स्ट्रेस-एंग्जाइटी ने मुश्किल किया जीना, इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए अपनाएं स्वामी रामदेव का नेचुरल उपाय

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स्ट्रेस-एंग्जाइटी से नेचुरली छुटकारा पाएं- India TV Hindi Image Source : FREEPIK स्ट्रेस-एंग्जाइटी से नेचुरली छुटकारा पाएं

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने कहा था, 'सेहत ही सबसे कीमती तोहफा है और उसके सामने सोने-चांदी का कोई मोल नहीं है।' आज लोग बापू की कही ये बात याद तो करते हैं लेकिन शायद ही कभी कोई इसे अमल में लाता हो। सोचिए जिस देश का डीएनए ही हेल्दी लाइफ स्टाइल पर टिका हो, वहां के लोग ही आज सबसे ज्यादा शुगर-बीपी, हार्ट प्रॉब्लम जैसी लाइफ स्टाइल बीमारियों से जूझ रहे हैं। ये गम क्या कम था कि ऊपर से स्टडी बता रही है कि रोगों से जल्द राहत दिलाने वाली एंटीबायोटिक्स भी अब बेअसर होने लगी हैं। रिसर्च की मानें तो सीसीयू और वेंटिलेटर के 25% मरीजों पर कॉमन एंटीबायोटिक्स बेअसर हो चुके हैं और 5% बैक्टीरियल इंफेक्शन में भी इन्होंने काम करना बंद कर दिया है। ये डराने वाले नतीजे आईसीएमआर की रिपोर्ट में सामने आए हैं। इसमें बताया गया है कि कैसे निमोनिया-टाइफॉइड और ब्लड इंफेक्शन जैसी घातक बीमारियों में एंटीबायोटिक्स से फायदा नहीं मिल रहा है। इसकी वजह है उन दवाइयों का ज्यादा इस्तेमाल। लोग मामूली सर्दी-खांसी, ज़ुकाम में भी एंटीबायोटिक लेते हैं जबकि वो बिना मेडिसिन के ठीक हो सकते हैं। नतीजा शरीर में मौजूद बैक्टीरिया खुद को म्यूटेट करके इन एंटीबायोटिक्स के खिलाफ रेजिस्टेंस पैदा कर लेता है जिसके बाद उन बैक्टीरिया से होने वाले इंफेक्शन में ये दवाइयां बेअसर हो जाती हैं।

द लैसेंट ने भी डेढ़ सौ से ज्यादा देशों में स्टडी करके पाया कि अगर लोगों ने ज्यादा दवाई खाने की आदत नहीं बदली तो 2050 तक करीब 20 लाख लोगों की मौत की वजह एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस हो सकता है। यही नहीं लगभग 80 लाख जान दवाइयों के रेजिस्टेंस से जुड़ी बीमारियों से जा सकती हैं। लेकिन मामला इतना बिगड़ने ही क्यों दें। बात-बात पर दवाई खाने की आदत बदल लीजिए और इसकी शुरुआत आज से ही कीजिए क्योंकि आज बापू की जंयती भी है जो खुद स्वस्थ रहने के लिए प्राकृतिक चिकित्सा का इस्तेमाल करते थे। अब योग-आयुर्वेद को घर-घर तक पहुंचाने का जिम्मा योगगुरु स्वामी रामदेव ने उठाया हुआ है। तो चलिए आज उनसे एक बार फिर नेचुरोपैथी के गुण सीखते हैं और बॉडी की बायोलॉजिकल एनर्जी बैलेंस कराते हैं क्योंकि जब शरीर के त्रिदोष ही नहीं बिगड़ेंगे तो आधी जंग बीमारी से ऐसे ही जीत जाएंगे।

भारत में नेचुरोपैथी

यूरोप से भारत में वापसी

बापू नेचुरोपैथी के मुरीद
भारत में बनाया पॉपुलर

क्या है नेचुरोपैथी?

कुदरती तरीके से जीने की कला
बिना दवाई के रोगों का उपचार
लाइफ स्टाइल देखकर इलाज

नेचुरोपैथी के तरीके

जल चिकित्सा
सूर्य चिकित्सा
वायु चिकित्सा
मिट्टी चिकित्सा
एक्यूप्रेशर
योग-व्रत

नेचुरोपैथी में सर्दी-बुखार का उपाय

आराम करें
नींबू पानी पिएं
लिक्विड डाइट लें

नेचुरोपैथी में ज्वाइंट्स पेन का उपाय

सरसों तेल से मालिश
गर्म-ठंडे पानी से सिकाई

नेचुरोपैथी में चेस्ट इन्फेक्शन का उपाय

कुंजल क्रिया- बलगम बाहर निकल आता है
चेस्ट पर गुनगुने तेल से मालिश करें
गुनगुने पानी से हाथ और पैर को धोएं

नेचुरोपैथी में मड थेरेपी

6-8 फीट अंदर की मिट्टी लें
मिट्टी को 12-14 घंटे धूप में सुखाएं
पत्थर या गंदगी हो तो निकाल दें
कीचड़ बनाकर पूरे शरीर में लेप लें
शरीर में मिट्टी लेप से नर्व्स को आराम
स्किन में मौजूद टॉक्सिन दूर होते हैं
पेट के हिस्से में लगाने से कब्ज दूर

बापू की जयंती पर आप भी इस तरह की लाइफ मैनेजमेंट क्लास अटेंड कर सकते हैं। नेचुरोपैथी और योग से रोग आपके पास नहीं आएंगे। आयुर्वेद के मुताबिक नेचुरल उपाय से स्ट्रेस-एंग्जाइटी की समस्या से लेकर तमाम लाइफ स्टाइल डिजीज की छुट्टी हो जाएगी। जीवनभर खुद को हेल्दी बनाए रखने के लिए स्वामी रामदेव की थेरेपी को जरूर ट्राई करके देखें।

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