Agency:News18 Haryana
Last Updated:January 22, 2025, 18:34 IST
Faridabad quality : सूरजकुंड मेला 7 से 23 फरवरी तक आयोजित होगा, जिसमें ओडिशा और मध्य प्रदेश को थीम राज्य के रूप में चुना गया है. इस बार, मेला परिसर में इन राज्यों की समृद्ध संस्कृति, कला, और शिल्प को डिजिटल तकनीक ...और पढ़ें
सूरजकुंड मेला ओडिशा और मध्य प्रदेश की संस्कृति का उत्सव.
फरीदाबाद. इस बार सूरजकुंड बहुत ही खास होने वाला है. अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेला हर वर्ष हरियाणा के सूरजकुंड में आयोजित किया जाता है और यह विश्वभर के पर्यटकों के लिए एक प्रमुख सांस्कृतिक आयोजन है. इस मेले में भारत के विभिन्न राज्य अपनी सांस्कृतिक धरोहर हस्तशिल्प, लोक कला, और पारंपरिक वस्त्रों को प्रदर्शित करते हैं. इस बार, मेला 7 से 23 फरवरी तक आयोजित होगा और इसमें ओडिशा और मध्य प्रदेश को थीम राज्य के रूप में चुना गया है. इन दोनों राज्यों की संस्कृति, धर्म, कला, और शिल्प को दर्शाने के लिए मेला परिसर में विशेष पवेलियन बनाए जा रहे हैं.
राज्यों की समृद्ध संस्कृति का मिलेगा अनुभव
मेले का प्रमुख आकर्षण यहां की सजावट होती है, जो हर साल नई और अद्वितीय होती है. इस बार मेला परिसर में मध्य प्रदेश के आदिवासी जीवन को, खासकर भील और गोंड समुदाय की संस्कृति को दर्शाया जाएगा. ओडिशा के प्रसिद्ध मंदिरों और उनकी सभ्यता को भी प्रमुखता से प्रदर्शित किया जाएगा. मेला परिसर को रंग-बिरंगी झंडियों और पारंपरिक कला से सजाया जाएगा जिससे पर्यटकों को इन राज्यों की समृद्ध संस्कृति का अनुभव मिलेगा. विशेष रूप से ओडिशा के कोणार्क सूर्य मंदिर और जगन्नाथ मंदिर के दर्शन के लिए आकर्षण होंगे.
डिजिटल तरीके से दिखाया जाएगा राज्यों की सांस्कृतिक धारा
इस बार, मेले में हर शिल्पकार को एक अलग स्टॉल मिलेगा, जिससे शिल्पकला को बेहतर तरीके से प्रदर्शित किया जा सके. हरियाणा पर्यटन निगम ने पवेलियन बनाने के लिए तेजी से काम शुरू कर दिया है और जल्द ही इसे पूरा किया जाएगा. अतिरिक्त स्टॉल का निर्माण भी जोरशोर से चल रहा है. मेले में तकनीकी का उपयोग भी किया जाएगा जैसे कि ग्रामीण सभ्यता से संबंधित वीडियो और अन्य डिजिटल सामग्री जिससे पर्यटक इन राज्यों की सांस्कृतिक धारा को बेहतर समझ सकेंगे.
सूरजकुंड मेला न केवल भारत की विविधता को प्रदर्शित करता है बल्कि यह एक महान मंच है जहां दुनियाभर से पर्यटक और शिल्पकार एकत्र होते हैं जिससे वैश्विक सांस्कृतिक मेलजोल को बढ़ावा मिलता है.
Location :
Faridabad,Haryana
First Published :
January 22, 2025, 18:34 IST