Last Updated:February 08, 2025, 07:38 IST
Mustafabad Chunav 2025 : दिल्ली विधानसभा चुनाव के रिजल्ट में मुस्तफाबाद की सीट को काफी रोमांचक मुकाबले वाला माना जा रहा है. इस सीट पर दिल्ली दंगों के आरोपी ताहिर हुसैन ने भी अपना दावा ठोका है.
![मुस्तफाबाद की सीट को ताहिर हुसैन ने बनाया रोमांचक, भाजपा-आप दोनों परेशान मुस्तफाबाद की सीट को ताहिर हुसैन ने बनाया रोमांचक, भाजपा-आप दोनों परेशान](https://images.news18.com/ibnkhabar/uploads/2025/01/Tahir-Hussain-2025-01-082f5b3008d2f71be752bf0300bceff6.jpg?impolicy=website&width=640&height=480)
ताहिर हुसैन मुस्तफाबाद की मुस्लिम बाहुल्य सीट से चुनाव लड़ रहे हैं.
नई दिल्ली. राजधानी दिल्ली के विधानसभा चुनाव रिजल्ट बस कुछ ही देर में आने शुरू हो जाएंगे. वैसे तो दिल्ली की सभी 70 सीटों पर भाजपा अपनी जीत का दावा ठोक रही है, लेकिन सबसे मुश्किल चुनौती मुस्तफाबाद में पेश होने वाली है. इस मुस्लिम बाहुल्य विधानसभा सीट पर भाजपा ने मोहन सिंह बिष्ट को अपना उम्मीदवार बनाया है और उम्मीद कर रही है कि उसके वादों और दावों पर भरोसा करते हुए मुस्तफाबाद की जनता मोहन को अपना विजेता चुनेगी.
वैसे तो 5 फरवरी को ही मुस्तफाबाद सीट पर वोटिंग हो चुकी है और सभी कैंडिडेट का भविष्य ईवीएम में कैद भी हो चुका है. लेकिन, इसका परिणाम आज 8 फरवरी को आना है. इस सीट पर आम आदमी पार्टी ने इस बार अपना उम्मीदवार बदल दिया है और आदिल अहमद खान को मैदान में उतारा है. पिछली बार 2020 के विधान सभा चुनाव में इस सीट पर आप के हाजी युनुस ने बाजी मारी थी.
पिछला चुनाव कैसा गया था
साल 2020 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने यहां से जीत हासिल की थी. उस चुनाव में आप के कैंडिडेट ने भाजपा के उम्मीदवार जगदीश प्रधान को करीब 21 हजार वोटों से हराया था. इस बार दोनों ही दलों ने अपने-अपने उम्मीदवार बदल दिए हैं. आम आदमी पार्टी ने पिछले चुनाव में इस सीट पर 53 फीसदी से भी ज्यादा वोट हासिल किए थे. इस बार 12 दलों के नेता मुस्तफाबाद सीट पर अपनी जीत का दावा ठोक रहे हैं.
2008 में बनी थी यह सीट
मुस्तफाबाद विधानसभा सीट भी बहुत पुरानी नहीं है और साल 2008 के परिसीमन के बाद ही यह अस्तित्व में आई थी. इस सीट पर अब तक हुए 4 बार के चुनाव में 2 बार कांग्रेस और एक-एक बार भाजपा व आम आदमी पार्टी को जीत हासिल हुई है. इस बार के चुनाव में भी मुस्तफाबाद की 69 फीसदी जनता ने वोट डाले हैं.
दिल्ली दंगे के आरोपी भी मैदान में
मुस्तफाबाद विधानसभा सीट इस बार काफी चर्चा में है, क्योंकि यहां से असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने भी अपना उम्मीदवार उतारा है. एआईएमआईएम पार्टी के कैंडिडेट ताहिर हुसैन को दिल्ली के दंगों का आरोपी बनाया गया था और उन्हें चुनाव लड़ने के लिए कस्टडी पैरोल दी गई है. यही वजह है कि इस सीट पर मुकाबला एक बार फिर त्रिकोणीय हो चला है.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
February 08, 2025, 07:38 IST