Last Updated:January 19, 2025, 03:04 IST
Bihar CM Nitish Kumar: तेजस्वी यादव ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर उनके बयान को लेकर हमला बोला, तो सांसद शांभवी चौधरी ने उसका करारा जवाब दिया और तेजस्वी यादव को उनके पिता लालू प्रसाद का बयान याद दिलाया.
पटना. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के महिलाओं के कपड़े वाले बयान पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने शेम आन नितीश हैशटैग से एक्स पर एक पोस्ट किया था. इस पोस्ट में यादव ने कहा कि 70 वर्षीय नीतीश को यह याद रखना चाहिए कि ‘वह मुख्यमंत्री हैं. इस पर समस्तीपुर से एलजेपी सांसद शांभवी चौधरी ने तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए लालू प्रसाद यादव का आंख सेंकने वाला बयान याद दिलाया.
उन्होंने कहा, “हमने भी बयान देखा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ये कभी नहीं कहा कि महिलाएं कपड़े नहीं पहनती थीं. उन्होंने कहा कि महिलाएं अच्छे कपड़े नहीं पहनती थीं. उन्होंने कहा कि हमने महिलाओं को मजबूत बनाने की लड़ाई लड़ी है. 2005 में जब नीतीश कुमार की सरकार सत्ता में आई उससे पहले महिलाओं को इतने अधिकार नहीं मिले थे कि वह जो चाहे वह कर सकें.”
उन्होंने कहा, “वह जो चाहे वह पहन सकें. उनके कहने का मतलब था कि महिलाओं को जो ताकत दी गई है वह उनकी सरकार बनने के बाद दिया गया है. लेकिन नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने जिस तरीके से असंसदीय भाषा का इस्तेमाल करते हुए अपनी बातों को रखा, वह उनकी सोच को दर्शाता है. हमने पहले भी देखा है कि उनके पिता जी राजनीति के मामले में हमसे बहुत ज्यादा अनुभवी हैं. उन्होंने आंख सेंकने की बात कहकर सीएम नीतीश कुमार के लिए बहुत गलत भाषा का इस्तेमाल किया था.”
समस्तीपुर से सांसद ने आगे कहा, “हम लगातार देख रहे हैं कि आरजेडी का महिलाओं के प्रति नजरिया क्या है. वह जब महिलाओं के खिलाफ शब्दों का चयन करते हैं तो कितने गलत शब्दों चयन करते हैं. यह दर्शाता है कि उनकी सोच कैसी है!” दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रस्तावित ‘महिला संवाद यात्रा’ के संबंध में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने बीते 10 दिसंबर को ‘नैन सेंकने’ वाला बयान दिया था, जिसपर काफी विवाद भी हुआ था.
राहुल गांधी के एकदिवसीय बिहार दौरे पर उन्होंने कहा कि वह बिहार आए हैं, यह तो अच्छी बात है. अतिथि देवो भव:. वह आखिरकार बिहार आ ही गए. 2024 के लोकसभा चुनाव में तो वह आए नहीं थे. वह आए, यह अच्छी बात है. जाति जनगणना के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि जब जाति जनगणना हो रही थी, तो वह इसका हिस्सा थे. जब जाति जनगणना की बात हो रही थी तो इंडी गठबंधन के साथ आरजेडी भी इसका श्रेय लेने की कोशिश कर रही थी, अब वह अपने ही पार्टनर्स पर काउंटर करके कह रहे हैं कि जाति जनगणना फर्जी है. अगर जाति जनगणना फर्जी थी और गलत काम हो रहा था तो यह तो उन पर ही सवाल है, जो इसकी मांग कर रहे थे.
First Published :
January 19, 2025, 03:04 IST