Agency:NEWS18DELHI
Last Updated:January 26, 2025, 12:55 IST
Padma Shree Award 2025: देश में आज 75वां गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया जा रहा है. ऐसे में केंद्र सरकार ने पद्मश्री पुरस्कार 2025 का एलान कर दिया है. इन पद्मश्री पुरस्कारों में 3 फेमस डॉक्टरों नीरजा भटला, रामदरश ...और पढ़ें
हाइलाइट्स
- डॉ. नीरजा भटला को सर्वाइकल कैंसर के लिए पद्मश्री मिला.
- डॉ. सुरिंदर वसल को अनुवांशिकी में योगदान के लिए सम्मानित किया गया.
- डॉ. रामदरश मिश्र को हिंदी साहित्य में योगदान के लिए पद्मश्री मिला.
दिल्ली: देशभर 75वां गणतंत्र दिवस जश्न के साथ मनाया जा रहा है. ऐसे में केंद्र सरकार ने 2025 में पद्म पुरस्कारों की घोषणा करते हुए दिल्ली के कई प्रतिष्ठित डॉक्टरों को देश की सबसे बड़ा नागरिक सम्मान यानी कि पद्मश्री अवार्ड देने का फैसला किया है. इन डॉक्टरों को उनके असाधारण कार्य, चिकित्सा क्षेत्र में योगदान और समाज सेवा के लिए सम्मान दिया गया है. इस वर्ष का पद्मश्री सम्मान केवल दिल्ली ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का पल बन गया है.
ये हैं डॉक्टरों के प्रमुख नाम
पद्मश्री से सम्मानित होने वाले डॉक्टर्स में प्रमुख नाम है नीरजा भटला, रामदरश मिश्र और सुरिंदर वसल. इन डॉक्टर ने न केवल अपनी चिकित्सा सेवाओं से लाखों लोगों की जिंदगी में सुधार किया बल्कि समाज में स्वस्थ जागरूकता फैलाने के लिए भी अनेक पहल की है.
1- डॉ. नीरजा भटला: डॉ नीरजा भटला दिल्ली एम्स के स्त्री रोग विभाग की पूर्व प्रोफेसर रह चुकी हैं. इन्हें सर्वाइकल कैंसर के क्षेत्र में काम करने के लिए पद्मश्री पुरस्कार के लिए चुना गया है. बता दें कि 65 वर्षीय डॉक्टर नीरजा 3 साल पहले ही दिल्ली एम्स में सेवानिवृत्त हुई है. डॉ. नीरजा ने महिलाओं में पाए जाने वाले सर्वाइकल यानी कि गर्भाशय कैंसर के लिए कार्य किया. कैंसर का पता लगाने रोकथाम और प्रबंधन पर विशेष ध्यान देते हुए महिलाओं को इसके बचाव के लिए के प्रति जागरूक किया और स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण योगदान दिया.
2- डॉ सुरिंदर कुमार वसल: डॉक्टर सुरिंदर कुमार वसल भारतीय वैज्ञानिक है, जो अनुवांशिकी और पादप प्रजनन में विशेषज्ञ है. इन्हें मक्का की एक ऐसी किस्म बनाने के लिए जाना जाता है, जिसमें प्रोटीन की मात्रा ज्यादा हो. इनका जन्म 12 अप्रैल 1938 को पंजाब के अमृतसर में हुआ था. इन्होंने अनुवांशिकी और पादप प्रजनन में पीएचडी की है.
3- डॉ रामदरश मिश्र: डॉक्टर रामदरश मिश्र को साहित्य के लिए जाना जाता है. हिंदी साहित्य की सभी विधाओं में लेख करने वाले 101 वर्षीय साहित्यकार प्रोफेसर रामदरश मिश्रा का भी नाम पद्मश्री के लिए है. 2024 नवंबर महीने में खालसा कॉलेज में इनकी जन्म शताब्दी मनाई गई थी. रामदरश मिश्रा ने कहानी, कविता सहित हिंदी साहित्य की सभी विधाओं में महत्वपूर्ण लेखन कार्य किया है.
First Published :
January 26, 2025, 12:55 IST