Last Updated:February 02, 2025, 17:20 IST
कुख्यात गैंगस्टर जोगिंदर ग्योंग को फिलीपींस से पकड़कर भारत लाया गया है. दिल्ली पुलिस, हरियाणा एसटीएफ और सीबीआई ने मिलकर ऑपरेशन को अंजाम दिया. जोगिंदर पर 28 आपराधिक मामले दर्ज थे.
हाइलाइट्स
- गैंगस्टर जोगिंदर ग्योंग को फिलीपींस से भारत लाया गया.
- दिल्ली पुलिस, हरियाणा एसटीएफ और सीबीआई ने मिलकर ऑपरेशन किया.
- जोगिंदर पर 5 मर्डर केस सहित 28 आपराधिक मामले दर्ज थे.
विदेश में बैठकर बड़े अपराध की साजिश रचने वाले कुख्यात गैंगस्टर जोगिंदर ग्योंग को फिलीपींस से पकड़कर सफलतापूर्व भारत ले आया गया है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल, हरियाणा एसटीएफ और सीबीआई ने मिलकर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया.
हरियाणा में खूनी खेल खेलने वाला जोगिंदर पिछले कई वर्षों से फिलीपींस में रहकर कौशल चौधरी गैंग को फिर से मजबूत करने की कोशिश कर रहा था. कौशल चौधरी, लकी पटियाल और अमित डागर के जेल में होने के कारण जोगिंदर विदेश में रहकर शूटरों की भर्ती कर रहा था.
डेढ़ साल से पुलिस के रडार पर था जोगिंदर
जोगिंदर पुलिस के लिए कितनी बड़ी चुनौती था, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि दिल्ली पुलिस और हरियाणा एसटीएफ पिछले डेढ़ साल से उसके पीछे थी. आखिरकार, फिलीपींस में उसके ठिकाने का पता चला, जिसके बाद CBI की मदद से उसे भारत लाने की प्रक्रिया शुरू हुई.
हत्या के मामलों में शामिल, 28 केसों में वांटेड
जोगिंदर ग्योंग पर 28 आपराधिक मामले दर्ज थे, जिनमें 15 मामलों में कोर्ट से सजा हो चुकी थी. इनमें 5 हत्या के मामले भी शामिल थे. गोल्डी बरार के भाई गुरलाल बरार, विक्की मिदूखेड़ा और कबड्डी प्लेयर संदीप नांगल की हत्या में उसकी संलिप्तता पाई गई थी
गैंगस्टर सुरेंद्र ग्योंग का छोटा भाई है जोगिंदर
जोगिंदर, हरियाणा के कुख्यात गैंगस्टर सुरेंद्र ग्योंग का छोटा भाई है. सुरेंद्र और जोगिंदर को हरियाणा का सबसे खतरनाक अपराधी माना जाता था. हरियाणा पुलिस ने 2017 में करनाल में एनकाउंटर में सुरेंद्र को मार गिराया था. इसके बाद 2018 में जोगिंदर नेपाल के रास्ते फिलीपींस भाग गया था.
पहले भी विदेश भाग चुका था सुरेंद्र ग्योंग
जोगिंदर से पहले, उसका बड़ा भाई सुरेंद्र भी विदेश भाग गया था. हरियाणा पुलिस ने 2004 में पहली बार किसी अपराधी को दक्षिण अफ्रीका से प्रत्यर्पित कर भारत लाया था.
सुरेंद्र ग्योंग की दहशत के किस्से
जोगिंदर के बड़े भाई सुरेंद्र की दहशत का आलम ये था कि हरियाणा पुलिस उसे ‘बहरूपिया’ कहती थी. लोग उसके डर से शाम को घर से निकलने से कतराते थे. वह अक्सर पुलिस की वर्दी पहनकर वारदातों को अंजाम देता था. जेल में रहते हुए भी वह सरपंच का चुनाव जीत गया था.
कौशल चौधरी गैंग की साजिश और लॉरेंस बिश्नोई गैंग को टक्कर
जेल में ही कौशल चौधरी की मुलाकात जोंगिदर से हुई थी. कौशल का अपराध की दुनिया में गुरु सुरेंद्र था, जिसने जोगिंदर को भी इसी राह पर धकेल दिया. सूत्रों के मुताबिक, फिलीपींस में ‘कौशल चौधरी गैंग’ और ‘लॉरेंस बिश्नोई गैंग’ के बीच बड़ा गैंगवार छेड़ने की तैयारी थी. लकी पटियाल, अर्श डाला और जोगिंदर ग्यो मिलकर लॉरेंस गैंग को कमजोर करने की योजना बना रहे थे. इनका मकसद बड़ी टारगेट किलिंग को अंजाम देना था.
जोगिंदर ग्योंग की भारत वापसी को सुरक्षा एजेंसियों के लिए बड़ी जीत माना जा रहा है. इससे न केवल हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर में अपराधियों की कमर टूटेगी, बल्कि लॉरेंस बिश्नोई और कौशल चौधरी गैंग के बीच चल रही आपराधिक गतिविधियों पर भी लगाम लग सकेगी.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
February 02, 2025, 17:20 IST