दरबार में विराजमान मां दुर्गा जी
फर्रुखाबाद: नवरात्र पर मां दुर्गा के मंदिरों और घरों पर पूजा स्थलों में पूजा अर्चना के साथ ही आस्था की रस धारा बह रही है. सुबह और देर शाम की आरती में शंखनाद के साथ ही मां दुर्गा की जयकारों की गूंज चारों सुनाई दे रही है. वहीं, आज फर्रुखाबाद के खुदागंज के मां दुर्गा के भव्य पांडाल में भीड़ उमड़ रही है. इस दरबार में हजारों की संख्या में कई जिलों से श्रद्धालु पहुंचे हैं. आरती के बाद से विशाल भंडारा और भव्य यात्रा शुरू हुई.
दरबार में आए भक्त ने बताया
भक्त सार्थक कश्यप ने लोकल18 को बताया कि पिछले 4 सालों से लगातार सभी के सहयोग से भव्य आयोजन होता आ रहा है. यहां पर मां दुर्गा जी की 6 फीट की प्रतिमा है. खुदागंज में सजा मां दुर्गा जी के पंडाल में अपने समय से सुबह और शाम की आरती होती है. इसके साथ ही पूरे दिन भजन कीर्तन ढोल की थाप पर माता रानी के मंत्रों का उच्चारण होता है. ऐसे में आसपास के क्षेत्र से हर कोई इस भक्ति की रसधारा में शामिल होकर खुद को कृतार्थ कर रहा है.
जिस प्रकार शक्ति की देवी मां जगदंबा की आराधना और उपासना की विशेष कल शारदीय नवरात्र में माता रानी नौ स्वरूप का दर्शन पूजन किया जाता है. वहीं, माता रानी का नाम स्वरूप शक्ति स्वरूपा का माना जाता है. ऐसे में माता अपने नौ स्वरूपों में चतुर्भुज और सिंह वाहिनी है. इसके साथ ही अचला रूप में भी कमल पुष्प आसन पर माता रानी विराजमान रहती हैं.
जहां माता रानी के हाथ में चक्र और दूसरे हाथ में गदा रहता है. वहीं, तीसरे हाथ में शंकर तथा चौथा हाथ में कमल पुष्प रहता है. वह सभी सिद्धियों को प्रदान करने वाली मानी जाती है. इसीलिए नौ स्वरूपों की पूजा करने से साधक को सभी प्रकार के सिद्धियों की प्राप्ति होती है.
इसलिए खास है नवदुर्गा पूजन
अगर आप भी एकाग्रता के साथ ही निष्ठा से उनकी विधि विधान से पूजा अर्चना करते हैं, तो आपके सभी दुख दूर होने के साथी सिद्धियां भी प्राप्त होती है. वहीं, भागवत पुराण में भी कहा गया है कि भगवान शिव ने भी इन्हीं माता से सीढ़ियां को प्राप्त किया था. इन्हीं की कृपा से शिव का आधा शरीर देवी का इसके साथ ही लोक में वह अर्धनारीश्वर के रूप में भी स्थापित है.
विशाल भंडारे में उमड़ती है भीड़
कानपुर से फर्रुखाबाद मुख्य मार्ग के पर खुदागंज बसा हुआ है. जहां पर भव्य भंडारे में हजारों भक्त प्रसाद ग्रहण करते हैं. जिसमें मुख्य रूप से एक थाली में खीर, सब्जियां मिठाई और पूरी परोसी जाती हैं. वही विशाल भंडारे में हजारों लोग ग्रहण करते हैं प्रसाद. ऐसे समय पर यहां पर अनवरत भंडारा चलता रहता है.
यह है माता रानी का भोग
माता रानी के श्रद्धालु इन्हें हलवा, पूरी, चना, खीर, पुआ आदि का भोग लगाते हैं. उसके साथ ही माता रानी भी जीवन में सभी प्रकार से सुख शांति का वरदान देती हैं.
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FIRST PUBLISHED :
October 12, 2024, 10:49 IST