विदेशों तक होती है नागौर के इस फसल की डिमांड, 4 महीने में हो जाती है खेती

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जीरे

जीरे की फसल की बुवाई करता किसान

नागौर:- राजस्थान के नागौर जिले में जीरे की बुवाई का समय मुख्य रूप से अक्टूबर के मध्य से नवंबर के मध्य तक होता है. जीरे की बुवाई में नागौर राजस्थान के अग्रिम जिलों में से एक है. यहां पर उन्नत किसान अधिक मुनाफे के लिए उन्नत तरीके से जीरे की खेती करते हैं. नागौर जीरे के अंकुरण और विकास के लिए अनुकूल क्षेत्र माना जाता है.

जीरे की बुवाई के लिए आवश्यक स्थितियां
उन्नत किसान जोगा राम ने लोकल 18 को बताया कि जीरे की बुवाई के लिए हल्की दोमट या बलुई मिट्टी अच्छी रहती है. इसमें जल निकासी अच्छी होनी चाहिए. वहीं 20-25°C का तापमान बुवाई के लिए अच्छा माना जाता है. बुवाई के तुरंत बाद हल्की सिंचाई करनी चाहिए. अत्यधिक नमी से बचें, क्योंकि जीरे के पौधे में पानी की अधिकता से नुकसान हो सकता है. इसके अलावा प्रति हेक्टेयर 8-10 किलोग्राम बीज पर्याप्त होता है. उन्नत किसान ने बताया कि अगर सही समय और विधि से बुवाई की जाए, तो मार्च-अप्रैल तक फसल कटाई के लिए तैयार हो जाती है.

जीरे की फसल लगाने के फायदे
जीरा एक मसाला फसल है, जिसकी बाजार में हमेशा मांग बनी रहती है. इसकी कीमत 200-600 रुपये प्रति किलोग्राम तक होती है. इसलिए किसानों को इस फसल का अच्छा दाम मिलता है. इसके अलावा जीरे की फसल 110-120 दिनों में तैयार हो जाती है, जिससे किसान जल्दी लाभ कमा सकते हैं. प्रमुख रूप से नागौर का जिला भारत ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी एक्सपोर्ट किया जाता है. नागौर के जीरे की मांग अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी रहती है. इसलिए यहां के किसानों को इस फसल को बेचने के लिए बड़ा बाजार मिलता है.

कम लागत में अधिक उत्पादन
उन्नत किसान ने Local 18 को आगे बताया कि जीरे की खेती में पानी और उर्वरक की खपत अन्य फसलों की तुलना में कम होती है. उपजाऊ मिट्टी और सही जलवायु में प्रति हेक्टेयर 6-8 क्विंटल तक उत्पादन किया जा सकता है. जीरा शुष्क और अर्ध-शुष्क क्षेत्रों में उगाया जा सकता है. यह फसल कम पानी और सीमित संसाधनों में भी अच्छा उत्पादन देती है. इसके साथ ही जीरे की खेती से होने वाले आर्थिक लाभ और किसानों के अनुभव ने इसे नागौर में व्यापक रूप से लोकप्रिय बना दिया है. यही कारण है कि नागौर जिले को जीरे की खेती का प्रमुख केंद्र माना जाता है.

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यहां जाता है नागौर का जीरा
आपको बता दें कि नागौर के जीरे की डिमांड विश्वभर में है. नागौर मंडी के सचिव ने बताया कि जीरे की मांग देश व प्रदेश से ज्यादा ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, ब्रिटेन, ब्राज़ील, दुबई, नेपाल और मलेशिया में है. भारत इन देशों में जीरा निर्यात करता है. वर्तमान समय अरब देशों में नागौर के जिले की मांग लगातार बढ़ रही है.

Tags: Agriculture, Local18, Rajasthan news

FIRST PUBLISHED :

November 26, 2024, 11:46 IST

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