Last Updated:February 06, 2025, 15:08 IST
Jaisamand Wildlife Sanctuary News: जयसमंद सेंचुरी के क्षेत्रफल के विस्तार से पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा. जयसमंद सेंचुरी में 21 तेंदुए, 35 सियार, 15 जरख, 14 जंगली बिल्लियां, 34 लोमड़ियां, 3 भालू, 31 बिज्जू, 58 च...और पढ़ें
जयसमंद वाइल्डलाइफ सेंचुरी
हाइलाइट्स
- जयसमंद सेंचुरी का क्षेत्रफल 100 वर्ग किमी होगा.
- पर्यटकों के लिए रोमांचक सफारी रूट तैयार होगा.
- स्थानीय लोगों को नए रोजगार के अवसर मिलेंगे.
उदयपुर:- उदयपुर से करीब 50 किलोमीटर दूर स्थित जयसमंद सेंचुरी के क्षेत्रफल को दोगुना किया जाएगा. इसे दोगुना करने की योजना न केवल वन्यजीव संरक्षण के लिए बल्कि क्षेत्रीय पर्यटन के विकास के लिए भी अहम साबित होगी. वर्तमान में 52 वर्ग किलोमीटर में फैली इस सेंचुरी में अब सराड़ा रेंज के 50 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को जोड़ा जाएगा, जिससे इसका कुल क्षेत्रफल 100 वर्ग किलोमीटर हो जाएगा. वन विभाग ने इस विस्तार के लिए प्रस्ताव तैयार कर मुख्यालय को भेज दिया है. अनुमति मिलने के बाद यह क्षेत्र वन्यजीव विभाग के अंतर्गत आ जाएगा और यहां वन्यजीव संरक्षण अधिनियम लागू होंगे. इससे क्षेत्र की जैव विविधता को सुरक्षित रखने के साथ-साथ पर्यटकों के लिए भी नए आकर्षण विकसित किए जाएंगे.
पर्यटकों को आकर्षित करेगा ये क्षेत्र
आपको बता दें, कि इस सेंचुरी के विस्तार के साथ ही तेंदुओं के संरक्षण के लिए केवड़ा नाका और पलोदड़ा नाका के जंगलों को जोड़ा जाएगा. यह क्षेत्र अमरखजी महादेव लेपर्ड रिजर्व से जुड़ा हुआ है, जो तेंदुओं के आवास और आवाजाही के लिए महत्वपूर्ण है. नए क्षेत्र के जुड़ने से एक रोमांचक सफारी रूट तैयार होगा, जो वन्यजीव प्रेमियों और पर्यटकों को आकर्षित करेगा.
सफारी और बर्ड वॉचिंग का मिलेगा शानदार अनुभव
जयसमंद सेंचुरी में पहले से ही जीप सफारी की सुविधा उपलब्ध है, जो सुबह 6 से 9 बजे और शाम 4 से 7 बजे तक चलाई जाती है. अब विस्तार के बाद सफारी का दायरा भी बढ़ेगा. विशेष रूप से जयसमंद पाल से रूठी रानी महल तक का सफारी ट्रैक पर्यटकों को एक अद्भुत अनुभव प्रदान करता है. इसके अलावा पिलादर क्षेत्र में बर्ड वॉचिंग साइट का विकास भी किया जा रहा है, जहां सर्दियों में प्रवासी पक्षियों को देखा जा सकता है.
यहां इतने जंगली जीवों की है उपस्थिति
जयसमंद सेंचुरी में 21 तेंदुए, 35 सियार, 15 जरख, 14 जंगली बिल्लियां, 34 लोमड़ियां, 3 भालू, 31 बिज्जू, 58 चीतल, 18 सांभर, 245 नीलगाय, 12 चिंकारा, 134 जंगली सूअर, 34 सेई और 972 लंगूर जैसे अनेक वन्यजीवों की मौजूदगी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है. इसके अलावा, यहां के तालाबों में मगरमच्छों को धूप सेंकते देखना भी पर्यटकों के लिए एक अलग अनुभव है.
स्थानीय अर्थव्यवस्था को मिलेगा लाभ
वन विभाग के अनुसार, क्षेत्र के विस्तार से न केवल पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी, बल्कि इससे स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर भी मिलेंगे. होटल, गाइड, सफारी ड्राइवर, और हस्तशिल्प उद्योग जैसे कई क्षेत्रों में रोजगार बढ़ने की संभावनाएं बनेंगी. जयसमंद सेंचुरी का यह विस्तार वन्यजीव संरक्षण और इको-टूरिज्म के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो न केवल पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देगा, बल्कि उदयपुर के पर्यटन मानचित्र पर भी एक नई पहचान स्थापित करेगा.
Location :
Jodhpur,Jodhpur,Rajasthan
First Published :
February 06, 2025, 15:08 IST