मंडी. हिमाचल प्रदेश के साथ-साथ मंडी जिला में भी अब सर्दियों का मौसम शुरू हो गया है और दिल्ली , पंजाब की तरह ही मंडी जिला में भी इस सीजन में बच्चों और युवाओं द्वारा खूब पतंग उड़ाई जाती है. इसके चलते पिछले कुछ साल में यह देखा गया है कि साधारण डोर या मांझे को छोड़ मंडी शहर में चाइना डोर का इस्तेमाल बढ़ गया है और इससे काफी दिक्कतें लोगों को आ रही हैं.
वैसे तो इस डोर पर केंद्र और राज्य सरकार दोनों ने बैन लगा रखा है. हर बार सर्दियों में जिला प्रशासन भी नोटिस निकालता है कि चाइना डोर को न बेचा जाए , लेकिन इस ऑर्डर को न मानते हुए भी कई व्यापारी इस चाइना डोर को बेचते हैं और इससे कई नुकसान भी होते हैं.
चाइना डोर के नुकसान
यह डोर बहुत मजबूत होती है और बड़ी मुश्किल से इसे तोड़ा जाता है, जिसमें हाथों को चोट लगने और हाथ काटने का डर हमेशा बना रहता है और कई बार कई लोगों की उंगलियां भी पतंग उड़ते समय इस डोर के इस्तेमाल से कट चुकी हैं. इसके अलावा यह आकाश में उड़ रहे पक्षियों के लिए भी काल बन जाती है, क्योंकि इसमें कई तरह के शीशे लगे होते हैं जो डोर को मजबूत बनाते हैं और उससे पक्षियों की गर्दन और पंख कटने का खतरा बना रहता है. कई बार बाइक सवार लोग भी इस डोर के संपर्क में आ जाते हैं और चेहरे पर चोट होने का खतरा और चेहरे के कटने की आशंका भी बहुत ज्यादा होती है.
मंडी के पर्यावरण प्रेमी नरेंद्र सैनी ने लोकल 18 से बातचीत में बताया है कि इस बात पर प्रशासन को एक दम सख्त होना होगा, क्योंकि कई बार ऐसे मामले इस चाइना डोर से सामने आए हैं जिससे लोगों और पक्षियों को बहुत नुकसान हुआ है. नरेंद्र सैनी के अनुसार इस चाइना डोर का बिकना बाजारों में बंद होना चाहिए और ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाी होनी चाहिए जो इस गलत चीज को बेच या इस्तेमाल कर रहे हैं और इसी के साथ आम पब्लिक को भी इस पर ध्यान देना चाहिए ताकि कोई अनहोनी इस चाइना डोर से न हो सके.
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FIRST PUBLISHED :
November 26, 2024, 15:09 IST