Last Updated:February 01, 2025, 17:16 IST
'रहना है तेरे दिल में' फिल्म भले ही बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन न कर सकी हो लेकिन फिल्म भी लोगों को इसकी कहानी पसंद आती है. हालांकि, कई लोगों ने इसके कुछ सीन्स को नकारा है और हाल ही में आर माधवन ने इस पर अपनी ...और पढ़ें
हाइलाइट्स
- RHTDM को आधुनिक या पश्चिमी दृष्टिकोण का उपयोग करके गलत तरीके से आंका जा रहा है
- माधवन ने कहा, RHTDM में उनके किरदार के पास बहुत सारे विकल्प नहीं थे
- RHTDM से माधवन और दीया मिर्जा दोनों ने बॉलीवुड में डेब्यू किया था
नई दिल्लीः आर माधवन भारतीय सिनेमा के जाने- माने अभिनेता हैं जिन्होंने न सिर्फ हिंदी बल्कि तमिल- तेलुगू फिल्मों में भी काम किया है. हालांकि, उन्हें सबसे ज्यादा उस फिल्म के लिए किया जाता है कि बॉक्स ऑफिस पर एक फ्लॉप फिल्म साबित हुई थी. और उसी के टाइटल नेम मैडी से वे मशहूर भी हुए है. बता दें अभिनेता की ‘रहना है तेरे दिल में’ (2001) एक निराशाजनक बॉक्स-ऑफिस प्रदर्शन से एक पसंदीदा पंथ क्लासिक में बदल गई थी. हालांकि, जैसे-जैसे दर्शकों ने इस फिल्म को ज्यादा समकालीन नजरिए (Contemporary lens) से देखा है, उन्होंने इसके कुछ सीन्स पर सवाल उठाना शुरू कर दिया है. खास तौर पर रोमांटिक सीन्स पर. आर माधवन द्वारा निभाया गया मुख्य किरदार झूठ बोलता है और उस महिला का पीछा करता है जिससे वो प्यार करता है, फिर भी उसे आखिरकार अपनी दृढ़ता के लिए रिवार्ड दिया जाता है.
RHTDM के सीन पर माधवन का रिएक्शन
अब, माधवन ने आलोचना को संबोधित करते हुए तर्क दिया है कि फिल्म को आधुनिक या पश्चिमी दृष्टिकोण का उपयोग करके गलत तरीके से आंका जा रहा है. मैशेबल इंडिया पर बोलते हुए, अभिनेता ने फिल्म के विषयों के बारे में चिंताओं को खारिज कर दिया, उन्हें उस समय अलग सांस्कृतिक मानदंड का ओवर एनालिसेस बताया. माधवन ने प्रतिक्रिया से अपनी असहमति व्यक्त करते हुए कहा, ‘मैं इन सब से पूरी तरह असहमत हूं. हरे झंडे, नीले झंडे जैसी अवधारणाएं – ये बेकार लोगों द्वारा कही गई अर्थहीन बातें हैं. मेरा मानना है कि सज्जन होना महत्वपूर्ण है. बचपन से ही हमें सिखाया जाता था कि महिलाओं से कैसे बात करनी है, उनसे कैसे संपर्क करना है और यह हमेशा से हमारी संस्कृति का हिस्सा रहा है. बेशक, हर जगह परेशान करने वाले लोग हैं, लेकिन आप हमें पश्चिमी मानदंडों का उपयोग करके नहीं आंक सकते.’
फिल्म में अपने किरदार के कार्यों का बचाव करते हुए, उन्होंने बताया कि उन दिनों, खासकर मुंबई जैसे शहर में, पुरुषों के लिए महिलाओं से मिलने के सीमित तरीके थे. उनके अनुसार, ‘अगर हम किसी लड़की से मिलना चाहते थे, और हम वास्तव में उससे प्यार करते थे और उसका सम्मान करते थे, तो हम उससे कैसे संपर्क कर सकते थे?’ उन्होंने आगे बताया कि पश्चिमी संस्कृतियों में, बार में किसी से मिलना स्वीकार्य माना जाता है, जबकि भारत में ट्रेडिशनल प्यार अलग है.
2001 की कल्ट फिल्म है RHTDM
माधवन ने इस बात पर भी जोर दिया कि RHTDM में उनके किरदार के पास बहुत सारे विकल्प नहीं थे. उन्होंने तर्क दिया कि ‘उसका पता लगाए बिना, उसके घर का पीछा किए बिना, आप उससे संपर्क नहीं कर सकते. कोई ऐसा कैसे कर सकता है?’ गौतम वासुदेव मेनन द्वारा निर्देशित यह फिल्म उनकी अपनी तमिल फिल्म मिन्नाले की रीमेक थी और इसमें माधवन और दीया मिर्जा दोनों ने बॉलीवुड में डेब्यू किया था. इसमें सैफ अली खान ने भी अहम भूमिका निभाई थी. ये 2001 की भारतीय हिंदी भाषा की रोमांटिक ड्रामा फिल्म है, जिसे गौतम वासुदेव मेनन द्वारा लिखित और निर्देशित किया गया है.
Location :
Noida,Gautam Buddha Nagar,Uttar Pradesh
First Published :
February 01, 2025, 17:16 IST