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रूस के जिस मिसाइल ने मचाई तबाही उसके मलबे को संभाल कर क्यों रख रहा यूक्रेन? जेलेंस्की का प्लान बेहद खतरनाक
Russia Ukraine War: रूस-यूक्रेन यूद्ध को अगले साल फरवरी में तीन साल हो जाएंगे. ना व्लादिमीर पुतिन पीछे हटने को तैयार हैं और ना ही जेलेंस्की हार मानने के मूड में हैं. अमेरिका और ब्रिटेन के हथियारों की मदद से यूक्रेन एक के बाद एक रूस में हमले कर रहा है. इसी बीच यह जानकारी सामने आ रही है कि रूस के जिन हथियारों से यूक्रेन के शहरों में तबाही मचाई, अब जेलेंस्की उन्हें बेहद संभाल कर रख रहे हैं. ऐसा करने के पीछे उनका मकसद कोई हथियारों को म्यूजियम में सजाने का नहीं है. रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार यूक्रेन के एक्सपर्ट्स रूसी हथियारों के मलबे पर रिसर्च कर रहे हैं.
मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल के मलबे पर यूक्रेन का रिसर्च करने का प्लान है. यह मिसाइल बीते गुरुवार को यूक्रेन के द्निप्रो शहर पर दागा गया था. युद्ध में पहली बार इस तरह के पावरफुल हथियार का इस्तेमाल रूस ने किया था. मलबे के झुलसे और उखड़ चुके टुकड़ों को फोरेंसिक जांच करने वाली एक सुविधा केंद्र में रखा गया है. बताया गया कि यूक्रेन के एक्सपर्ट रूसी हथियारों को यूक्रेन विकसित करने के तरीकों के लिए मलबे का अध्ययन कर रहे हैं.
13 हजार KM की रफ्तार से मचाई तबाही
रूस ने मिसाइल को ओरेशनिक (हेजल ट्री) नाम दिया है और कहा है कि इन्हें हवाई सुरक्षा के साथ रोकना असंभव है. यूक्रेन ने कहा है कि हथियार गुरुवार को द्निप्रो की ओर बढ़ते हुए 13,000 किलोमीटर प्रति घंटे से ज्यादा की स्पीड तक पहुंच गया था. इस मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों की मारक क्षमता 5,500 किलोमीटर तक बताई जा रही है.
पहली बार बैलेस्टिक मिसाइल से हमला
रॉयटर्स का दावा है कि उनके रिपोर्टर को उन चुनिंदा पत्रकारों में जगह दी गई, जहां बैलिस्टिक मिसाइल पर रिसर्च हो रही है. यूक्रेन की सुरक्षा सेवा के एक एक्सपर्ट ने कहा, “यह पहली बार है जब यूक्रेन के क्षेत्र में इस तरह की मिसाइल के अवशेष पाए गए हैं.” उधर, रूस की तरफ से कहा गया कि यह हमला यूक्रेन द्वारा अमेरिका की मंजूरी के बाद पहली बार उनके मिसाइलों के रूस में हमले का जवाब है.
Tags: Russia ukraine war, Vladimir Putin, World news
FIRST PUBLISHED :
November 25, 2024, 11:40 IST