Venus Transit 2025 and Horoscope: 28 जनवरी को सुबह 7 बजकर 2 मिनट पर शुक्र मीन राशि में गोचर करने वाले हैं। इसके बाद शुक्र 31 मई को सुबह सुबह 11 बजकर 32 मिनट तक मीन राशि में ही गोचर करते रहेंगे, उसके बाद मेष राशि में प्रवेश कर जाएंगे। इस बीच 2 मार्च को शुक्र मीन राशि में वक्री होंगे और 13 अप्रैल को मार्गी तत्पश्चात 31 मई को मेष राशि में प्रवेश करेंगे। बता दें कि शुक्र मीन राशि में उच्च का होता है, जबकि कन्या राशि में नीच का होता है। अतः शुक्र अपने उच्च स्थान पर गोचर करेंगे। शुक्र सबसे ज्यादा हमारे जीवन में दांपत्य रिश्ते पर पारिवारिक सुख पर और सेहत के मामले में हमारी त्वचा पर सबसे अधिक असर डालता है।
तो आइए आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए कि 28 जनवरी से लेकर 31 मई तक शुक्र के मीन राशि में गोचर से बाकी राशियों पर क्या असर होगा। साथ ही जानेंगे कि शुक्र उनके किस स्थान पर गोचर करेंगे और उस स्थिति में शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए और अशुभ फलों से बचने के लिए क्या उपाय करने चाहिए।
मेष राशि
शुक्र का यह गोचर आपके बारहवें स्थान पर हुआ है। जन्मपत्रिका के बारहवें स्थान का संबंध आपके व्यय और शय्या सुख से है। शुक्र के इस गोचर से आपको रातों को आराम मिलेगा। कविता लेखन में आपकी
रुचि बढ़ेगी। परिवार और संतान का सुख मिलेगा। इसके अलावा धन समृद्धि की प्राप्ति होगी और लेकिन इस दौरान किसी और से मदद की अपेक्षा न रखें और अपनी सेहत का ख्याल रखें। लिहाजा शुक्र के शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए घर की महिला अपने हाथों से, घर से दूर कहीं विराने में घर की धूल दबाएं और गाय की सेवा करें।
वृष राशि
शुक्र आपके ग्यारहवें स्थान पर प्रवेश किए हैं। जन्मपत्रिका के ग्यारहवें स्थान का संबंध हमारे आय और इच्छाओं की पूर्ति से होता है। शुक्र के इस गोचर से आपको अथाह धन लाभ होगा और आपके चेहरे की खूबसूरती बढ़ेगी। आपकी इच्छा पूरी होगी। लेकिन इस दौरान आपके स्वभाव में बार बार बदलाव आ सकते हैं। आपको बचपन की बात याद आ सकती है। इस दौरान आप दूसरों से छिपाकर काम करने की कोशिश करेंगे। लिहाजा शुक्र की शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए रूमाल में हल्की सी परफ्यूम की खुशबू लगाकर अपने पास रखें।
मिथुन राशि
शुक्र का यह गोचर आपके दसवें स्थान पर हुआ है। जन्मपत्रिका के दसवें स्थान का संबंध हमारे करियर, राज्य और पिता से होता है। शुक्र के इस गोचर से आपका करियर बेहतर बनेगा। पिता के व्यापार में धन
लाभ होगा। धर्म कर्म के कार्यों में आपकी रुचि बढ़ेगी। साथ ही पैसों के प्रति आपका आकर्षण बढ़ेगा। आपको अपने कार्यों में जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा। प्रशासनिक कार्यों में सफलता मिलेगी। लिहाजा शुक्र की शुभ स्थिति बनाये रखने के लिए मंदिर में दही का दान करें और संभव हो तो दही या दही से बनी चीजें खाएं।
कर्क राशि
शुक्र आपके नवें स्थान पर गोचर करेगा। जन्मपत्रिका के नौवें स्थान का संबंध हमारे भाग्य से होता है। शुक्र के इस गोचर से आपकी किस्मत आपका पूरा साथ देगी। आपकी बौद्धिक क्षमता में वृद्धि होगी। आपके
मनचाहे कार्य पूरे होंगे और 31 मई तक आपको पैसों की तंगी नहीं होगी। लेकिन मेहनत जारी रखें और व्यर्थ के कामों में पैसे खर्च करने से बचें। लिहाजा शुक्र के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए मिट्टी के नीचे एक बर्तन में शहद भरकर दबाएं।
सिंह राशि
शुक्र का यह गोचर आपके आठवें घर में हुआ है। जन्मपत्रिका के आठवें स्थान का संबंध हमरे आयु से है। शुक्र के इस गोचर से आपके स्वास्थ्य में सुधार आयेगा। आप दूसरों से कही अपनी बात का मान रखेंगे और अपना वायदा पूरा करेंगे। लेकिन 31 मई तक इस बात का ध्यान रखें कि किसी से भी उधार ना लें और दूसरों के झगड़ों में पड़ने से बचें। जीवनसाथी का स्वभाव आपके प्रति कुछ सख्त हो सकता है। अतः इस दौरान उनकी हां में हां मिलाना ही आपके लिए फायदेमंद होगा। लिहाजा शुक्र की अशुभ स्थिति से बचने के लिए प्रतिदिन मंदिर में सिर झुकाएं और ज्वार का दान करें।
कन्या राशि
