Last Updated:February 04, 2025, 16:06 IST
World Cancer Day 2025: कैंसर एक जानलेवा बीमारी है जो भारत में तेजी से बढ़ रही है। खराब दिनचर्या और आदतें इसके मुख्य कारण हैं। 4 फरवरी को जागरूकता के लिए World Cancer Day मनाया जाता है।
World Cancer Day 2025: कैंसर…ये ऐसी बीमारी है जिसका नाम लेने मात्र से इंसान डर जाता है. क्योंकि, कई बार यह बीमारी के ठीक होने के बाद भी पनप जाती है. भारत में कैंसर के बढ़ते मामले चौंकाते हैं. इसके लिए सबसे बड़ी दोषी है हमारी दिनचर्या. कई बार खराब आदतें ही कैंसर का कारण बन जाती हैं. बावजूद इसके लोग इससे अनजान बने हैं. कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से ही हर साल 4 फरवरी को World Cancer Day मनाया जाता है. अब सवाल है कि आखिर कैंसर इतनी खतरनाक क्यों है? कैंसर सेल्स शरीर में कैसे बढ़ते हैं? कैंसर ट्यूमर की कौन सी स्टेज हो जाती जानलेवा? क्या है इसका उपचार? इस बारे में News18 को बता रहे हैं उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय (यूपीयूएमएस) सैफई, इटावा के कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. सिद्धार्थ कुमार-
कॉपर की मात्रा सेल्स में बढ़ाती है कैंसर
शरीर में होने वाली कोशिकाओं की असामान्य वृद्धि को कैंसर कहते हैं. एक्सपर्ट के मुताबिक, कैंसर सेल्स खुद को बढ़ाने के लिए शरीर में मौजूद प्रोटीन का सहारा लेती है. इंसान के शरीर को सही तरीके से काम करने के लिए सेल्स की जरूरत होती है. साथ ही, हमारे सेल्स को कुछ मात्रा में कॉपर मेटल की जरूरत होती है. बताते चलें कि, ट्यूमर वाली कोशिकाओं में कॉपर की उच्च मात्रा होती है. इसके अलावा कैंसर रोगियों के ब्लड सीरम में मौजूद कैंसर कोशिकाओं को हेल्दी सेल्स के मुकाबले ज्यादा कॉपर की जरूरत पड़ती है. जब कॉपर का लेवल ज्यादा होता है तब प्रोटीन अधिक मात्रा में सक्रिय होते हैं.
ट्यूमर की कौन सी स्टेज जानलेवा
एक्सपर्ट के मुताबिक, कैंसर से होने वाली ज्यादातर मौतों की वजह सेकेंडरी ट्यूमर होते हैं, जो शरीर के कई हिस्सों में बनते हैं, जैसे लिवर और फेफड़े. ट्यूमर की चौथी स्टेज तक आते-आते ये बीमारी जानलेवा बन जाती है. बता दें कि, Memo1 नाम का प्रोटीन, जोकि कैंसर सेल्स के संकेत भेजने वाले तंत्र का एक हिस्सा है बहुत तेजी से बढ़ता है और शरीर के दूसरे हिस्सों में फैलता है. पहले भी कई शोध में ये सामने आ चुका है कि ब्रेस्ट कैंसर सेल्स में जब Memo1 का जीन असक्रिय होता है तो ट्यूमर के बनने वाले खतरे को भी कम करने लगता है.
कैंसर मारने के लिए उपचार
डॉक्टर के मुताबिक, कैंसर कोशिकाओं को मारने के लिए कीमोथेरेपी और रेडियोथेरेपी की जाती है. इसके बाद जरूरत पड़ने पर सर्जरी करके ट्यूमर को बाहर निकाल देते हैं. हालांकि, कई मामलों में कंडीशन के अनुसार भी उपचार किया जाता है.
ये भी पढ़ें: सिर्फ विटामिन D के भरोसे मत रहिए… इस विटामिन की कमी से भी हड्डियों में आती है कमजोरी, इन 5 फूड से करें भरपाई
ये भी पढ़ें: कोई बीमारी नहीं…फिर शरीर में क्यों होता है दर्द? विटामिन बी-12 की कमी या कोई और वजह, एक्सपर्ट से समझें हकीकत
First Published :
February 04, 2025, 16:06 IST