क्या विटामिन F विटामिन नहीं है? यह कैसे स्किन और दिल की सेहत को सुधारता है

3 hours ago 1

Last Updated:February 05, 2025, 19:21 IST

Explainer- हम जिस तरह का खाना खाते हैं, हमारा शरीर उसी तरह से दिखता है. डाइट में कई तरह के विटामिन्स और मिनिरल्स का होना बेहद जरूरी है. आजकल एक नया विटामिन खूब चर्चा में है. इसे विटामिन F कहते हैं.

क्या विटामिन F विटामिन नहीं है? यह कैसे स्किन और दिल की सेहत को सुधारता है

विटामिन F त्वचा की नमी को बरकरार रखता है (Image-Canva)

खूबसूरत त्वचा और तेज दिमाग किसी भी इंसान की पर्सनैलिटी को इम्प्रेसिव बनाता है. हमारी स्किन कैसी है और दिमाग किस तरह सोचता है, यह काफी हद तक हमारी डाइट पर निर्भर करता है. डाइट में विटामिन ए, बी, सी, डी समेत कई पोषक तत्वों को शामिल करना चाहिए लेकिन अब इस कड़ी विटामिन F भी शामिल हो गया है. यह एक नया विटामिन है जिसके बारे में अधिकतर लोग नहीं जानते.

क्या है विटामिन F
विटामिन F दरअसल कोई विटामिन नहीं है. यह 2 तरह के पॉलीसैचुरेटेड फैटी एसिड्स को मिलाकर बनता है- एल्फा लिनोलेनिक एसिड (ALA) और लिनोलिक एसिड (LA). ALA ओमेगा 3 फैटी एसिड है जबकि LA ओमेगा 6 फैटी एसिड है. वैज्ञानिकों ने ALA और LA की खोज 1920 में की थी और इसे गलती से विटामिन मानकर विटामिन F नाम दे दिया गया. यह विटामिन हमारा शरीर खुद नहीं बनाता. व्यक्ति को डाइट में ओमेगा फैटी एसिड्स को शामिल करना पड़ता है तभी विटामिन F शरीर के सेल्स की संरचना करता है.

ड्राई स्किन होने से रोके
विटामिन F ओमेगा फैटी एसिड्स से भरपूर होता है इसलिए यह स्किन केयर के लिए बेहद फायदेमंद है. यह स्किन की नमी को बरकरार रखता और उसे ड्राई होने से बचाता है. स्किन ड्राई नहीं होती तो जल्दी से चेहरे पर झुर्रियां भी नहीं पड़तीं. इससे मुहांसे भी नहीं होते. यह फैटी एसिड्स स्किन बैरियर का काम करते हैं. 

त्वचा के रोग नहीं होते
विटामिन F एंटी इंफ्लामेट्री गुणों से भरपूर होता है जो सेंसिटिव स्किन के लिए बेस्ट होता है. इससे स्किन का स्ट्रेस कम होता है और त्वचा पर दाग-धब्बे या लाल निशान नहीं पड़ते. जिन लोगों को स्किन से जुड़ी बीमारी जैसे सिरोयसिस या अक्टोपिक डर्माटाइटिस होता है, उनके लिए यह विटामिन बेहद फायदेमंद है. बाजार में आजकल विटामिन F युक्त बॉडी वॉश और हैंडमेड सोप बिक रहे हैं. रोजाना विटामिन F का इस्तेमाल स्किन को सॉफ्ट, चमकदार और बेदाग बनाता है क्योंकि इससे हर रोज स्किन रिपेयर होती है.

विटामिन F को डाइट में शामिल करने से पहले डॉक्टर की सलाह लें (Image-Canva)

सनस्क्रीन की तरह करे काम
अक्सर धूप में निकलने से स्किन पर टैनिंग हो जाती है और कई बार सन बर्न भी परेशान करता है. सूरज की अल्ट्रावॉइलेंट किरणें त्वचा की रंगत को ना बिगाड़े, इसके लिए विटामिन F से भरपूर डाइट और विटामिन F से बना लोशन लगाना बेहद जरूरी है. इसे सनस्क्रीन के साथ लगाना चाहिए. लेकिन अगर कोई सनस्क्रीन लगाना भूल जाए तो इसकी जगह विटामिन F का लोशन भी लगाया जा सकता है. यह त्वचा पर सुरक्षा कवच का काम करता है.