शुक्र आपके सातवें खाने में प्रवेश किए हैं। जन्मपत्रिका के सातवें स्थान का संबंध हमारे जीवनसाथी से है। शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से इस दौरान आपको कई महत्वपूर्ण यात्राएं करनी पड़ सकती हैं। साथ ही आपको अपने जीवनसाथी से प्रेम बनाकर रखने और अपनी संतान की पढ़ाई का ख्याल रखने की जरूरत है। ब्यूटी प्रोडेक्ट के काम या ग्लैमर की दुनिया से जुड़े लोगों को फायदा मिलेगा। लिहाजा शुक्र की अशुभ स्थिति से बचने के लिए 31 मई तक गंदे नाले में नीला फूल डालें।
तुला राशि
शुक्र आपके छठे घर में प्रवेश किए हैं। जन्मपत्रिका के छठे स्थान का संबंध हमारे मित्र, शत्रु और स्वास्थ्य से है। शुक्र के इस गोचर से आपके जीवन की गति ठीक बनी रहेगी। कार्यों में दोस्तों का साथ मिलेगा।
लेकिन सन्तान पक्ष से अधिक सुख की आशा न रखें। इस दौरान शत्रु पक्ष आपसे दूरी बनाकर रहेगा। लिहाजा शुक्र के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए घर की महिला अपने बालों में सोने का या गोल्डन कलर का हेयर क्लिप लगाकर रखें।
वृश्चिक राशि
शुक्र का यह गोचर आपके पांचवें खाने में हुआ है। जन्मपत्रिका के पांचवे स्थान का संबंध हमारे संतान, बुद्धि, विवेक और रोमांस से है। शुक्र के इस गोचर से संतान पक्ष से लाभ और जीवनसाथी से प्यार मिलेगा। धर्म के प्रति आपकी आस्था बढ़ेगी और परिवार के प्रति प्यार बढ़ेगा। साथ ही आपके बौद्धिक क्षमता में वृद्धि होगी। लवमेट के साथ रिश्ते अच्छे रहेंगे लेकिन उनकी भावनाओं का खास ख्याल रखें। लिहाजा शुक्र के अशुभ फलों से बचने के लिए मंदिर या किसी धर्मस्थल पर दूध का दान करें।
धनु राशि
शुक्र आपके चौथे स्थान पर प्रवेश किए हैं। जन्मपत्रिका के चौथे स्थान का संबंध हमारे भवन, भूमि, वाहन और माता से है। शुक्र के इस गोचर से आपको आर्थिक तंगी से मुक्ति मिलेगी और मस्तमौला लोगों से आपकी दोस्ती बढ़ेगी। किसी पैतृक संपत्ति से लाभ होगा। इस दौरान वाहन लेने का सपना पूरा हो सकता है। कार्यों में माता का सहयोग मिलने से कार्य पूरे होंगे। लिहाजा शुक्र की शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए एक डिब्बी में थोड़ासा काला सुरमा भरकर जमीन में दबा दें।
मकर राशि
शुक्र आपके तीसरे स्थान पर प्रवेश किए हैं। जन्मपत्रिका के तीसरे स्थान का संबंध हमारे पराक्रम, भाईबहन और यश से है। शुक्र के इस गोचर से आपको भाईबहनों से सुख और सहयोग मिलेगा। अब से 31 मई तक के बीच किसी तीर्थ स्थल की यात्रा करने से आपका मन प्रसन्न रहेगा और आप कुछ नया सोच पायेंगे। इस दौरान आपके मानसम्मान में वृद्धि होगी। मेहनत जारी रखने से आपके काम पूर्ण रूप से बनेंगे। लिहाजा शुक्र के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक स्त्री का सम्मान करें।
कुंभ राशि
शुक्र आपके दूसरे स्थान पर प्रवेश किए हैं। जन्मपत्रिका के दूसरे स्थान का संबंध हमारे धन और स्वभाव से है। शुक्र के इस गोचर से आजीविका में वृद्धि होगी, जिससे आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और
सांसारिक सुखों की प्राप्ति होगी। इस दौरान पशुपालन और कच्ची मिट्टी के काम से जुड़े लोगों को दुगना फायदा होगा। वहीं आपकी संतान और भाईयों की तरक्की इस बात पर डिपेंड करेगी कि आप अपने गुरु का कितना सम्मान करते हैं। लिहाजा शुक्र के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए दो सौ ग्राम गाय का घी मंदिर में दान करें।
मीन राशि
शुक्र का यह गोचर आपके पहले स्थान पर, यानि लग्न स्थान पर हुआ है। जन्मपत्रिका में लग्न यानि पहले स्थान का संबंध हमारे शरीर और मुख से है। शुक्र के इस गोचर से आपको संतान का सुख मिलेगा। अगर आपका विवाह अभी तक नहीं हुआ है तो जल्द ही आपके लिए विवाह के प्रस्ताव आएंगे। हालांकि विवाहित लोगों को इस दौरान अपने जीवनसाथी की सेहत का ख्याल रखने की जरूरत है। लिहाजा शुक्र की शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिए सतनाज का दान करें, काली गाय की सेवा करें।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7:30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)
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