Last Updated:January 20, 2025, 14:19 IST
Ajanta Verul Film Festival फराह खान ने अजंता वेरुल फिल्म महोत्सव में मास्टरक्लास दी, जिसमें उन्होंने जुनून और व्यावसायिक समझ की महत्ता पर बल दिया. उन्होंने गीतों का उपयोग, निर्देशन और अपनी जर्नी शेयर की.
छत्रपति संभाजी नगर: फिल्म निर्देशक फराह खान ने 10वें अजंता वेरुल इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में अपने मास्टरक्लास के दौरान यह महत्वपूर्ण बात कही कि फिल्में बनाते वक्त अपने जुनून को पोषित करना और व्यावसायिक मामलों (Business Matters) पर जागरूकता रखना जरूरी है. इस फिल्म महोत्सव में दुनिया भर की बेहतरीन फिल्मों को मराठी दर्शकों तक पहुंचाने का काम किया जा रहा है. मास्टरक्लास का संचालन निर्देशक जयाप्रद देसाई ने किया.
गीतों के माध्यम से कहानी को आगे बढ़ाना
फराह खान ने आगे कहा, “फिल्म की कहानी को आगे बढ़ाने के लिए गानों का उपयोग करना बेहद महत्वपूर्ण है. मुझे आइटम सॉन्ग्स के बजाय इस तरह के गाने करना पसंद है. मुझे लगता है कि यह मेरी ताकत है एक कोरियोग्राफर और निर्देशक के रूप में. केवल जब आप सपने देखते हैं, तब आपको उसे पूरा करने की ताकत मिलती है.”
एक सीखने की प्रक्रिया
फराह खान ने यह भी बताया कि कोरियोग्राफी और निर्देशन दोनों ही उनके लिए सीखने की प्रक्रिया रहे हैं. हालांकि वह पहले कोरियोग्राफर के रूप में काम कर रही थीं, लेकिन उन्होंने दृढ़ निश्चय किया था कि वह एक निर्देशक के रूप में काम करेंगी. इसलिए फिल्म ‘ओम शांति ओम’ को सिर्फ चौदह दिनों में लिखा और पूरा किया. फराह खान ने कहा, “अगर आप अपने जुनून और पेशे को जोड़ सकते हैं, तो यह निश्चित रूप से एक बेहतरीन प्रोडक्ट बनता है. मेरे लिए यह हमेशा महत्वपूर्ण रहा है.”
अपने अद्वितीयता को बनाए रखना और लगातार काम करना
फराह खान ने आगे कहा, “यह महत्वपूर्ण है कि आप अपनी अद्वितीयता (Uniqueness) को बनाए रखें और दूसरों की तरह काम करने की कोशिश न करें. अपने सपनों को साकार करने के लिए कड़ी मेहनत करें. अपने जीवन में मुश्किलों के लिए खुद को बहाने देने के बजाय, आपको काम करते रहना चाहिए. इस दुनिया में कुछ भी असंभव नहीं है, आपको बस विश्वास करना चाहिए और कड़ी मेहनत करनी चाहिए.”
फिल्मों के प्रति संकल्प और प्रेरणा
बता दें कि फराह खान ने कहा कि जैसे ‘कभी हां कभी ना’ फिल्म उनके लिए एक कोरियोग्राफर के रूप में महत्वपूर्ण थी, वैसे ही ‘ओम शांति ओम’ एक निर्देशक के रूप में उनके लिए महत्वपूर्ण है. उन्होंने चार फिल्में प्रोड्यूस की हैं, जिनमें से एक फ्लाप रही, लेकिन उसने फिल्म निर्माण के क्षेत्र में कदम रखने वालों को यह विश्वास दिलाया कि अगर आप असफलता के कारणों का विश्लेषण करें और फिर से काम करना शुरू करें, तो आप आगे बढ़ सकते हैं. जयाप्रद देसाई ने फराह खान से यह सभी बातें साझा की और दर्शकों के सवालों का जवाब भी बड़े जीवंत तरीके से दिया.
First Published :
January 20, 2025, 14:15 IST
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