वृषभ राशि के जातक स्थिरता और सादगी को देते हैं महत्व, भरोसा जीतने में भी माहिर

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Last Updated:February 07, 2025, 15:54 IST

Taurus Horoscope : वृषभ राशि के जातक स्थिर, व्यावहारिक और भरोसेमंद होते हैं. कृतिका, रोहिणी और मृगशिरा नक्षत्रों के प्रभाव से ये उत्साही और नेतृत्व क्षमता वाले होते हैं. भाग्यशाली दिन शुक्रवार और सोमवार हैं.

वृषभ राशि के जातक स्थिरता और सादगी को देते हैं महत्व, भरोसा जीतने में भी माहिर

वृषभ राशि के जातक स्थिरता और सादगी को देते हैं महत्व.

हाइलाइट्स

  • वृषभ राशि के जातक स्थिर, व्यावहारिक और भरोसेमंद होते हैं।
  • कृतिका, रोहिणी और मृगशीर्ष नक्षत्रों का प्रभाव।
  • भाग्यशाली दिन: शुक्रवार और सोमवार।

वृषभ राशि  : आप राशिचक्र की दूसरी राशि हैं. वृषभ इस राशि का प्रतीक हैं.वृषभ सत्ता और ताकत का प्रतिनिधित्व करता हैं. प्रतीक से आप को भ्रमित न हों आप नरम और परिष्कृत स्वभाव के भी हो सकते हैं.आइये जानते हैं कि वृषभ राशि में जन्मे जातकों का कैसा होता है भविष्य और उनके जीवन का सम्पूर्ण विवरण.

वृषभ राशि की प्रकृति : आप विनम्र रहते हैं जब तक कि आपको छेड़ा ना जाये या उकसाया ना जाय. आपको अपने संकल्प के लिए भी जाना जाता हैं, आपको कोई भी अपने लक्ष्य से विचलित नहीं कर सकता हैं. आप अपने जीवन में सादगी और स्थिरता को ज्यादा महत्व देते हैं. जिससे आप के आसपास के दूसरे लोग आपको उबाऊ और निरुत्साह समझ सकते हैं. आप अनावश्यक जोखिम उठाने से मना कर देते हैं यदि आपकी स्थिरता ख़तरे में पड़ी हो तो.आप अपने आराम को बहुत महत्व देते हैं और आप भौतिकवादी हो सकते हैं लेकिन आपका यह गुण आपको एक व्यावहारिक दृस्टीकोण हैं. हालांकि आपको वास्तव में बहिर्मुखी नहीं कहा जा सकता हैं, फ़िर भी आप एक बहुत अच्छे दोस्त साबित हो सकते हैं जो रक्षक और गाइड की भूमिका निभा सकता हैं.

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वृषभ राशि के नक्षत्र :

  1. कृतिका नक्षत्र : इस नक्षत्र के देव अग्नि है और स्वामी सूर्य है. इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले जातक उत्साही और उमंगसे भरपूर होते है. इनमें स्वार्थवृत्ति नहीं पायी जाती है. ये महत्वकांक्षा बहुत होती है और सत्ता का शौक होता है.
  2. रोहिणी नक्षत्र : इस नक्षत्र के देव ब्रम्हा और स्वामी चंद्र हैं. इन जातकों में ममत्व, लगनशीलता, कल्पनाशीलता और मौलिकता पायी जाती है. इनके साथ साथ स्वार्थवृत्ति भी इनमे ज्यादा होती है. गुस्सा होने पर भी चेहरे पर गुस्सा नही दिखता है.
  3. मृगशिरा नक्षत्र : इस नक्षत्र के देव चंद्र और स्वामी मंगल है. कृतिका नक्षत्र जातकों से कम में स्वार्थवृत्ति पायी जाती है. उत्साही होते है. जो काम हाथ में लेते हैं उसे पूरा कर के ही छोड़ते हैं. नेतृत्व करने और छोटे होते हुए भी बड़प्पन दिखाने आदि कार्यो में आनंद आता है. जितना शीघ्र ये उत्साहित होते हैं उतना ही शीघ्र हताश भी हो जाते है.

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भाग्यशाली दिन: शुक्रवार, सोमवार

भाग्यशाली संख्या: 6, 15, 24, 33, 42, 51

भाग्यशाली रंग: नीला,नीला हरा

भाग्यशाली स्टोन : मरकत,फ़िरोजा

स्वामी ग्रह : शुक्र

सकारात्मक गुण: व्यावहारिक, कलात्मक, स्थिर, भरोसेमंद, उदार, इंसानियत और वफादार

नकारात्मक गुण: आलसी, जिद्दी, पक्षपातपूर्ण, स्वत्वबोधक

स्वास्थ्य संबंधी : गले की तकलीफ़ होने की प्रवृत्ति हो सकती हैं. अन्य बीमारियां जैसे टांसिल, मोटापा और घेंघा शामिल हो सकते हैं. मांसपेशियों में तनाव और सूजन पीड़ादायक गर्दन की मांसपेशियां आदि तकलीफ़ भी हो सकता हैं.

First Published :

February 07, 2025, 15:54 IST

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