दिल के लिए अच्छा
फैट कई तरह के होते हैं. सैचुरेटेड फैट जैसे तेल, हाई फैट डेयरी प्रोडक्ट, चिकन खराब फैट है. ब्रिटिश जनरल ऑफ स्पोर्ट्स मेडिसिन की रिपोर्ट के अनुसार सैचुरेटेड फैट को अधिक मात्रा में खाने से LDL यानी बैड कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ जाता है. वहीं ट्रांसफैट जैसे फ्राइड फूड, प्रोसेस्ड स्नैक्स, बेक्ड फूड भी दिल की सेहत का दुश्मन है. वहीं ओमेगा फैटी एसिड गुड फैट की श्रेणी में आते हैं. इससे खून से कोलेस्ट्रॉल का लेवल कम होता है और दिल की बीमारियां दूर रहती हैं.

दिमाग की सेहत को रखे दुरुस्त
विटामिन F दिमाग की सेहत को भी दुरुस्त रखता है. क्वींसलैंड क्लिनिक के अनुसार यह विटामिन बढ़ती उम्र में अल्जाइमर और डिमेंशिया जैसी बीमारियों के रिस्क को कम करता है. इन फैटी एसिड्स को खाने से मेंटल हेल्थ भी अच्छी रहती है क्योंकि यह स्ट्रेस हार्मोन को कम करते हैं जिससे व्यक्ति डिप्रेशन या एंग्जाइटी का शिकार नहीं होता. 

ज्यादा विटामिन F खाने से ब्लीडिंग, डायरिया, सिरदर्द या पेट दर्द हो सकता है (Image-Canva)

आंखें नहीं रही ड्राई
विटामिन F बॉडी के हाइड्रेशन के साथ ही आंखों को भी ड्राई नहीं होने देता. इस विटामिन की मदद से रेटिना विकसित होता है और अच्छे से काम करता है. कुछ लोग बढ़ती उम्र में धुंधला या कम दिखने की शिकायत करते हैं या रेटिना में सूजन आ जाती है जिसे मेडिकल भाषा में उम्र संबंधित मैक्युलर डिजनरेशन (Age-related macular degeneration (AMD)) रोग कहा जाता है. विटामिन F लेने से इस बीमारी का खतरा टल जाता है. 

किन चीजों में होता है विटामिन F
डायटीशियन निम्मी सिंह कहती हैं कि विटामिन F यानी ALA और LA ज्यादातर प्लांट बेस्ड फूड से मिलता है. यह नट्स जैसे अखरोट, हेजलनट्स, काजू, बादाम, बीज जैसे अलसी, चिया सीड्स, सूरजमुखी के बीज और तेल जैसे फ्लेक्स सीड ऑयल, सोयाबीन और अखरोट के तेल में भरपूर मात्रा में पाया जाता है. इसके अलावा सोयाबीन, टोफू, हरी सब्जियां और कीवी में भी कुछ मात्रा में विटामिन F होता है.  ALA और LA को उम्र के हिसाब से हर रोज डाइट में शामिल करना चाहिए. 8 साल तक के बच्चों को 0.9g, 9 से 14 साल तक के बच्चों को 1.2g, बड़ों को 1.6g, प्रेग्नेंट महिला को 1.4g और ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिला को 1.3g विटामिन F खाना चाहिए. 

Location :

Delhi,Delhi,Delhi

First Published :

February 05, 2025, 19:21 IST

homelifestyle

क्या विटामिन F विटामिन नहीं है? यह कैसे स्किन और दिल की सेहत को सुधारता है

*** Disclaimer: This Article is auto-aggregated by a Rss Api Program and has not been created or edited by Nandigram Times

(Note: This is an unedited and auto-generated story from Syndicated News Rss Api. News.nandigramtimes.com Staff may not have modified or edited the content body.

Please visit the Source Website that deserves the credit and responsibility for creating this content.)

Watch Live | Source Article