बिहार के किशनगंज में पुलिस ने पश्चिम बंगाल के तीन लोगों को चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया है। आरोप है कि तीनों युवक पहले प्रयागराज गए थे। यहां उन्होंने संगम में डुबकी लगाई और इसके बाद चोरी करने निकल गए। पहले यूपी के अलीगढ़ में कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। इसके बाद किशनगंज पहुंचकर बड़ी चोरी को अंजाम दिया। हालांकि, पुलिस ने एक सप्ताह के अंदर पूरे मामले का खुलासा कर दिया।
किशनगंज पुलिस ने चोरी की घटना के बाद महज छह दिन के अंदर चोरों को पकड़ने में सफलता हासिल की है। चोरी की घटना 25 जनवरी की रात हुई थी। आरोपियों ने टाऊन थाना क्षेत्र में रेलवे गोदाम के पास बंद पड़े घर में बड़ी चोरी की थी। यह घर संवेदक रामनाथ चौधरी का है।
कुंभ में नहाने के बाद बनाया चोरी का प्लान
चोरी की घटना के बाद पुलिस अधीक्षक सागर कुमार ने विशेष टीम का गठन किया था। इस टीम में एसडीपीओ गौतम कुमार, थाना अध्यक्ष अभिषेक कुमार रंजन, अंकित सिंह, इरफान, रवि रंजन शामिल थे। जांच टीम ने फॉरेंसिक टीम की मदद से सबूत जुटाए और आरोपियों तक पहुंचने में सफल रही। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधीक्षक सागर कुमार ने बताया कि आरोपियों ने पहले प्रयागराज कुंभ में स्नान किया, उसके बाद चोरी की योजना बनाई। तीनों चोर पहले अलीगढ़ गए, लेकिन वहां सफलता हाथ नहीं लगी। इसके बाद ट्रेन से किशनगंज पहुंचे और संवेदक के घर पर चोरी की।
बंगाल के हैं तीनों आरोपी
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि तीनों आरोपी बंगाल के रहने वाले हैं, जिनकी पहचान बप्पी सिंह, अमित बाल्मीकि और नेपाल कर्मकार के रूप में हुई है। पुलिस ने इनके पास से 2 किलो 418 ग्राम चांदी, 35.52 ग्राम सोना, चार मोबाइल फोन, एक पल्सर बाइक, 1 लाख 28 हजार नकदी बरामद की है।
(किशनगंज से राजेश दुबे की रिपोर्ट)