिमा के पवित्र अवसर पर पुण्य की डुबकी लगाने का अवसर प्राप्त हुआ. ऐसा लग रहा है कि हमारा जीवन धन्य हो गया.
वाराणसी स्थित सुमेर पीठ के शंकराचार्य नरेंद्रानंद सरस्वती महाराज ने भी आज संगम में स्नान किया. इसके बाद उन्होंने इसे दिव्य और भव्य महाकुंभ बताया. उन्होंने कहा कि इस पुष्य नक्षत्र में किया गया स्नान करोड़ों अश्वमेध यज्ञ के समान फलदायी होता है. उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की व्यवस्थाओं की सराहना करते हुए कहा कि उनका प्रशासनिक प्रबंधन अत्यंत श्रेष्ठ है.