Agency:NEWS18DELHI
Last Updated:February 06, 2025, 15:14 IST
Sustainable Home : सस्टेनेबल घर के तमाम फायदे हैं. पुराने समय में सस्टेनेबल घर ही बनाए जाते थे. धीरे-धीरे हमने घर बनाने की विदेशी कला को अपना लिया और अपने देश के पर्यावरण को ध्यान में रखकर बनने वाले घरों को कही...और पढ़ें
सस्टेनेबल घर
हाइलाइट्स
- सस्टेनेबल घर बिजली बिल कम करेगा.
- बिना एसी और लाइट के ठंडक और रोशनी मिलेगी.
- लोकल बिल्डिंग मटेरियल से खर्च कम होगा.
नई दिल्ली. दुनियाभर के पर्यावरण में लगातार बदलाव हो रहे हैं. कभी बिना मौसम बारिश हो जाती है तो कभी बिना मौसम सर्दी और गर्मी पड़ने लगती है. मौसम में लगातार हो रहे ये बदलाव लोगों के जीवन पर सीधा असर डाल रहे हैं. गर्मियों में गरमी से निपटने की चुनौती बढ़ गई है और सर्दियों में सर्द दिन नहीं संभल रहे. ये दौर सिर्फ घर बना लेने का नहीं है, बल्कि उसका पर्यावरण के अनुकूल भी होना अनिवार्य है. देश के जाने-माने आर्किटेक्ट अतुल गुप्ता कहते हैं कि मौसम में लगातार बदलाव को देखते हुए घर ऐसे बनाए जाने चाहिए जिसमें कम खर्च में अच्छी लाइफस्टाइल मिले. बिना एयर कंडीशनर और बिना लाइट जलाए ठंडक और रोशनी मिल सके.
क्या होता है सस्टेनेबल घर
आर्किटेक्ट अतुल गुप्ता कहते हैं कि पुराने समय में सस्टेनेबल घर बनते थे. सस्टेनेबल का मतलब है किसी भी मौसम में टिकाऊ और आरामदायक. लोग अब कांच के घर बनवा रहे हैं. शीशे लगवा रहे हैं. सिंगल दीवार खड़ी करवा रहे हैं जिस वजह से घर में एयर कंडीशनर लगाने की जरूरत पड़ रही है. इससे उनकी लाइफस्टाइल महंगी होती जा रहा है. आर्किटेक्ट अतुल के अनुसार, सस्टेनेबल घर बनवाने के तमाम फायदे हैं. पुराने जमाने में सस्टेनेबल घर ही बनाए जाते थे लेकिन अब बड़े-बड़े शहरों में तेजी से हो रहे विकास की वजह से लोगों ने विदेश में घर बनाने की कला को अपना लिया. भारत के पर्यावरण और वातावरण के मुताबिक बनने वाले घरों को हमने कहीं पीछे छोड़ दिया है.
सस्टेनेबल घर की खासियत
आर्किटेक्ट अतुल गुप्ता ने बताया कि सस्टेनेबल घर आपके खर्च कम कर देंगे. उसमें लोकल बिल्डिंग मैटेरियल का इस्तेमाल करें. विदेश से मैटेरियल मंगाने पर तीन तरह से उसकी कीमत बढ़ती जाती है. पहली कीमत उस मटेरियल को वहां से निकलने में, दूसरा भारत तक भेजने में और तीसरा उसकी फिक्सिंग में. इससे आपके खर्च बढ़ते हैं. इसके अलावा सस्टेनेबल घर गर्मियों में ठंडे और सर्दियों में गर्म रहते हैं.
ऐसे बनाए जाते हैं
आर्किटेक्ट अतुल गुप्ता के अनुसार, सस्टेनेबल घर में डबल दीवार बना सकते हैं. बीच में गैप छोड़ दें यानि जगह छोड़ दें जिस वजह से आपकी दीवारों पर सूरज की किरणें सीधे नहीं पड़ेंगी तो इससे तेज गर्मी में भी आपके घर में एयर कंडीशनर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. आपका घर अपने आप ही ठंडा रहेगा. सस्टेनेबल घर में एक आंगन होता है जहां से पर्याप्त मात्रा में घर के सभी कमरों में रोशनी जाती रहती है. सस्टेनेबल घर में खिड़कियों की दिशा भी इस तरह से बनाई जाती है कि आपके घर में पर्याप्त रोशनी जाए और आपको दिन के वक्त लाइट जलाने की जरूरत न पड़े. इससे आपका बिजली का बिल बचेगा.
लंबे वक्त तक टिकाऊ
सस्टेनेबल घर में क्रॉस वेंटिलेशन भी होना चाहिए. अगर क्रॉस वेंटिलेशन अच्छा है तो आपको सर्दी हो या फिर गर्मी या कोई भी मौसम पर्याप्त मात्रा में हवा और रोशनी मिलती रहेगी. इससे आपके मेंटेनेंस चार्ज भी कम हो जाएंगे. ये घर लंबे वक्त तक रहेगा और भविष्य में अगर आप इसमें एक फ्लोर या दो फ्लोर और बनना चाहें तो बनवा सकते हैं. सस्टेनेबल घर लंबे वक्त तक रहने में सक्षम है.
First Published :
February 06, 2025, 15:14 IST