Last Updated:February 09, 2025, 11:49 IST
एक महिला का इलाज पूरा होने के बाद भी उसे 550 दिन अस्पताल में रहना पड़ा. इसकी वजह ये थी कि उसके पास रहने के लिए जगह नहीं थी. बाद में हालात कुछ ऐसे हुए कि महिला की सेहत खराब होने लगी, फिर भी पुलिस को उसे गिरफ्तार...और पढ़ें
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ठीक होने के बाद भी महिला अस्पताल में रहने को मजबूर थी. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
हाइलाइट्स
- इलाज के बाद भी महिला 550 दिन अस्पताल में रही
- रहने की जगह न होने से महिला को अस्पताल में रहना पड़ा
- पुलिस ने महिला को गिरफ्तार कर केयर होम भेजा
दुनिया में कई देश ऐसे हैं जहां मरीजों इलाज के लिए भटकते रहते हैं. कहीं किसी के आसपास अस्पताल नहीं है तो कोई इंतजार कर रहा है कि अस्पताल उसके लिए जगह खाली हो जाए क्यों वहां पहले ही काफी भीड़ है. लेकिन एक देश में ऐसे बहुत से मामले देखे जा रहे हैं जहां बहुत सारे लोग जबरन ही अस्पताल में पड़े हैं, जबकि वे पूरी तरह से ठीक हैं. यूके में भी कुछ ऐसा हो रहा है. वहां इस तरह का एक मामला सामने आया है जहां ठीक होने के बावजूद एक महिला 18 महीनों तक अस्पताल के बिस्तर पर पड़ी रही. आखिर में पुलिस को गिरफ्तार कर उसे जबरन केयर होम भेजना पड़ा.
ठीक होने के बाद कहां जाएं?
नेशनल हेल्थ सर्विस ने 35 साल की जेसी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की है. उसे बीते 14 अप्रैल 2023 को नॉर्थएम्पटन जनरल हॉस्पिटल में पहली बार भर्ती कराया गया था क्योंकि उनहें सेल्यूलिटिस नाम का चर्म रोग था. एक महीने के उपचार के बाद वे अस्पताल से छुट्टी के लिए तैयार थीं लेकिन जेसी का कोई ठिकाना नहीं था.
अस्पताल में 550 दिन तक और
जेसी अपने पुराने नर्सिंग होम भी नहीं जा सकती थी क्योंकि वह भी उन्हें रखने की स्थिति में नहीं था. नतीजा ये हुआ कि चर्म संक्रमण से ठीक होने के बाद भी जेसी 550 दिन एक 6 बिस्तर वाले वॉर्ड में बिताए जिसमें केवल पर्दों से कुछ प्राइवेसी थी. और चेसी का सामान भी अस्पताल के बिस्तर के आसपास कुछ बक्सों में रख दिया गया.
नेशनल हेस्थ सर्विस को कोर्ट का आदेश लेकर महिला को गिरफ्तार करना पड़ा. (प्रतीकात्मक तस्वीर: Canva)
फिर हुई उस पर कार्रवाई
जेसी के पास केवल गुड़ियों का कलेक्शन था. जेसी का कहना है कि अस्पताल में मजबूर रहने की वजह से उनकी दिमागी सेहत तेजी से खराब होने लगी थी. इसके बाद जेसी अपने आसपास के लोगों को भी परेशान करने लगी. एनएचएस नने उनके खिलाफ कार्रवाई की. उन्हें गिरफ्तार कर उन्हें नए केयर होम भेजा गया.
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जेसी को अस्थिर व्यक्तित्व विकार से पीड़ित पाया गया था और उन्हें खुद की देखभाल के लिए मदद की जरूरत पड़ती है और वे व्हीलचेयर का इस्तेमाल करती हैं. अपनी वीडियो डायरी में उन्होंने बताया कि उन्हें बहुत बुरा लगा था और खासी निराशा थी, यह भी लगा कि उनकी कोई वैल्यू नहीं रह गई है और मानसिक सेहत गिर गई.लेकिन नए केयर होम में भी जेसी को घबराहट महसूस हो रही है. कहानी बताती है कि यूके में स्वास्थ्य सिस्टम पर कितना दबाव है.
First Published :
February 09, 2025, 11:49 IST
ठीक होने पर भी 18 महीने अस्पताल में फंसी रही महिला, पुलिस को करना पड़ा अरेस्ट