Agency:News18 Uttarakhand
Last Updated:February 11, 2025, 13:16 IST
Magh Purnima Mahatv: माघ मास की पूर्णिमा 12 फरवरी को होगी. धार्मिक ग्रंथो के अनुसार माघ पूर्णिमा के दिन स्नान करने पर अमोघ फल की प्राप्ति होती है. इस दिन तीर्थ नगरी कुंभ नगरी हरिद्वार में गंगा में स्नान करने पर...और पढ़ें
माघ पूर्णिमा पर हरिद्वार में प्रयागराज कुंभ का मिलेगा संपूर्ण फल
हाइलाइट्स
- माघ पूर्णिमा 12 फरवरी को होगी.
- हरिद्वार में गंगा स्नान से पाप खत्म होते हैं.
- माघ पूर्णिमा पर स्नान, दान का विशेष महत्व है.
ओम प्रयास /हरिद्वार. हिंदू कैलेंडर के अनुसार साल में कुल 12 पूर्णिमा का आगमन होता है. सभी पूर्णिमा का अपना-अपना महत्व है. माघ मास भगवान भोलेनाथ को समर्पित होता है, जिसमें उनके निमित्त पूजा पाठ, व्रत, मंत्रों का जाप, स्तोत्र आदि का पाठ करने का विधान है. इस महीने में भगवान शिव के निमित्त धार्मिक अनुष्ठान करने पर अक्षय फल की प्राप्ति होने की भी मानता है. माघ मास की पूर्णिमा 12 फरवरी को होगी. धार्मिक ग्रंथो के अनुसार माघ पूर्णिमा के दिन स्नान करने पर अमोघ फल की प्राप्ति होती है. इस दिन तीर्थ नगरी कुंभ नगरी हरिद्वार में गंगा में स्नान करने पर जन्मों जन्म के सभी पाप खत्म हो जाते हैं.
मां गंगा का उद्गम उत्तराखंड में गंगोत्री धाम से बताया गया है. मां गंगा पहाड़ों से होकर समतल क्षेत्र हरिद्वार में सबसे पहले अपनी कई धाराओं के साथ प्रवेश करती है. हरिद्वार हर की पौड़ी समेत, नीलधारा और अन्य रास्तों से मां गंगा मानव कल्याण के लिए कई धाराओं में देश के विभिन्न राज्यों में जाती है. हरिद्वार हर की पौड़ी ब्रह्मकुंड में गंगा स्नान करने पर तन और मन के सभी रोग खत्म होने के धार्मिक मान्यता है. इस समय तीर्थों के राजा प्रयागराज में 144 साल बाद कुंभ पर्व का आयोजन चल रहा है. उत्तराखंड या अन्य जगहों समेत विश्व भर से श्रद्धालु प्रयागराज कुंभ में आस्था की डुबकी लगाने पहुंच रहे हैं. माघ पूर्णिमा स्नान पर भी करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचकर धार्मिक लाभ उठाएंगे.
माघ मास की पूर्णिमा की जानकारी देते हुए हरिद्वार के पंडित सुमन प्रसाद थपलियाल बताते हैं कि माघ मास के दिन स्नान, दान आदि करने का विशेष महत्व होता है. माघ मास भगवान शिव को समर्पित होता है. इस दिन गंगा में स्नान आदि करके भगवान शिव के मंत्र, स्तोत्र आदि का जाप और पाठ करने पर भगवान शिव सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं. माघ पूर्णिमा के दिन पूजा पाठ करने के बाद गरीब जरूरतमंद या इच्छित व्यक्ति को जरूर की वस्तुएं दान करने का सबसे अधिक महत्व होता हैं. वह बताते हैं कि प्रयागराज में कुंभ पर्व चल रहा है. माघ पूर्णिमा के दिन कुंभ में स्नान करने से अनेक चमत्कारी लाभ होते हैं लेकिन जो भक्त, श्रद्धालु प्रयागराज कुंभ में नहीं जा सकता यदि उनके द्वारा तीर्थ नगरी हरिद्वार में हर की पौड़ी ब्रह्मकुंड पर माघ पूर्णिमा के दिन स्नान किया जाएगा उसे कुंभ स्नान का संपूर्ण फल प्राप्त हो जाएगा क्योंकि हरिद्वार भी कुंभ नगरी है जहां अमृत की बूंदे गिरी थी.
Location :
Hardwar,Uttarakhand
First Published :
February 11, 2025, 13:16 IST
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