Agency:News18 Rajasthan
Last Updated:February 07, 2025, 14:42 IST
Onion Supply: सीकर में सबसे ज्यादा 20 हजार हेक्टेयर में प्याज की बुवाई हुई है. किसानों के अनुसार प्रति हेक्टेयर 36 टन उत्पादन होता है. शेखावाटी के मीठे प्याज को अब व्यापारी मालगाड़ी से दूसरे राज्यों में भेज सके...और पढ़ें
मालगाड़ी में बैठकर दूसरे राज्यों में जाएगा सीकर का प्याज
हाइलाइट्स
- अब मालगाड़ी से भेजे जाएंगे शेखावाटी के प्याज
- सीकर, झुंझुनूं, नागौर के किसानों को होगा फायदा
- कम भाड़े पर व्यापारी कर सकेंगे प्याज सप्लाई
सीकर. अब शेखावाटी के मीठे प्याज को व्यापारी मालगाड़ी के जरिए दूसरे राज्यों में भी भेज सकेंगे. व्यापारियों की मांग के बाद रेलवे की कॉमर्शियल विंग ने मालगाड़ी से प्याज को दूसरे राज्यों में भेजने की तैयारी शुरू कर दी है. इसके लिए शर्त यह है कि कारोबारियों को सीकर या रसीदपुरा स्टेशन पर एक बोगी का प्याज एक साथ उपलब्ध कराना होगा. रेलवे ने करीब दो साल पहले मालगाड़ी से अलवर मंडी के प्याज को दूसरे राज्यों में भेजने की शुरुआत की थी.
सीकर जिले में 70 लाख टन से ज्यादा पैदावार
उद्यान विभाग के अनुसार इस साल सीकर, झुंझुनूं और नागौर के कुचामन एरिया में करीब 40 हजार हेक्टेयर में प्याज की खेती हो रही है. सीकर में सबसे ज्यादा 20 हजार हेक्टेयर में प्याज की बुवाई हुई है. किसानों के अनुसार प्रति हेक्टेयर 36 टन उत्पादन होता है. यानी केवल सीकर जिले में 70 लाख टन से ज्यादा पैदावार होगी. शेखावाटी का प्याज अगर मालगाड़ी के जरिए दूसरे राज्यों तक भेजा जाएगा, तो तीनों जिलों के एक लाख से ज्यादा किसानों को उपज के सही दाम मिल सकेंगे.
सीकर, झुंझुनूं और नागौर में होती है खेती
सीकर, झुंझुनूं और नागौर जिले में बड़े स्तर पर प्याज उत्पादन होता है. झुंझुनूं जिले के नवलगढ़, बसावा, खिरोड़, बेरी, चिराना, उदयपुरवाटी सहित एक दर्जन से ज्यादा गांव, सीकर के रसीदपुरा, आकवा, मैलासी, झीगर, थोरासी, चेलासी, सांवलोदा धायलान, तारपुरा, कटाराथल, कुड़ली, भैरुपुरा समेत अनेक गांवों में प्याज की बंपर खेती की जाती है. नागौर इलाके के कुचामन बॉर्डर से जुड़े हुए कई गांवों के किसान भी यही खेती करते हैं. सीकर और रसीदपुरा मंडी के कारोबारी पंजाब, हरियाणा, गुजरात, एमपी, दिल्ली, यूपी तक प्याज की सप्लाई करते हैं.
किसानों को मिलेंगे अच्छे भाव
विशेषज्ञों के अनुसार शेखावाटी के व्यापारी एक साथ दूसरे राज्यों में प्याज निर्यात करेंगे तो किसानों को उपज के अच्छे भाव मिलेंगे. सीजन में आवक बढ़ते ही परिवहन सुविधा नहीं मिलने से प्याज का स्टॉक मंडी में लंबे समय तक पड़ा रहता है. अब माल के उठाव में देरी नहीं होने से प्याज की डिमांड बढ़ेगी. इससे किसानों को उपज के अच्छे भाव मिलेंगे. मालगाड़ी उपलब्ध होने से व्यापारी कम भाड़े पर दूसरे राज्यों में प्याज सप्लाई कर सकेंगे. डिमांड अच्छी रहने से व्यापारी भी मुनाफा कमा सकेंगे.
Location :
Sikar,Sikar,Rajasthan
First Published :
February 07, 2025, 14:42 IST
किसानों की निकली लॉटरी, दूसरे राज्यों में मीठे प्याज सप्लाई से दोगुना मुनाफा