Last Updated:January 22, 2025, 10:32 IST
Rajasthan News : राजस्थान के वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत बाघिनों का चयन दिसंबर 2024 में भोपाल वन सर्कल से किया गया था. मध्य प्रदेश में 2022 के बाघों की जनगणना के अनुसार सबसे अध...और पढ़ें
हाइलाइट्स
- राजस्थान में 2025 की शुरुआत में आएंगी चार बाघिनें।
- तीन बाघिनें रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में शिफ्ट होंगी।
- एक बाघिन कोटा के मुकुन्द्रा हिल्स टाइगर रिजर्व में जाएगी।
जयपुर: राजस्थान में बाघों की घटती संख्या को लेकर सरकार चिंतित है. इसलिए राज्य सरकार के साथ-साथ वन विभाग लगातार प्रयास कर रहा है कि राज्य के नेशनल पार्कों व जंगलों में बाघों की संख्या बढ़ाई जाए. इसके लिए अब राजस्थान के वन विभाग ने बड़ी पहल की है, जिसके तहत मध्य प्रदेश से चार बाघिन राजस्थान लाई जा रही हैं. इन बाघिनों के आने से बाघों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है. आखिर मध्य प्रदेश राजस्थान के तोहफे के तौर पर ये चार बाघिन क्यों देने जा रहा है, आइये जानते हैं डिटेल में…
कहां किया जाएगा शिफ्ट?
तीन बाघिनें बूंदी जिले के रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में और एक बाघिन को कोटा के मुकुन्द्रा हिल्स टाइगर रिजर्व में शिफ्ट किया जाएगा. यह पहला मौका है जब यहां दूसरे राज्यों से बाघों लाया जा रहा है.
इन राज्यों को दी थी मंजूरी
पिछले साल अगस्त में राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) ने मध्य प्रदेश से राजस्थान, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में बाघों को लाने की मंजूरी दी थी. हालांकि, पर्यावरणविदों ने बाघ-बाघिनों के शिफ्ट को लेकर कुछ चिंताएं भी जताई हैं. उनका कहना है कि भोपाल सर्कल के रतपानी टाइगर रिजर्व में कई बाघों को ‘फाइब्रोमा’ नामक बीमारी का सामना करना पड़ रहा है, जिससे उनकी सेहत पर असर पड़ सकता है.
नए बाघ रिजर्वों को आबाद करेगा ये कदम
पर्यावरण कार्यकर्ता अजय दुबे ने कहा, ‘सरकार को केवल उन बाघिनों को चुनना चाहिए, जिन्हें कोई बीमारी न हो. इससे न तो बाघों को कोई खतरा होगा और न ही इन बाघिनों को लाने में कोई परेशानी आएगी. वहीं, राजस्थान के वन विभाग के अधिकारी ने कहा कि केवल पूरी तरह से स्वस्थ बाघिनों को शिफ्ट किया जाएगा. इसके साथ ही सभी जरूरी स्वास्थ्य जांच और सावधानी बरती जाएगी. उनका कहना था कि यह कदम नए बाघ रिजर्वों को आबाद करने में मदद करेगा.
First Published :
January 22, 2025, 10:32 IST