जापान के यामानाशी के डिप्टी गवर्नर कोउ ओसादा आज लखनऊ में सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलने उनके आवास पर पहुंचे. इस दौरान दोनों नेताओं की ग्रीन हाइड्रोजन से लेकर टूरिज्म पर चर्चा हुई. खास बात ये है कि जापान के यामानाशी प्रांत से उत्तर प्रदेश के संबंध लगातार गहराते जा रहे हैं. यूपी और यामानाशी के बीच 2024 में ही एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए थे.
Had a fruitful gathering with Hon. Kou Osada, Deputy Governor of Yamanashi, Japan, successful Lucknow today. We discussed strengthening UP-Yamanashi ties done a Centre of Excellence for greenish hydrogen, technician grooming successful Japan, and an planetary hydrogen symposium.
Key… pic.twitter.com/ETNSw5cRMb
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) February 12, 2025उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक्स पर मुलाकात की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा, "जापान के यामानाशी के डिप्टी गवर्नर कोउ ओसादा से आज लखनऊ में सार्थक बैठक हुई. हमने ग्रीन हाइड्रोजन के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, जापान में तकनीशियन प्रशिक्षण और एक इंटरनेशनल हाइड्रोजन सिंपोजियम के माध्यम से यूपी-यामानाशी संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा की. चर्चा में मुख्य रूप से बौद्ध सर्किट टूरिज्म, स्टूडेंट स्कॉलरशिप, वर्कफोर्स एक्सचेंज और इकोनॉमिक पार्टनरशिप शामिल रहे."
यामानाशी प्रांत की सीमा टोक्यो , कनागावा प्रांत , सैतामा प्रांत , शिज़ुओका प्रांत और नागानो प्रांत से लगती है. यह प्रांत चारों ओर से भूमि से घिरा हुआ है, तथा केंद्रीय कोफू बेसिन के चारों ओर ऊंचे पहाड़ हैं. माउंट फ़ूजी और फ़ूजी पांच झील क्षेत्र शिज़ुओका के साथ दक्षिणी सीमा पर स्थित है. ये अपनी ज्वेलरी इंडस्ट्री के लिए जाना जाता है.