Last Updated:January 24, 2025, 05:01 IST
Delhi Chunav 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव के रण में कांग्रेस को भले ही ज्यादा भाव नहीं दिया जा रहा है, लेकिन देश की सबसे पुरानी पार्टी इस चुनाव में पूरे दमखम से जुटी है. अब कांग्रेस ने यहां एक ऐसा प्लान बनाया है...और पढ़ें
दिल्ली में इन दिनों विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां जोरों पर हैं. इस चुनाव में यूं तो मुख्य मुकाबला अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच ही माना जा रहा है. हालांकि कांग्रेस भी यहां खुद को मजबूत विकल्प के रूप में पेश करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रही है. कांग्रेस ने AAP और बीजेपी पर हमले भी तेज कर दिए हैं. अब कांग्रेस ने एक ऐसा प्लान बनाया है, जो अरविंद केजरीवाल की टेंशन बढ़ा सकती है.
राहुल गांधी ने पिछले हफ्ते सीलमपुर की एक रैली में अरविंद केजरीवाल पर तीखा हमला करते हुए उन्हें भ्रष्टाचार और कुप्रबंधन का प्रतीक बताया. राहुल के इस डायरेक्ट अटैक के बाद मानो कांग्रेस नेताओं को सीधा संदेश मिल गया और उन्होंने आप को पुरजोर तरीके से निशाना बनाना शुरू कर दिया.
पुराने वोटर्स वापस लाने की कोशिश
कांग्रेस का ध्यान इस बार उन 20-25 सीटों पर है, जहां वह खुद को मजबूत स्थिति में मानती है. इनमें बादली, सीलमपुर, सीमापुरी, कस्तूरबा नगर, सुल्तानपुर मजरा, मटिया महल, बल्लीमारान और ओखला जैसी सीटें शामिल हैं.
कांग्रेस का मुख्य लक्ष्य अपने पारंपरिक वोटरों को वापस लाना है, खासकर अल्पसंख्यक समुदाय को. पार्टी का मानना है कि 2020 के दिल्ली दंगों के दौरान अरविंद केजरीवाल के रुख से मुस्लिम समुदाय नाराज हुआ था. राहुल गांधी ने उस समय दंगा प्रभावित इलाकों का दौरा कर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी. कांग्रेस को उम्मीद है कि इस बार वह मुस्लिम बहुल सीटों पर ‘आप’ को चुनौती दे पाएगी.
शीला दीक्षित के कार्यकाल को याद कराती कांग्रेस
कांग्रेस ने दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के कार्यकाल को इस बार अपने अभियान का मुख्य हिस्सा बनाया है. पार्टी का कहना है कि अरविंद केजरीवाल ने उनके किए गए काम को अपने नाम से प्रचारित किया है. कांग्रेस उम्मीदवार संदीप दीक्षित ने कहा, ‘दिल्ली की जनता अब कह रही है कि हमें पुरानी दिल्ली वापस चाहिए.’
‘आप’ की आलोचना और चुनावी रणनीति
कांग्रेस ने ‘आप’ की सरकार को बिजली-पानी के बढ़ते बिल, राशन कार्ड समस्याओं और ‘शीशमहल’ विवाद जैसे मुद्दों पर घेरा है. पार्टी का दावा है कि ‘आप’ की सरकार केंद्र और उपराज्यपाल को दोष देकर अपनी नाकामी छिपाने की कोशिश कर रही है.
2020 में कांग्रेस को शून्य सीटें मिली थीं, लेकिन इस बार पार्टी को उम्मीद है कि वह मुस्लिम वोटों के सहारे ‘आप’ के वोटबैंक में सेंध लगा पाएगी. कांग्रेस ने अपने चुनावी गीत में ‘आप’ पर हमला करते हुए कहा है कि केजरीवाल सरकार ने जनता को सिर्फ सपने दिखाए हैं. पार्टी का कहना है कि ‘आप’ और बीजेपी दोनों ही दिल्ली के विकास में असफल रही हैं.
दिल्ली की सियासी जंग अब तीखी हो गई है, जहां कांग्रेस ‘आप’ और बीजेपी दोनों को चुनौती देने के लिए तैयार है. पार्टी का मानना है कि अगर वह ‘आप’ के वोटबैंक में सेंध लगा पाई तो वह दिल्ली की राजनीति में एक बार फिर से अपनी प्रासंगिकता स्थापित कर सकेगी.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
January 24, 2025, 05:01 IST