Agency:News18 Bihar
Last Updated:February 08, 2025, 11:35 IST
किचन में इस्तेमाल होने वाले मसाले स्वाद के साथ-साथ सेहत के लिए भी बहुत ही लाभकारी होते हैं. आयुष चिकित्सक डॉ रास बिहारी तिवारी ने बताया कि गरम मसाला में पाए जाने वाले इन मसालों के मिश्रण से पाचन क्रिया मजबूत हो...और पढ़ें
गरम मसाले में पाए जाते हैं कमाल के गुण
हाइलाइट्स
- पाचन क्रिया को मजबूत करता है गरम मसाला
- लौंग, दालचीनी और अदरक में जीवाणुरोधी गुण
- ब्लड शुगर को नियंत्रित कर सकती है दालचीनी
जमुई. खाने में गरम मसाला डालने से उसकी खुशबू पूरे घर में फैल जाती है. गरम मसाले के बिना भारतीय व्यंजन का स्वाद अधूरा लगता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि गरम मसाले में पाए जाने वाले साधारण मसालों में इतने गुण होते हैं कि ये छोटी-मोटी बीमारियों से लेकर बड़ी बीमारियों तक का इलाज कर सकते हैं?
इन मसालों में मौजूद है औषधीय गुण
आयुष चिकित्सक डॉक्टर रास बिहारी तिवारी बताते हैं कि आयुर्वेदिक चिकित्सा में लौंग, इलायची, दालचीनी और अदरक का महत्वपूर्ण स्थान है. चाहे वह दालचीनी हो, लौंग हो, इलायची हो या कोई और मसाला, हर एक में औषधीय गुण होते हैं. इन मसालों के मिश्रण से न केवल स्वादिष्ट व्यंजन बनते हैं, बल्कि इनके आयुर्वेदिक गुणों से स्वास्थ्य लाभ भी होते हैं.
कई बीमारियों में आता है काम
डॉ. रास बिहारी तिवारी ने बताया कि गरम मसाले में पाए जाने वाले मसालों के मिश्रण से पाचन क्रिया मजबूत होती है और अपच, गैस और पेट में सूजन से राहत मिलती है. लौंग, दालचीनी और अदरक में प्राकृतिक जीवाणुरोधी गुण होते हैं जो संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं. उन्होंने कहा कि इलायची की सुगंध और अदरक के एंटीऑक्सीडेंट गुण मानसिक तनाव और अवसाद को कम करने में सहायक होते हैं.
ब्लड शुगर को कर सकता है नियंत्रित
आयुष चिकित्सक ने बताया कि दालचीनी का नियमित सेवन ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करता है और डायबिटीज को भी कम कर सकता है. अदरक ब्लड सर्कुलेशन को ठीक करता है जिससे हृदय संबंधी रोगों में सुधार आता है. उन्होंने बताया कि लौंग के प्राकृतिक एनाल्जेसिक गुण दांत दर्द और अन्य प्रकार के दर्द में तात्कालिक राहत प्रदान करते हैं. इलायची और अदरक का मिश्रण श्वसन तंत्र को स्वस्थ रखने में सहायक होता है और खांसी, जुकाम और सर्दी में राहत देता है.
शरीर को बना देते हैं तंदुरुस्त, नहीं आएगी बीमारी
आयुष चिकित्सक ने बताया कि इन मसालों का मिश्रण शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार होता है. साथ ही, पाचन सुधार के साथ-साथ यह मिश्रण मेटाबोलिज्म को तेज कर वजन को भी कम करता है. उन्होंने कहा कि इन आयुर्वेदिक मसालों को अगर दैनिक आहार में शामिल किया जाए तो संपूर्ण स्वास्थ्य में सुधार लाया जा सकता है. इसके लिए आप चाहे तो इन्हें अलग-अलग तरीकों से इस्तेमाल कर सकते हैं. आप लौंग का काढ़ा, काली मिर्च का काढ़ा, लौंग, दालचीनी और शहद का काढ़ा बनाकर पी सकते हैं. या फिर अलग-अलग मसालों को मिलाकर चाय भी बना सकते हैं. आप इन सभी मसालों का सीधा इस्तेमाल भी अपने खाने में कर सकते हैं. अगर इन्हें अधिक मात्रा में ना खाया जाए, तो यह शरीर को नुकसान नहीं पहुंचाते हैं.
Location :
Jamui,Jamui,Bihar
First Published :
February 08, 2025, 11:35 IST