अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में रखी है हजरत अली के हाथ से लिखी कुरान,जानें इसका इतिहास

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Last Updated:February 06, 2025, 16:29 IST

Quran Written by Hazrat Ali: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) अपने आप में ऐतिहासिक है और यहां एक से बढ़कर एक नायाब धरोहरें भी मौजूद हैं. इन धरोहरों में सबसे खास है हजरत अली के हाथों से लिखी गई कुरान शरीफ.

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में रखी है हजरत अली के हाथ से लिखी कुरान,जानें इसका इतिहास

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में रखी है हजरत अली के हाथ से लिखी कुरान

अलीगढ़: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में स्थित अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) तालीम के लिए प्रसिद्ध है. इसके अलावा यहां कई ऐतिहासिक और नायाब धरोहर भी मौजूद हैं. इन धरोहरों में सबसे खास है हजरत अली के हाथों से लिखी गई कुरान शरीफ. हजरत अली इस्लाम के चौथे खलीफा थे और पैगंबर मोहम्मद (स.अ.) के दामाद थे. उन्होंने यह कुरान 780 ईस्वी में हिरन की खाल पर खत्ते कूफी शैली में लिखी थी.

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की मौलाना आजाद लाइब्रेरी के संग्रहालय में हजरत अली की लिखी कुरान की कुछ आयतें सुरक्षित रखी गई हैं. इनमें सूरह फातिहा और सूरह बकरा की आयतें शामिल हैं, जिन्हें कूफी शैली में लिखा गया है. हजरत अली की यौम-ए-पैदाइश के अवसर पर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में उनसे जुड़ी चीजों की प्रदर्शनी लगाई जाती है. मौलाना आजाद लाइब्रेरी के संग्रहालय में हजरत अली की जिंदगी पर आधारित 18 अंग्रेजी, 3 हिंदी, 37 उर्दू, 26 अरबी और 17 फारसी भाषा की किताबें मौजूद हैं.

नहीं हुआ था कागज का अविष्कार
जानकारी देते हुए अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की मौलाना आजाद लाइब्रेरी की लाइब्रेरियन, प्रोफेसर निशात फातिमा ने बताया कि हजरत अली द्वारा लिखी गई यह कुरान खत्ते कूफी में है. उस समय कागज का आविष्कार नहीं हुआ था इसलिए इसे हिरन की खाल पर लिखा गया था. यह नायाब कुरान 1938 में गोरखपुर के एक अमीर सुबहान अल्लाह साहब की तरफ से अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को भेंट की गई थी.

उन्होंने बताया कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय  पिछले 76 वर्षों से इस ऐतिहासिक कुरान की देखभाल कर रहा है. इसे सुरक्षित रखने के लिए चारों ओर से कवर किया गया है और आज भी यह उसी स्थिति में संरक्षित है. इराक के कूफा क्षेत्र में प्रचलित कूफी लिखावट के कारण इसे उसी शैली में लिखा गया है. यह खास शैली इस कुरान को और खास बनाती है.

यह नायाब कुरान न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि ऐतिहासिक धरोहर के रूप में भी इसका विशेष स्थान है. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की यह धरोहर दुनियाभर से आने वाले लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र है.

Location :

Aligarh,Uttar Pradesh

First Published :

February 06, 2025, 16:29 IST

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अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में रखी है हजरत अली के हाथ से लिखी कुरान,जानें इसका इतिहास

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