Last Updated:February 06, 2025, 12:28 IST
US Illegal Indian Immigrants Return: अमेरिका से डिपोर्ट किए गए 100 से अधिक भारतीय प्रवासियों को लेकर एक मिलिट्री एयरक्राफ्ट बुधवार को पंजाब के अमृतसर में उतरा. आमतौर पर ऐसी उड़ानें देश की राजधानी नई दिल्ली में ...और पढ़ें
हाइलाइट्स
- 100 से अधिक अवैध भारतीय प्रवासियों को लेकर आया अमेरिकी विमान.
- अमेरिका से डिपोर्ट किए गए भारतीयों को C-17 मिलिट्री प्लेन में भेजा गया.
- नई दिल्ली के बजाय, इस विमान ने पंजाब के अमृतसर एयरपोर्ट पर लैंड किया.
Indians Deported From the US: अमेरिकी वायुसेना का C-17 ग्लोबमास्टर बुधवार दोपहर 104 अवैध भारतीय प्रवासियों को लेकर अमृतसर एयरपोर्ट पर उतरा. डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका का राष्ट्रपति बनने के बाद इन सभी को डिपोर्ट कर दिया गया था. अमृतसर से सांसद और कांग्रेस नेता गुरजीत औजला ने विमान को अमृतसर में उतारे जाने पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने लोकसभा में इस पर चर्चा की मांग का नोटिस देते हुए पूछा कि प्लेन को दिल्ली में क्यों नहीं उतारा गया? उन्होंने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए X पर लिखा, ‘शर्मनाक और अस्वीकार्य! मोदी सरकार ने भारतीय अप्रवासियों को बेड़ियों में जकड़े हुए विदेशी सैन्य विमान से वापस भेजने की अनुमति दी. कोई विरोध क्यों नहीं? वाणिज्यिक उड़ान क्यों नहीं? विमान दिल्ली में क्यों नहीं उतरा? यह हमारे लोगों और हमारी संप्रभुता का अपमान है. सरकार को जवाब देना चाहिए!’
कांग्रेस के जालंधर कैंट विधायक परगट सिंह ने कहा कि पंजाब के मुकाबले गुजरात समेत दूसरे राज्यों से ज्यादा निर्वासित लोग हैं. उन्होंने एक्स पर लिखा, “जब पंजाब अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की मांग करता है, तो पंजाब को आर्थिक लाभ से वंचित करने के लिए केवल दिल्ली हवाई अड्डों को अनुमति दी जाती है. लेकिन जब बदनामी की कहानी गढ़ने की बात आती है, तो एक अमेरिकी निर्वासन उड़ान पंजाब में उतरती है – भले ही ज्यादातर निर्वासित लोग गुजरात और हरियाणा से हों.”
Shameful & unacceptable! The Modi govt allowed Indian immigrants to beryllium deported successful shackles connected a overseas subject aircraft. Why nary protest? Why not a commercialized flight? Why didn’t the level onshore successful Delhi? This is an insult to our radical & our sovereignty. The govt indispensable answer!… pic.twitter.com/F6kyBrvoLf
— Gurjeet Singh Aujla (@GurjeetSAujla) February 6, 2025
ਮੋਦੀ ਦੇ ‘ਗੁਜਰਾਤ ਮਾਡਲ’ ਦੀ ਬਦਨਾਮੀ ਨਾ ਹੋਵੇ, ਇਸ ਲਈ ਅਮਰੀਕਾ ਤੋਂ ਡਿਪੋਰਟ ਹੋਏ ਭਾਰਤੀਆਂ ਦਾ ਫੌਜੀ ਜਹਾਜ਼, ਪੰਜਾਬ ਵਿੱਚ ਉਤਾਰਿਆ ਜਾਂਦਾ ਹੈ – ਜਦਕਿ ਇਸ ਜਹਾਜ਼ ਵਿੱਚ ਸਭ ਤੋਂ ਵੱਧ ਗੁਜਰਾਤੀ ਅਤੇ ਹਰਿਆਣਵੀ ਸਨ। #GujaratModel pic.twitter.com/SL8iI0R2iT
— Pargat Singh (@PargatSOfficial) February 6, 2025
वापस लाए गए 104 भारतीय किन राज्यों से?
- न्यूज एजेंसी PTI ने सूत्रों के हवाले से बताया कि डिपोर्ट किए गए लोगों में से 30 पंजाब से, 33-33 हरियाणा और गुजरात से, तीन-तीन महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश से तथा दो चंडीगढ़ से हैं.
- निर्वासित किये गये लोगों में 19 महिलाएं और चार वर्षीय एक लड़का, पांच व सात वर्षीय दो लड़कियों सहित 13 नाबालिग शामिल हैं.
- सभी लोगों से एयरपोर्ट टर्मिनल बिल्डिंग के भीतर पंजाब पुलिस और अलग-अलग राज्यों की पुलिस के अलावा केंद्रीय खुफिया एजेंसियों सहित विभिन्न सरकारी एजेंसियों ने पूछताछ की, ताकि यह पता लगाया जा सके कि उनका कोई आपराधिक रिकॉर्ड तो नहीं है.
- शाम करीब 6.45 बजे निर्वासित लोगों को सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद पंजाब से पुलिस की गाड़ियों में उनके संबंधित गृहनगर ले जाया गया. इसी तरह, मूल रूप से हरियाणा के रहने वाले अवैध अप्रवासियों को राज्य पुलिस उनके मूल स्थानों पर ले गई. निर्वासित लोगों को उनके मूल स्थानों पर ले जाने के लिए संबंधित राज्य सरकारों द्वारा व्यवस्था की गई थी.
दिल्ली के बजाय अमृतसर क्यों उतरा विमान?
औजला ने X पर विदेश मंत्री एस जयशंकर को टैग करते हुए C-17 प्लेन को दिल्ली के बजाय अमृतसर में उतारे जाने की वजह जाननी चाही. सोशल मीडिया पर कई और लोगों को भी यह बात गले नहीं उतरी. कुछ ने यह भी सवाल उठाया कि जब विमान में सबसे ज्यादा लोग गुजरात से थे तो प्लेन को वहां क्यों नहीं भेजा गया. औजला ने भी अपने नोटिस में इस बात का जिक्र किया.
US मिलिट्री के प्लेन को अमृतसर में उतारे जाने को लेकर विदेश मंत्रालय की ओर से कोई आधिकारिक वजह नहीं बताई गई है. चूंकि विमान में सवार अधिकांश लोग एक ही भौगोलिक क्षेत्र से हैं, शायद इस वजह से प्लेन को यहां उतारने का फैसला किया गया हो. उत्तर भारत में दिल्ली और अमृतसर के एयरपोर्ट ही ऐसी फ्लाइट्स की लैंडिंग में सक्षम हैं. एक वजह 5 फरवरी को दिल्ली में विधानसभा चुनाव की वोटिंग भी हो सकती है. ऐसी उड़ानों के लिए बड़े पैमाने पर सिक्योरिटी बंदोबस्त करने पड़ते हैं.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
February 06, 2025, 12:28 IST