Last Updated:February 03, 2025, 17:18 IST
राहुल गांधी ने लोकसभा में बजट चर्चा के दौरान ओबीसी और आदिवासी समुदायों की स्थिति पर सवाल उठाए. लेकिन इसी उन्होंने कुछ ऐसी बात कह दी, जिससे संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजीजू नाराज हो गए. राहुल ने जातिगत जनगणना औ...और पढ़ें
हाइलाइट्स
- राहुल गांधी ने संसद में कहा-बीजेपी के पास दलित-ओबीसी एमपी लेकिन बोल नहीं सकते.
- पलटवार करते हुए किरेन रिजिजू ने कहा-आपको देश का सबसे बड़ा नेता दिखाई नहीं देता.
- किरेन रिजिजू का इशारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर था, जो ओबीसी समुदाय से आते हैं.
‘आप को पीएम मोदी का चेहरा नहीं दिख रहा है. देश के सबसे बड़े नेता का चेहरा नहीं दिख रहा है. ओबीसी नेता का चेहरा नहीं दिख रहा है…’ लोकसभा में बजट पर चर्चा के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ओबीसी, आदिवासी को लेकर ऐसी बातें कह डाली कि संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजीजू फायर हो गए हैं. उन्होंने यहां तक कह डाला कि विपक्ष के नेता को कुछ भी दिखाई नहीं देता.
दरअसल, बजट पर चर्चा के दौरान राहुल गांधी जातिगत जनगणना की मांग कर रहे थे. इसी बीच उन्होंने कहा कि देश में एक से एक बड़ी कंपनियां हैं, लेकिन उनमें से किसी का भी मालिक दलित-ओबीसी नहीं है. बीजेपी में ओबीसी समुदाय के सांसद हैं. दलित सांसद और आदिवासी सांसद भी हैं. याद रखें, आपके समुदाय की 50% आबादी है, लेकिन आपके पास कोई शक्ति नहीं है. क्योंकि आप अपना मुंह नहीं खोल सकते. यही इस देश की सच्चाई है. राहुल गांधी का इतना कहना था कि किरेन रिजीजू भड़क उठे. रिजिजू ने कहा, आपको प्रधानमंत्री का चेहरा दिखाई नहीं देता. देश के सबसे ताकतवर नेता का चेहरा आपको दिखाई नहीं देता. इसे लेकर जमकर हंगामा हुआ.
अचानक वोट बढ़ाने पर मांगा जवाब
इसके बाद राहुल गांधी ने महाराष्ट्र में अचानक वोट बढ़ने का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा, लोकसभा और विधानसभा के बीच अचानक 70 लाख नए वोट आ गए. प्रधानमंत्री अचानक मेरी तरफ नहीं देख रहे. उन्होंने अपना सिर नीचे कर लिया. पांच महीने में जो नए मतदाता जुड़े हैं, वे पांच साल में जुड़े मतदाताओं से भी ज्यादा हैं. शिरडी में एक इमारत है, जहां हमने एक ही इमारत में 7000 वोट जुड़ते देखे हैं. हम बार-बार चुनाव आयोग से अपील करते हैं कि हम कोई बेबुनियाद दावा नहीं कर रहे हैं. हमने उनसे लोकसभा और विधानसभा के मतदाताओं की सूची मांगी है. कई बार अनुरोध करने के बावजूद यह सूची हमारे पास नहीं आई है. दिलचस्प बात यह है कि नए मतदाता ज़्यादातर उन निर्वाचन क्षेत्रों में हैं जहां भाजपा ने जीत दर्ज की है. महाविकास अघाड़ी के सहयोगियों को यह सूची मिलनी चाहिए ताकि हम तुलना कर सकें.
चुनाव आयुक्त की नियुक्ति पर सवाल
राहुल गांधी ने चीफ इलेक्शन कमिश्नर के चयन पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि मुख्य चुनाव आयुक्त का चयन प्रधानमंत्री, विपक्ष के नेता और मुख्य न्यायाधीश के पैनल किया जाता रहा है. तो मुख्य न्यायाधीश को क्यों हटाया गया? मैं अगले कुछ दिनों में बैठक में जा रहा हूं, और मुझे पता है कि मेरे वोट का कोई मायने नहीं. मुझे हरा दिया जाएगा. संविधान की रक्षा के लिए हमने डेटा मांगा, लेकिन हमें पूरा भरोसा है कि यह चुनाव आयोग हमें डेटा नहीं देगा.
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New Delhi,New Delhi,Delhi
First Published :
February 03, 2025, 17:17 IST