उज्जैन निर्मोही अखाड़े में व्यवस्थापक नियुक्ति पर विवाद

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Agency:News18 Madhya Pradesh

Last Updated:February 09, 2025, 08:16 IST

Ujjain News: उज्जैन के निर्मोही अखाड़े में व्यवस्थापक की नियुक्ति पर विवाद गहरा गया है. महंत मदनमोहन दास ने नियुक्ति को वैध बताया है, जबकि महंत दिनेंद्र दास ने इसे अवैध करार दे दिया है.

उज्जैन निर्मोही अखाड़े में व्यवस्थापक नियुक्ति पर विवाद

MP News: निर्मोही अखाड़े में नियुक्ति पर विवाद.

हाइलाइट्स

  • उज्जैन के निर्मोही अखाड़े में व्यवस्थापक की नियुक्ति पर विवाद
  • महंत दिनेंद्र दास ने इस नियुक्ति को बताया अवैध
  • महंत मदनमोहन दास ने नियुक्ति का किया समर्थन

उज्जैन. उज्जैन के निर्मोही अखाड़े में व्यवस्थापक की नियुक्ति को लेकर विवाद गहरा गया है. महंत मदनमोहन दास ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस नियुक्ति को पूरी तरह वैध बताया है, जबकि अखाड़े के ही महंत दिनेंद्र दास ने इस पर आपत्ति जताई है. शहर के मंगलनाथ मार्ग स्थित श्री पंच रामानंदीय निर्मोही अखाड़े में महंत रामसेवक दास के प्रयागराज कुंभ में निधन के बाद व्यवस्थापक नियुक्त करने को लेकर संत समाज में असहमति पैदा हो गई.

शुक्रवार को अखाड़े में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया, जिसमें तीनों प्रमुख वैष्णव अखाड़ों के संत शामिल हुए. इसी दौरान चरणदास महाराज को नए व्यवस्थापक के रूप में नियुक्त करने की घोषणा की गई.

नियुक्ति पर असहमति

महंत मदनमोहन दास ने कहा कि अखाड़े में व्यवस्थापक की नियुक्ति पंचों की सहमति से की गई है. कुछ पंच जो बैठक में मौजूद नहीं थे, उनकी सहमति फोन के माध्यम से ली गई. यह फैसला अखाड़े की परंपरा के अनुसार ही लिया गया है. इधर, इस फैसले का विरोध करते हुए महंत दिनेंद्र दास ने इसे अवैध करार दिया. उनका कहना है कि निर्मोही अखाड़े का संचालन 11 ट्रस्टियों की समिति के हाथ में है, जिसमें से 3 ट्रस्टी अब नहीं रहे. बाकी 8 में से 5 संत प्रयागराज कुंभ में मौजूद हैं. ऐसे में सिर्फ 3 सदस्यों का लिया गया यह फैसला मान्य नहीं हो सकता.

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महंत दिनेंद्र दास ने कहा कि यह नियुक्ति नियमों के खिलाफ है. अधिकांश ट्रस्टियों की सहमति लिए बिना व्यवस्थापक घोषित करना गलत है. इस पर पुनर्विचार होना चाहिए. विवाद के बीच अखाड़े के अन्य महंत और पंच भी अलग-अलग राय रख रहे हैं. अब देखना होगा कि यह विवाद किस दिशा में जाता है और क्या अखाड़ा परिषद इस पर कोई हस्तक्षेप करता है या नहीं. निर्मोही अखाड़े में उठे इस विवाद के बाद संत समाज में भी हलचल बढ़ गई है. अब आगे की स्थिति क्या होगी, इस पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं.

Location :

Ujjain,Ujjain,Madhya Pradesh

First Published :

February 09, 2025, 08:16 IST

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